रविवार, 21 सितंबर 2025

modi

 

13-9-2025 : मिज़ोरम के आइज़ोल से इम्फाल हवाई अड्डे पर उड़ान भरने के बाद, जहाँ उन्होंने एक रेल परियोजना का उद्घाटन किया था, श्री मोदी सड़क मार्ग से पहाड़ी ज़िले चुराचांदपुर के लिए रवाना हुए। 7,300 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन करने और आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि किसी भी जगह के विकास के लिए शांति स्थापित करना ज़रूरी है।पहाड़ी ज़िले से लौटते हुए, श्री मोदी ने चुराचांदपुर से मात्र 61 किलोमीटर दूर, इम्फाल शहर के कांगला किले में एक जनसभा को संबोधित किया।(4.5PM) उन्होंने इम्फाल में ₹1,200 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

 

 

 

    A-7\41,फस्टफ्लोर, कृष्णानगर, नियर शनिबाजार, दिल्ली में लगा हुआ है | C.A.नंबर 100907780 'विजयकुमार' के नाम का मीटर 

   इस मीटर के  बिजलीबिल पर A-7\41\ 2-A लिखा आता है | ये 2-Aक्या है कहाँ का एड्रेस है पता नहीं | 

 

ग्राउंडफ्लोर,

 

 जबकि इसके बिलिंग एड्रेस में कुछ दूसरा लिखा हुआ है | 

      

 

 


    इस मीटर का उपयोग जिस बिल्डिंग के जिस फ्लोर में जिन लोगों के द्वारा जिस प्रकार के व्यवसाय में किया जा रहा है | वो न लिखकर बिलिंग एड्रेस में सब कुछ गलत लिखा हुआ है |  
   बिलिंगएड्रेस "कुलदीपकुमार,  A-7\41\2-A ग्राउंडफ्लोर,कृष्णानगर,दिल्ली, नियर शनिबाजार,दिल्ली-110051" लिखा हुआ है |मीटर  A-7\41में लगा हुआ है | मीटर पर एड्रेस  A-7\41\2-A दर्ज है | A-7\41\2-A वाले मीटर को  A-7\41 में क्यों लगाया गया है ? 
   A-7\41 बिल्डिंग में  C.A.नंबर 100907780 मीटर 'विजयकुमार' नाम से लगा हुआ है ,जबकि  A-7\41 बिल्डिंग के तीनों फ्लोरों में से किसी भी प्लोर की   रजिस्ट्री में 'विजयकुमार' नाम कभी नहीं रहा है और न ही विजय कुमार नाम का कोई व्यक्ति इन तीन में से किसी फ्लोर में कभी रहा है | ऐसी स्थिति में A-7\41 बिल्डिंग में 'विजयकुमार' नाम से मीटर किस रजिस्ट्री के आधार पर लगाया गया है | 
   बिलिंग एड्रेस में  'ग्राउंडफ्लोर' लिखा है किंतु इस बिल्डिंग में ग्राउंडफ्लोर में न कोई रहता है और न ही रहने की जगह है | इस मीटर की बिजली का उपयोग भी ग्राउंडफ्लोर में नहीं हो रहा है | इसका व्यवसायिक उपयोग जिस फ्लोर में हो रहा है | उस फ्लोर मालिक के नाम पहले भी कभी कोई मीटर नहीं रहा | ऐसे ही गुमनाम मीटरों से काम चलता रहा है | बिल जब अधिक हो जाता रहा तो उसे बिल्डिंग के नाम छोड़कर नया गुमनाम मीटर लगवा लिया जाता रहा है | उस छोड़े गए बिल को जमा करने की जिम्मेदारी हम तीनों फ्लोर वालों की हो जाती है | 
      वर्तमान समय ही इस गुमनाम(C.A.नंबर 100907780 'विजयकुमार') का व्यवसायिक उपयोग करने वाला स्वयं तो किराएदार है |उसने फ्लोर मालिक से  व्यवसायिक उपयोग की लिखितअनुमति एग्रीमेंट में यदि नहीं ली है | इस बिलपर बिल्डिंग का पता सही लिखा नहीं है | फ्लोर का पता सही लिखा नहीं है !फ्लोर मालिक का नाम सही लिखा नहीं है |इस मीटर पर आए किसी भारी भरकम बिल या जुर्माने की धनराशि की  वसूली BSES किससे करेगी |    
    पहले के गुमनाम मीटरों की तरह ही यदि इसका बिल बिल्डिंग के नाम डाल भी दिया जाता है तो इसके लिए कानूनी रूप से BSES स्वयं जिम्मेदार होगा |उसके वे अधिकारी जिम्मेदार होंगे जिनकी लापरवाही से ऐसे गुमनाम मीटर लगाए गए और अभी भी चलाए जा रहे हैं |ऐसे किसी बिल के किसी भी अंश के भुगतान की जिम्मेदारी मेरी नहीं होगी|मैं केवल अपने नाम पर आए अपने मीटर के बिल का ही भुगतान करूँगा| BSES इस  गुमनाम(C.A.नंबर 100907780 'विजयकुमार')मीटर को या तो लिखित रूप से किसी फ्लोर और फ्लोर मालिक के नाम करे | जिससे इस पर आए बिल जुर्माने आदि की उसूली की जा सके |मेरा इससे कोई मतलब  नहीं है |