मंगलवार, 10 दिसंबर 2013

शीला दीक्षित ने हार का ठीकरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर फोड़ा-

       हो सकता है कि शीला दीक्षित जी ठीक कहती हों किन्तु रामायण में एक प्रसंग आता है कि

      दशरथ जी के स्वर्ग सिधार जाने के बाद जब भारत जी ननिहाल से घर आए तो कैकेयी माँ से पूछा कि यह सब क्या हो गया ?तो उन्होंने बताया कि मंथरा की सहायता से मैंने सारा काम सँभाल लिया है बीच में कुछ काम ब्रह्मा जी ने बिगाड़ दिया है भरत जी ने पूछ वो क्या?तो कहने लगीं कि तुम्हारे पिता जी  स्वर्ग सिधार गए हैं। भरत जी ने कहा कि जो अच्छा किया वो तुमने और जो बुरा हुआ उसका दोष ब्रह्मा पर !आश्चर्य !!!

    सकल    काज   मैं   लीन्ह   सँवारी । भै    सहाय  मंथरा  विचारी ॥

    कछुक  काज  विधि बीच बिगारेउ ।जौं  भूपति  सुरपुर पगु धारेउ ॥

                                                                     -राम चरित मानस ॥

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