शुक्रवार, 8 दिसंबर 2017

गोल


मकर रेखा रेखा दक्षिणी गोलार्द्ध में भूमध्य रेखा‎ के समानान्तर २३ डिग्री २६' २२" पर, ग्लोब पर पश्चिम से पूरब की ओर खींची गई कल्पनिक रेखा हैं। २२ दिसम्बर को सूर्य मकर रेखा पर लम्बवत चमकता है। मकर रेखा या दक्षिणी गोलार्ध पाँच प्रमुख अक्षांश रेखाओं में से एक हैं जो पृथ्वी के मानचित्र पर परिलक्षित होती हैं। मकर रेखा पृथ्वी की दक्षिणतम अक्षांश रेखा हैं, जिसपर सूर्य दोपहर के समय लम्बवत चमकता हैं। यह घटना दिसंबर संक्रांति के समय होती हैं। जब दक्षिणी गोलार्ध सूर्य के समकक्ष अत्यधिक झुक जाता है। मकर रेखा की स्थिति स्थायी नहीं हैं वरन इसमें समय के अनुसार हेर फेर होता रहता है। उत्तरी गोलार्ध में मकर रेखा उसी भाँति है, जैसे दक्षिणी गोलार्ध में कर्क रेखा। मकर रेखा के दक्षिण में स्थित अक्षांश, दक्षिण तापमान क्षेत्र मे आते हैं। मकर रेखा के उत्तर तथा कर्क रेखा के दक्षिण मे स्थित क्षेत्र उष्णकटिबन्ध कहलाता है।  




 कर्क रेखा -                                                                                                                                                                मिजोरम त्रिपुरा पश्चिमबंगाल राजस्थान गुजरात मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ झारखंड आदि आठ प्रदेशों से होकर कर्क रेखा गुजरती है !                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                        

    कर्क रेखा:-
देश जिनसे होकर कर्क रेखा (Tropic of Cancer) गुजरती है उत्तरी गोलार्ध में भूमध्य रेखा‎ के समानान्तर, ग्लोब पर पश्चिम से पूर्व की ओर खींची गई कल्पनिक रेखा हैं जो कि 23.50° से होकर जाती है । यह रेखा पृथ्वी पर उन पांच प्रमुख अक्षांश रेखाओं (भूमध्य रेखा, कर्क रेखा, मकर रेखा, आर्कटिक रेखा, अंटार्कटिक रेखा) में से एक हैं जो पृथ्वी के मानचित्र पर परिलक्षित होती हैं।
यह विश्व के 18 देशों से होकर (पूर्व की ओर बढ़ते हुए) गुज़रती है जो कि इस प्रकार हैं –
संयुक्त राज्य अमेरिका (हवाई : Hawaiian region ) – केवल सागर, कोई भी द्वीप इस रेखा पर नहीं है। यह निहोआ एवं नेकर द्वीपों के बीच से निकलती है।
मैक्सिको, मज़ातलान, प्रशांत महासागर के उत्तर में
बहामास
पश्चिमी सहारा (मोरोक्को द्वारा दावा किया गया।)
मुरितानिया
माली
अल्जीरिया
नाइजर
लीबिया
चाड – इसका उत्तरतम क्षेत्र कर्क रेखा द्वारा सीमित है।
मिस्र
सऊदी अरब
संयुक्त अरब इमारात
ओमान
भारत
बांग्लादेश
म्यांमार
चीन, मात्र गुआंगज़ोऊ के उत्तर से
ताइवान

मकर रेखा -विश्व के 10 देशों से होकर गुजरती है !
आस्ट्रेलिया, साऊथ अफ्रीका ,मोजाम्बिया ,चिली, अर्जेंटीना,बोत्स्वाना, नामिबिया ,ब्राजील ,पराग्वे,मेडागास्कर  
       मकर रेखा दक्षिणी गोलार्द्ध में भूमध्य रेखा के समानांतर 23° 23' 22" पर, पश्चिम से पूरब की और खींची गई काल्पनिक रेखा है। मकर रेखा के उत्तर में तथा कर्क रेखा के दक्षिण मे स्थित क्षेत्र उष्ण कटिबन्धीय क्षेत्र कहलाता है। 22 दिसम्बर को सूर्य जब मकर रेखा पर लम्बवत चमकता है तो इस स्थिति को मकर संक्रांति कहा जाता है।
  • मकर रेखा पर सूर्य दोपहर के समय लम्बवत चमकता है।
  • यह रेखा पृथ्वी की दक्षिणतम अक्षांश रेखा है।
  • इस रेखा की स्थिति स्थायी नहीं होती, इसमें समयानुसार परिवर्तन आता रहता है।
  • मकर रेखा पाँच प्रमुख अक्षांश रेखाओं में से एक है, जो पृथ्वी के मानचित्र पर परिलक्षित होती है।
  • उत्तरी गोलार्द्ध में मकर रेखा ठीक उसी प्रकार है, जिस प्रकार दक्षिणी गोलार्द्ध में कर्क रेखा।

मकर रेखा रेखा दक्षिणी गोलार्द्ध में भूमध्य रेखा‎ के समानान्तर २३ डिग्री २६' २२" पर, ग्लोब पर पश्चिम से पूरब की ओर खींची गई कल्पनिक रेखा हैं। २२ दिसम्बर को सूर्य मकर रेखा पर लम्बवत चमकता है। मकर रेखा या दक्षिणी गोलार्ध पाँच प्रमुख अक्षांश रेखाओं में से एक हैं जो पृथ्वी के मानचित्र पर परिलक्षित होती हैं। मकर रेखा पृथ्वी की दक्षिणतम अक्षांश रेखा हैं, जिसपर सूर्य दोपहर के समय लम्बवत चमकता हैं। यह घटना दिसंबर संक्रांति के समय होती हैं। जब दक्षिणी गोलार्ध सूर्य के समकक्ष अत्यधिक झुक जाता है। मकर रेखा की स्थिति स्थायी नहीं हैं वरन इसमें समय के अनुसार हेर फेर होता रहता है। उत्तरी गोलार्ध में मकर रेखा उसी भाँति है, जैसे दक्षिणी गोलार्ध में कर्क रेखा। मकर रेखा के दक्षिण में स्थित अक्षांश, दक्षिण तापमान क्षेत्र मे आते हैं। मकर रेखा के उत्तर तथा कर्क रेखा के दक्षिण मे स्थित क्षेत्र उष्णकटिबन्ध कहलाता है।

भूमध्य रेखा -
भूमध्य रेखीय जलवायु

 
भूमध्य रेखा
वर्षा ऋतु और अधिक ऊंचाई के भागों को छोड़कर, भूमध्य रेखा के निकट वर्ष भर उच्च तापमान बना रहता है। कई उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में लोग मौसम को दो प्रकार का बताते है: आर्द्र और शुष्क। फिर भी भूमध्य रेखा के निकट अधिकतर स्थान वर्ष भर गीले ही रहते हैं और मौसम समुद्र तल से ऊंचाई और समुद्र से दूरी जैसे अनेक कारणों के अनुसार बदलता रहता है। बरसाती और आर्द्र परिस्थितियों से पता चलता है की भूमध्य रेखीय क्षेत्र विश्व की सर्वाधिक गर्म क्षेत्र नहीं हैं। पृथ्वी की सतह पर अधिकतर भूमध्य रेखीय क्षेत्र समुद्र का भाग है। भूमध्य रेखा का उच्चतम बिंदु ४६९० मीटर ऊंचाई पर कायाम्बे ज्वालामुखी, इक्वाडोर के दक्षिणी ढाल पर है।
भूमध्य रेखा इन देशो को स्पर्श करती है-
अफ्रीका के पूर्व की ओर से …
साओ टोम और प्रिंसिपे
गैबॉन
रिपब्लिक ऑफ द कांगों
डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगों
युगांडा
केन्या
सोमालिया
इंडोनेशिया
किरिबाती
इक्वाडोर
कोलम्बिया ब्राज़ील

भूमध्य रेखीय जलवायु


वर्षा ऋतु और अधिक ऊंचाई के भागों को छोड़कर, भूमध्य रेखा के निकट वर्ष भर उच्च तापमान बना रहता है। कई उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में लोग मौसम को दो प्रकार का बताते है: आर्द्र और शुष्क। फिर भी भूमध्य रेखा के निकट अधिकतर स्थान वर्ष भर गीले ही रहते हैं और मौसम समुद्र तल से ऊंचाई और समुद्र से दूरी जैसे अनेक कारणों के अनुसार बदलता रहता है। बरसाती और आर्द्र परिस्थितियों से पता चलता है की भूमध्य रेखीय क्षेत्र विश्व की सर्वाधिक गर्म क्षेत्र नहीं हैं। पृथ्वी की सतह पर अधिकतर भूमध्य रेखीय क्षेत्र समुद्र का भाग है। भूमध्य रेखा का उच्चतम बिंदु ४६९० मीटर ऊंचाई पर कायाम्बे ज्वालामुखी, इक्वाडोर के दक्षिणी ढाल पर है।

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