- 10 -4-1016 को आए भूकंप के कारण बढ़ रही हैं आग लगने की दुर्घटनाएँ गर्मी और तेजी से सूख रहे हैं कुएँ नदियाँ तालाब !पड़ रहा है सूखा !जिन क्षेत्रों में ये भूकंप आया था वहीँ ऐसा हो रहा है !
- 13-4-2016 को आए भूकंप से प्रभावित क्षेत्र में अति वर्षा भयंकर बाढ़ एवं जल जनित बीमारियों से जन जीवन अस्त व्यस्त !जहाँ ये भूकंप आया था वहीँ हो रहा है ऐसा !जानिए कैसे !
सरकार
सहयोग करे तो आपदा प्रबंधन पर हमारी इस रिसर्च से मिल सकता है बड़ा सहयोग !अपनी इस खोज के सन्दर्भ में मैं कभी भी कहीं भी प्रमाण प्रस्तुत करने को तैयार हूँ सरकार अवसर
तो दे !
बन्धुओ ! अधिकाँश आपदाओं का कारण हैं भूकंप ,बाढ़ ,तूफान ,सूखा एवं आग लगने की अधिकता जैसी घटनाओं के पूर्वानुमानों संबंधी कमजोरियाँ !वर्षा के विषय में प्राप्त पूर्वानुमान प्रायः दो चार आठ दिन पहले ही पता लग पाते हैं किंतु किस वर्षा से बाढ़ और भयंकर बाढ़ की परिस्थितियाँ पैदा हो जाएँगी इसका पूर्वानुमान लगा पाना अभी भी अत्यंत कठिन होता है । लंबे समय तक चलने वाली वर्षा के विषय में मौसम विभाग के पूर्वानुमानों की अवधि भी वर्षा के आगे बढ़ते जाने के साथ साथ बढ़ती चली जाती है धीरे धीरे उसी वर्षा से बाढ़ और भयंकर बाढ़ की स्थिति पैदा होती चली जाती है ।ऐसे में इस बात का सटीक पूर्वानुमान यदि पहले से पता हो तो आपदा प्रबंधन संबंधी पर्याप्त तैयारियों का उपयोग और अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकता है अन्यथा अचानक प्राप्त परिस्थितियों के कारण बचावकार्यों में विशेष कठिनाई का सामना करना पड़ता है ।
-निवेदक भवदीय - बन्धुओ ! अधिकाँश आपदाओं का कारण हैं भूकंप ,बाढ़ ,तूफान ,सूखा एवं आग लगने की अधिकता जैसी घटनाओं के पूर्वानुमानों संबंधी कमजोरियाँ !वर्षा के विषय में प्राप्त पूर्वानुमान प्रायः दो चार आठ दिन पहले ही पता लग पाते हैं किंतु किस वर्षा से बाढ़ और भयंकर बाढ़ की परिस्थितियाँ पैदा हो जाएँगी इसका पूर्वानुमान लगा पाना अभी भी अत्यंत कठिन होता है । लंबे समय तक चलने वाली वर्षा के विषय में मौसम विभाग के पूर्वानुमानों की अवधि भी वर्षा के आगे बढ़ते जाने के साथ साथ बढ़ती चली जाती है धीरे धीरे उसी वर्षा से बाढ़ और भयंकर बाढ़ की स्थिति पैदा होती चली जाती है ।ऐसे में इस बात का सटीक पूर्वानुमान यदि पहले से पता हो तो आपदा प्रबंधन संबंधी पर्याप्त तैयारियों का उपयोग और अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकता है अन्यथा अचानक प्राप्त परिस्थितियों के कारण बचावकार्यों में विशेष कठिनाई का सामना करना पड़ता है ।
महोदय !इसी उद्देश्य से मैंने लगभग 20 वर्ष पहले मौसम संबंधी
पूर्वानुमान को और अधिक सटीक बनाने हेतु प्राचीन 'समयविज्ञान' के द्वारा
प्राकृतिक आपदाओं पर रिसर्च का कार्य प्रारंभ किया था तब से हमारा यह
प्रयास निरंतर जारी है इतने
लम्बे समय से चले आ रहे इस शोधकार्य के अनुभवों से मुझे ऐसा लगने लगा है
कि जैसे सूर्योदय होने के साथ ही सूर्यास्त होने का और सूर्यास्त होने के साथ ही सूर्योदय होने
का पूर्वानुमान लगा लिया जाता है ठीक उसी प्रकार से प्रकृति में बहुत
सारी घटनाएँ एक दूसरे से जुडी हुई हैं यदि उनका एक शिरा पकड़ में आ जाए तो
दूसरे का अनुमान लगा पाना न केवल आसान हो जाएगा अपितु अधिक सटीक भी होगा ।
श्रीमान जी !इस समय विज्ञान के द्वारा भूकंप जैसी कई प्राकृतिक घटनाओं के घटित होने के दिन, समय और स्थान बिंदुओं पर रिसर्चकरके उसी आधार पर भविष्य में घटने वाली कई प्राकृतिक घटनाओं का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है ।जिस तारीख को जिस समय जिस स्थान पर भूकंप आदि घटनाएँ घटती हैं उस तारीख ,समय और स्थान का इस रिसर्च में महत्त्व होता है। इसी विधा के द्वारा कुछ भूकंपों से संबंधित पूर्वानुमान भूकंप आने वाले दिन ही ब्लॉग पर प्रकाशित कर दिए गए थे उनमें दोबारा किसी भी प्रकार का संशोधन नहीं किया गया है इसकी जाँच भी की जा सकती है !उन्हीं में से कुछ भूकंपों के आधार पर भविष्य संबंधी घटनाओं के ये हैं पूर्वानुमान -
श्रीमान जी !इस समय विज्ञान के द्वारा भूकंप जैसी कई प्राकृतिक घटनाओं के घटित होने के दिन, समय और स्थान बिंदुओं पर रिसर्चकरके उसी आधार पर भविष्य में घटने वाली कई प्राकृतिक घटनाओं का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है ।जिस तारीख को जिस समय जिस स्थान पर भूकंप आदि घटनाएँ घटती हैं उस तारीख ,समय और स्थान का इस रिसर्च में महत्त्व होता है। इसी विधा के द्वारा कुछ भूकंपों से संबंधित पूर्वानुमान भूकंप आने वाले दिन ही ब्लॉग पर प्रकाशित कर दिए गए थे उनमें दोबारा किसी भी प्रकार का संशोधन नहीं किया गया है इसकी जाँच भी की जा सकती है !उन्हीं में से कुछ भूकंपों के आधार पर भविष्य संबंधी घटनाओं के ये हैं पूर्वानुमान -
- नेपाल में 22 -4-2015 को आए तूफान के कारण 25-4-2015 को भूकंप आया था और 25-4-2015को भूकंप आने के कारण 10 -6 -2015 तक आफ्टर शॉक्स आने के विषय में पूर्वानुमान सही घटित हुए हैं ।
- इसी प्रकार से 26 -10-2015 को हिंदूकुश से भारत तक आए भूकंप के कारण मद्रास जैसे समुद्र के किनारे के शहरों में भीषण बाढ़ का पूर्वानुमान लगाया गया था जो सही साबित हुआ है ।
- 10 -4-2016 को आए भूकंप के प्रभाव से ही भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में नदियाँ कुएँ तालाब आदि बहुत तेजी से सूखने लगे ,गर्मी बहुत अधिक बढ़ गई एवं आग लगने संबंधी घटनाएँ बहुत तेजी से बढ़ने लगीं ऐसी सभी घटनाओं का पूर्वानुमान 10 -4-2016 को ही लगा लिया गया था जो सच साबित हुआ है ।
- 13
-4-2016 को आए भूकंप से चीन ,भारत ,बँगलादेश आदि जो जो देश ,प्रदेश या शहर
आदि इस भूकंप से प्रभावित हुए थे अर्थात भूकंप का कम्पन महसूस किया गया उन
उन देशों प्रदेशों शहरों में भूकंप आने के बाद हुई भीषण वर्षा और भयंकर
बाढ़ का पूर्वानुमान 13 -4-2016 को ही लगाया जा चुका था !जो सच साबित हुआ है
।
ऐसे सभी प्रकार के भूकंपों के कारण हुए उत्पातों का असर अगले 45
दिनों तक अधिक दिखता है यद्यपि रहता तो 6 महीने तक है समय के साथ धीरे धीरे
सामान्य होता चला जाता है किंतु एक भूकंप की समय सीमा के बीच यदि भूकंप
आदि कोई दूसरा उत्पात हो जाता है तो उसका असर भी दिखाई पड़ता है जैसे 13
-4-2016 के भूकंप के कारण चल रही भीषण वर्षात7 मई 2016 को असम और मेघालय में आए भूकंप के कारण भूकंप
से प्रभावित क्षेत्रों में अचानक रुक गई थी ! सभी भूकंपों की श्रेणियाँ
भिन्न भिन्न प्रकार की होती हैं और इनका फल भी एक जैसा नहीं होता है इसका
पूर्वानुमान भूकंप आने की तारीख ,समय और स्थान आदि के आधार पर लगाया जाता
है !
अतएव आपसे सानुरोध निवेदन है कि मेरे शोधकार्यों को आगे बढ़ाने के लिए मेरी मदद की जाए साथ ही हमें वे संसाधन उपलब्ध कराए जाएँ जिससे अपने शोध कार्य को मैं निरंतर आगे बढ़ा सकूँ ! मुझे विश्वास है कि आपके द्वारा मदद पाकर मैं प्रकृति में अचानक होने वाले परिवर्तनों से भविष्य में घटने वाली प्राकृतिक घटनाओं ,बीमारियों आदि अनेक विषयों से संबंधित पूर्वानुमान लगाने में सफल हो सकता हूँ ।
राजेश्वरीप्राच्यविद्याशोधसंस् थान(रजि.)
------------आचा र्यडॉ.शेषनारायण वाजपेयी -------------
एम. ए.(व्याकरणाचार्य) ,एम. ए.(ज्योतिषाचार्य)-
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी
एम. ए.हिंदी -कानपुर विश्वविद्यालय \ PGD पत्रकारिता -उदय प्रताप कालेज, वाराणसी
पीएच.डी हिंदी (ज्योतिष)-बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU )वाराणसी
K -71 ,छाछी बिल्डिंग, कृष्णा नगर, दिल्ली -110051
Tele: +91-11-22002689, +91-11-22096548
Mobile : +919811226973,
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी
एम. ए.हिंदी -कानपुर विश्वविद्यालय \ PGD पत्रकारिता -उदय प्रताप कालेज, वाराणसी
पीएच.डी हिंदी (ज्योतिष)-बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU )वाराणसी
K -71 ,छाछी बिल्डिंग, कृष्णा नगर, दिल्ली -110051
Tele: +91-11-22002689, +91-11-22096548
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