बलात्कार
भावना को कुचलने का पर्व है रक्षाबंधन ! बहनें कभी पराई नहीं होतीं
जिन्हें पराई कहा जाता
है वो भी अपनी होती हैं उनके साथ भी बहनों जैसा वर्ताव करके तो देखो !बहुत अपनापन देती हैं वो । कितना सुख देती हैं बहनें ! भाइयों के दोषों को भी गुण सिद्ध किया करती हैं बहनें ! भाइयों की भूल को मजबूरी मान लिया करती हैं बहनें ,भाइयों की लापरवाही को व्यस्तता मान लिया करती हैं बहनें ,भाइयों की कंजूसी को आदत बता दिया करती हैं बहनें !भाइयों के गुस्सा को अनुशासन समझ कर सह जाती हैं बहनें !अपनी अपनी ससुरालों में भाइयों का पक्ष लेते लेते लड़ जाती हैं बहनें !उन ससुरालियों के बीच भाइयों के सम्मान के लिए अकेली जूझती हैं बहनें !भाइयों की गलतियों के लिए खुद माफी माँग लिया करती हैं बहनें !भाइयों पर कितना भरोसा करती हैं बहनें !अरे !प्रेमिका बना कर आत्महत्या करने वालो !कभी बहन बनाकर कर देखो कितना आनंद देती हैं बहनें !तुम्हें कितनी इज्जत से देखता है समाज !मूत्रता के पीछे भागने वालो !मित्रता के आनंद का अनुभव कीजिए और प्रदूषित होते सामाजिक वातावरण को बदलने का संकल्प लीजिए !
है वो भी अपनी होती हैं उनके साथ भी बहनों जैसा वर्ताव करके तो देखो !बहुत अपनापन देती हैं वो । कितना सुख देती हैं बहनें ! भाइयों के दोषों को भी गुण सिद्ध किया करती हैं बहनें ! भाइयों की भूल को मजबूरी मान लिया करती हैं बहनें ,भाइयों की लापरवाही को व्यस्तता मान लिया करती हैं बहनें ,भाइयों की कंजूसी को आदत बता दिया करती हैं बहनें !भाइयों के गुस्सा को अनुशासन समझ कर सह जाती हैं बहनें !अपनी अपनी ससुरालों में भाइयों का पक्ष लेते लेते लड़ जाती हैं बहनें !उन ससुरालियों के बीच भाइयों के सम्मान के लिए अकेली जूझती हैं बहनें !भाइयों की गलतियों के लिए खुद माफी माँग लिया करती हैं बहनें !भाइयों पर कितना भरोसा करती हैं बहनें !अरे !प्रेमिका बना कर आत्महत्या करने वालो !कभी बहन बनाकर कर देखो कितना आनंद देती हैं बहनें !तुम्हें कितनी इज्जत से देखता है समाज !मूत्रता के पीछे भागने वालो !मित्रता के आनंद का अनुभव कीजिए और प्रदूषित होते सामाजिक वातावरण को बदलने का संकल्प लीजिए !
हमारी ओर से इस पावन पर्व पर आप सभी भाई बहनों
को बहुत बहुत बधाई !सभी बहनों प्रणाम !
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