माननीय पर्यावरण मंत्री जी
सादर नमस्कार
विषय :जलवायु परिवर्तन के विषय में -
महोदय,
- परिवर्तन तो प्रकृति का नियम है प्रत्येक व्यक्ति वस्तु स्थान आदि में प्रतिपल छोटे बड़े परिवर्तन तो होते ही रहते हैं और हमेंशा से ही होते रहे हैं किंतु उनके गुणों में परिवर्तन होते कभी नहीं देखा जाता है ऐसी परिस्थिति में जलवायुपरिवर्तन का मतलब किस प्रकार का परिवर्तन ?जल और वायु के गुणों में होने वाला परिवर्तन ही है या कुछ और ?
- कहा जा रहा है कि जलवायुपरिवर्तन के कारण कहीं कम वर्षा कहीं अधिक तथा बहुत अधिक वर्षा ,आँधी तूफ़ान आदि घटित होने के लिए जलवायु परिवर्तन को ही जिम्मेदार माना और बताया जा रहा है | ऐसी परिस्थिति में जलवायु परिवर्तन होता कैसे है उसे पहचानने के वैज्ञानिक लक्षण क्या हैं उसका परीक्षण कैसे किया जाता है और जलवायु परिवर्तन के कारण भविष्य में जिस जिस प्रकार की डरावनी घटनाओं के घटित होने की आशंका व्यक्त की जा रही है ऐसा कहने के पीछे वैज्ञानिकता क्या है तर्क और प्रमाण क्या हैं ?
- जलवायुपरिवर्तन जैसी ऐसी किसी भी शंका समाधान करने हेतु इसके परीक्षण के लिए बहुत लंबे काल खंड में घटित होती रही प्राकृतिक घटनाओं का अनुभव आवश्यक माना जाता है ऐसी परिस्थिति में बीते हजारों वर्षों में से कितने सौ वर्षों के अनुभव के आधार पर ये आशंका व्यक्त की जा रही है कि पहले ऐसी प्राकृतिक घटनाएँ नहीं घटित होती थीं जैसी आज घटित होने लगी हैं भविष्य में और अधिक घटित होंगी | ऐसा कहने के लिए आधार भूत सरकार के पास कितने सौ वर्षों में घटित हुई बाढ़ आँधी तूफ़ान आदि बड़ी प्राकृतिक घटनाओं की सूची उपलब्ध है ?जिसमें किए गए अनुभवों के आधार पर ऐसा कहा जा रहा है ,ऐसी कोई सूची है तो कृपया मुझे भी उपलब्ध करवाई सकती है क्या ?
- बीते कुछ सौ वर्षों का यदि उदाहरण लिया जाए तो किस सदी में भीषण आँधी तूफ़ान नहीं आए हैं भीषण बाढ़ नहीं आयी है भीषण सूखा नहीं पड़ा है इसके अतिरिक्त भी ऐसी कौन कौन सी बड़ी प्राकृतिक घटनाएँ हैं जो पहले की शताब्दियों में नहीं घटित होती थीं केवल इसी शदी में घटित होने लगी हैं उनका पता लगाने के लिए ऐसा कौन सा अनुसंधान किस प्रक्रिया से किया गया है जिससे इस बात का पता लगाया जा सका कि ऐसी प्राकृतिक घटनाओं के घटित होने के पीछे मुख्यकारण जलवायु परिवर्तन ही है ?
- ऐसा कहा जाता है कि कार्वनउत्सर्जन का प्रभाव भी जलवायु परिवर्तन पर पड़ता है किंतु यह बात केवल काल्पनिक है या इसके पीछे कोई वैज्ञानिक आधार अनुसंधान आदि भी है जिसके परिणाम स्वरूप यह पता लग पाया हो कि कार्वनउत्सर्जन का प्रभाव भी जलवायु परिवर्तन पर पड़ता है!यदि ऐसा है तो उस अध्ययन की प्रक्रिया क्या थी उसके द्वारा कितने वर्षों तक अनुसंधान करने और अनुभव जुटाने के बाद में यह माना गया कि ऐसा होता है ?
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