बुधवार, 20 नवंबर 2013

आर. एस. एस .जैसे विशुद्ध रूप से राष्ट्रवादी संगठन है

         अन्य सांप्रदायिक संगठनों के साथ आर. एस. एस . की तुलना कतई नहीं  की जा सकती !

 

     स्वस्थ सोच के साथ आर. एस. एस . केवल धार्मिक संगठन ही नहीं है अपितु राष्ट्र के प्रति समर्पित संगठन है जबकि अन्य जिन धार्मिक संगठनों की बात आप कर रहे हैं वे न केवल धार्मिक अपितु उन्मादी संगठन हैं इसलिए अन्य सांप्रदायिक संगठनों के साथ आर. एस. एस . की तुलना कतई नहीं  की जा सकती !एक बात और ध्यान रखनी होगी कि आर. एस. एस . से उतना खतरा अन्य किसी भी संप्रदाय वाले  को नहीं है जितना खतरा भारतीय उन सरकारों को हैं जो केवल जातीय एवं सांप्रदायिक भय फैलाकर चुनाव जीत लेती हैं इसके बाद देश एवं देश वासियों को शोषण करती रहती हैं ,ये खेल आजादी के बाद से लगभग अभी तक चला आ रहा है !

      मूल बात जो मैं कहना चाहता हूँ कि आर. एस. एस .जैसे राष्ट्रवादी संगठन में यदि थोड़ी भी कमी पाई गई होती तो  आचार विचार स्वाभिमान शून्य सरकारें इस पवित्र राष्ट्रवादी संगठन को अब तक कब का निगल गई होतीं !किन्तु  आर. एस. एस.अभी तक विश्व स्तर पर अपनी ईमानदार छवि प्रस्तुत करने में सफल रहा है उसका कारण आर. एस. एस .का सदाचरण ही  है । काँग्रेसी लोग जितनी आलोचना, निंदा आदि से करते हुए आर. एस. एस . को आरोपित करते हैं इनसे क्यों नहीं पूछा जाता है कि हमेंशा सरकारों में आप रहे हैं यदि यह संगठन इतना गलत था तो जाँच करके आपने कार्यवाही क्यों नहीं करवाई !इसका सीधा सा अर्थ है कि इन काँग्रेसी सरकारों में भी बाधा बिहीन होकर अपना कार्य संचालन करने वाला  आर. एस. एस.जैसा पवित्र संगठन विशुद्ध रूप से राष्ट्रवादी है इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए !

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