प्रधानमंत्री जी,वैसे मोदी जी घातक होंगे कि नहीं पता नहीं,किन्तु आपके विषय में आपका क्या विचार है?
आप के शासन काल
में तो देश को मँहगाई भ्रष्टाचार बलात्कार आदि सारी पीड़ाएँ आपकी कृपा से
मिलती रही हैं!जहाँ तक नरेन्द्रमोदी जी की बात है उन्होंने अपने प्रदेश का अच्छा विकास किया है उनके प्रदेश की जनता को उनसे कोई शिकायत नहीं है जहाँ तक उनके घटक होने की बात है ये बात आप नहीं आपका डर बोल रहा है कि मोदी जी आ गए तो सुशासन होगा विकास होगा महँगाई समाप्त होगी इन सबके साथ साथ यदि होने लगी घपले घोटालों की जांच तो कोयला घोटाले की भी फैल का नंबर जरूर आएगा सूना जाता है कि उसमें कुछ आपका भी योगदान है यदि दुर्भाग्य वश ऐसा हुआ ही तो बिगड़ जाएगा बुढ़ापा और ज्यादा कुछ नहीं तो लोग घोटाले बाज तो कहने ही लगेंगे इसलिए मोदी जी देश के लिए नहीं ऐसा होगी सत्ता देश के लिए नहीं आपके लिए जरूर अनिष्टकर सिद्ध हो सकते हैं ! वैसे भी उन्हीं के कारण अब आपको प्रधानमंत्री पद से हटाया जा रहा है।यद्यपि मोदी जी आपको घातक
लगते हैं किन्तु हैं नहीं, ये आपको डरवाया जा रहा है इसलिए आपका ऐसा
अनुमान है !वैसे भी आप तो ठहरे ईमानदार प्रधानमंत्री आपको भय किस बात का ?आपके लिए वो घातक नहीं भी हो सकते हैं!
आप के शासन काल में
देश को मँहगाई भ्रष्टाचार बलात्कार आदि सारी पीड़ाएँ आपकी कृपा से मिलती
रही हैं! आपके विषय में आपका क्या विचार है ? क्या कारण है कि काँग्रेस
का प्रधानमंत्री होने के बाद लोगों की बोलती ही बंद हो जाती है नरसिंह राव
जी का भी नाम मौनी बाबा पड़ गया था आपका भी!साढ़े नौ साल से तो आप बोले नहीं जाते जाते बोले तो इतना बुरा बोले !खैर,कम मोदी जी भी नहीं हैं आप का जवाब देने के लिए वो भी कोई अच्छा सा सेंटेंसपीस तैयार कर ही रहे होंगे जिसके लिए आपको तैयार रहना भी चाहिए क्योंकि जब आप कुछ बोल नहीं लेते थे वे इतना बोल गए फिर मोदी जी तो बोलने के लिए ही बदनाम हैं वो क्या कुछ बोलेंगे वो तो समय ही बताएगा ।
अभी तक महँगाई भ्रष्टाचार
बलात्कार आदि बातों पर तो आपका बोल कभी नहीं फूटा अब हटने का समय आया तो
बोलती फूटने लगी है ? चलो मोदी जी के बहाने ही आप बोले तो सही हमें तो इसी
बात की ख़ुशी है !प्रधान मंत्री जी !
श्रीमान जी! आपकी दशा हमेंशा
उस धृतराष्ट की तरह लग रही है जिसके रखे हुए प्रस्ताव(बिल) कभी गांधारी फाड़कर फ़ेंक देती
रहीं कभी युवराज दुर्योधन!किन्तु बेइज्जती धृतराष्ट्र की ही होती थी !ऐसी
बेइज्जती सहने से अच्छा समझकर धृतराष्ट्र स्वयं ही अलग हो गए थे ।
हमारा उद्देश्य आपकी तुलना
उनसे करना कतई नहीं है वो लोग वीर एवं सिद्धांत वादी थे किन्तु आपसे इतनी
अपेक्षा अवश्य है कि प्रधानमंत्री होने के नाते जिस देश के आप अभिभावक हैं
उस देश के किसी मुख्य मंत्री को घातक कहना अब स्वयं आपको संदेह के घेरे में
ला खड़ा करता है। वैसे भी देश के लिए मोदी जी यदि इतने ही बड़े घातक थे तो एक प्रधानमंत्री होने के
नाते उनसे देश और प्रदेश को बचाने की आप की ही जिम्मेदारी थी जो आप करने
में असफल रहे और वो मुख्य मंत्री बनते चले गए ।इतना ही नहीं वहाँ की जनता
भी उनका साथ देती चली गई क्या आप गुजरात की जनता को उन मोदी जी की बिनाश
भावनाओं का सहयोगी मानते हैं प्रधानमंत्री जी ?
मान्यवर !समाज आपके ऊपर बेईमानी असभ्यता या भ्रष्टाचार में सम्मिलित होने के सीधे आरोप लगाने में हमेंशा हिचकता रहा है। काम कुछ हुआ हो न हुआ हो फिर भी भाषा की शालीनता आपकी हमेंशा प्रशंसनीय रही है किन्तु जाते जाते आपने
नरेन्द्र मोदी जी के लिए जैसे शब्दों का प्रयोग किया है उससे वह तमगा भी
आपने गँवा दिया आपको एक बार तो सोचना ही चाहिए था कि आप जिसके लिए ऐसे शब्दों का
प्रयोग कर रहे हैं वह उस देश के एक प्रदेश का मुख्य मंत्री है जिस देश के
आप प्रधानमंत्री होने के नाते अभिभावक भी हैं यदि उस गुजरात प्रदेश की जनता
अपना अभिभावक समझ कर आपसे पूछ ही दे कि आपने जानते हुए भी ऐसे विनाशकारी
व्यक्ति के शासन में रहने से हमें बचाया क्यों नहीं क्या जवाब देंगे
प्रधानमंत्री जी? क्या आप यह कहेंगे कि ऐसे व्यक्ति को आपने वोट दिया था तो आप
भोगेंगे ही उसमें हमारा कुछ दायित्व ही नहीं बनता था ! धन्यवाद !!!
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