गुरुवार, 15 मई 2014

लालू जी सावधान ! आ गया अब आडवाणी जी का चेला ! अब घबड़ा क्यों रहे हो लालू जी ! सोनियां जी कोई मदद नहीं कर पाएंगी !

    लालू जी -बोल तेरे साथ क्या सलूक किया जाए ? 

     काँग्रेस को खुश करने के लिए लालू जी ! बहुत दिन तुमने भाजपा के शीर्ष नेताओं का उपहास उड़ाया है अब क्यों घबड़ा रहे हो ? आपका अडवाणी जी को कैद करने का बदला  भी तो अब चुकाना है ,क्योंकि जबतक वो उधार रहेगा तब तक तुम बोलते रहोगे ! सोनियाँ जी को खुश करने के लिए अडवाणी जी को कैद करने सम्बन्धी अपनी बहादुरी की कथा बार बार सुनाते रहोगे !इसलिए  बिना बदला  चुकाए आपकी चोंच चुप नहीं हो सकती ! आपको ये भी संकोच नहीं होता है कि श्री आडवाणी जी उम्र में आप से कितने बड़े हैं और आप उनसे कितना छोटे हैं दूसरा कहाँ उनकी ईमानदार बेदाग छवि और कहाँ आप जैसे लोग........!    फिर भी आप क्रूर काँग्रेसियों को खुश करने के लिए कितना अनाफ सनाफ बोलते हो क्या आम जनता को पता नहीं है कि आप उनके पक्ष में क्यों दुम हिला  रहे हो! सब को पता है कि यदि आपके घपलों घोटालों की फिर से कायदे से जाँच हो गई तो कभी बोलने लायक रह भी नहीं जाओगे !और आप जैसे लोगों को चुनावों के समय चुनाव प्रचार की सुविधा नहीं मिलनी चाहिए थी जो मिली है। 

     वैसे भी जब कैद में रहने वाले किसानों को फसल बोने  और काटने के लिए जेल से बाहर निकलने की छूट नही मिलती है तो किसी  नेता को चुनाव प्रचार करने के लिए  जेल से बाहर आने की छूट क्यों मिल जाती है ये आम आदमी और दमदार नेता के साथ कानूनी व्यवहार में अंतर क्यों है ?

    ये मजाक अब नहीं चलेगा आखिर आम जनता का भी कोई सम्मान होता है जिसे नेता न समझें तो न समझें लालू जी !आप पर इतने बड़े बड़े भ्रष्टाचार के आरोप लगे जिनके कारण  आप जेल भेजे गए और चुनावों के समय आपकी सुविधानुशार फिर आप छोड़ दिए गए जिसका दुष्परिणाम ये हुआ कि लोकतंत्र के ईमानदार लोगों को आप ललकारते  रहे हैं । ये लोकतंत्र का मजाक नहीं है तो क्या है ! ये अब नहीं चलेगा और यदि यही चलना है तो ऐसा लोकतंत्र नहीं चलेगा जिसमें सारे कठोर कानूनों की व्यवस्था केवल आम जनता के लिए हो नेता लोग उससे बच निकलें । लालू जी! आखिर ऐसा कब तक सहा जाएगा कि आप जैसे लोग बड़े बड़े घपले घोटालों के आरोप  में जेल जाएँ तो  अपनी सुविधानुशार चमकते हुए जेल से बाहर निकल आवें और आम आदमी जेल जाए तो उसका इतना हाल बेहाल होता है कि महीनों तक लोगों से आँख मिलाने की हिम्मत नहीं पड़ती है !

        मोदी के भय से भड़भड़ाकर भागते हुए विरोधी नेता लोगो !
अरे ठहरो ! ठहरो !सपा के सूरमाओ ठहरो !बसपा  के बलशालियों ठहरो ! जनता दल लालटेन वालो डरो मत !अरे काँग्रेस के अकर्मण्य योद्धाओं ! पीठ दिखाकर मत भागो  ऊटपटाँग मत बोलो ! ठहरो! घबराओ मत! जनसेवा व्रती मोदी आ रहा है स्वागत करो !वो भ्रष्टाचार मिटाने आ रहा है भ्रष्टों के संस्कार सुधारने आ रहा है ।see more....http://snvajpayee.blogspot.in/2014/05/blog-post_7.html

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