फिर बोले मणिशंकर अय्यर, 'मोदी तो कल का लड़का है -जी न्यूज
अय्यर साहब ने अपने हिसाब से ठीक ही कहा होगा क्योंकि जिस पार्टी के अस्सी वर्ष के तिवारी जी जैसे नेता भी शादी के लिए अपने को जवान समझ बैठते हों और साथ पैंसठ से ऊपर तो कई लोग शादी की कतार में सुने जा रहे हैं और 43 वर्ष के राहुल जी की तो शादी की कहीं कोई चर्चा ही नहीं सुनी जा रही है हो सकता है कि मणिशंकर अय्यर जी के हिसाब से जवानी की उम्र ही सत्तर वर्ष के बाद आती हो इसीलिए राहुल जी भी शादी की दृष्टि से अभी छोटे माने जा रहे हों आखिर दिग्विजय सिंह जी से तो छोटे ही हैं राहुल जी !दिग्विजय सिंह जी से तो मोदी जी भी छोटे हैं इस दृष्टि से मोदी जी तो मात्र 63 वर्ष के हैं तो लड़के ही माने जाएँगे और रही बात राहुल जी की वो तो मात्र 43 के हैं खैर ! देश को भी अब भी अय्यर साहब की उम्र गणित समझ आ जाएगी !इसलिए अब काँग्रेस में कोई 80 वर्ष में शादी करे या कोई 50 वर्ष में भी न करे तो किसी को कोई आश्चर्य नहीं होगा ,लोग अपने आपसे ही समझ जाएँगे कि इनकी इनके हिसाब से अब शादी की उम्र हो गई है अभी तक तो बेचारे बच्चे थे उनके इसी नियम से मोदी जी भी अभी लड़के ही हुए न ! see more...http://bharatjagrana.blogspot.in/2014/06/blog-post_11.html
काँग्रेसियों की पांडव समस्या और समाधान !
काँग्रेस पराजित होकर बनी पांडव तो अभी तक सरकार कौरवों की थी क्या ?
किन्तु यहाँ काँग्रेस और भाजपा में कौरव आखिर है कौन ?
जब सत्ता में थी तब काँग्रेस कौरव थी क्या ? क्योंकि तब तो संख्या कम न होकर अपितु see
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ऐसे सरकारी कर्मचारियों को आखिर कैसे सुधारेगी सरकार ?
जिन कर्मचारियों के भरण पोषण की सारी जिम्मेदारी जनता के पैसे से सरकार उठाती है क्या उस जनता के प्रति इनका कोई कर्तव्य नहीं है ! गैर जिम्मेदार कर्मचारियों की लापरवाही से व्यास नदी में बह गए न 24 छात्र छात्राएँ आखिर पानी छोड़ने के पूर्व क्यों नहीं दी गई कोई सूचना !यदि जिम्मेदारी पूर्वक काम करने कीsee more...http://bharatjagrana.blogspot.in/2014/06/24-6-6-see-more.html
ऐसे सभी सेक्सार्थियों पर क्यों नहीं होनी चाहिए समान कार्यवाही ?
मिलजुल कर प्यार का खेल खेलने वाले प्यार पाखंडियों पर कार्यवाही करते समय स्त्री पुरुष का भेदभाव क्यों ?सभी पर समान कार्यवाही क्यों नहीं ?
प्रेमी लड़कों के द्वारा की गई अश्लील हरकतें सहमति पूर्वक क्यों सही जाती हैं ?आपने भी देखे होंगे ऐसे दृश्य !
सहमति से सेक्स को पुलिस रोके तो 'प्यार पर पहरा' see more...http://bharatjagrana.blogspot.in/2014/01/blog-post_21.html
अब बंद होनी चाहिए प्यार के नाम पर "बलात्कारों की सार्वजनिक रिहर्सल" !
आखिर कैसी होती है बलात्कारियों की दुनियाँ और क्यों मचा है बलात्कारों से हाहाकार !see more...http://bharatjagrana.blogspot.in/2014/06/blog-post_6757.htmlबार बार बलात्कारी पकड़े जाते हैं फिर भी होते हैं बलात्कार आखिर क्यों ?उन्हें फाँसी जैसे कठोर कानून का भय नहीं है क्या ?
घूस के प्रचलन ने बढ़ा रखे हैं अपराधियों के हौसले !ईमानदार लोग घूस देंगें क्यों और और जो देंगे वो फ्री में क्यों देंगे वो जब कुछ गलत करेंगे तो बचने के लिए घूस देंगे और जब कुछ करने से पहले ही घूस दे देंगे तो पकड़े क्यों जाएँगे और जो पकड़े जाएँगे उन्होंने घूस नहीं दी होगी इसका मतलब वो अपराधी नहीं होंगे तो उनके जेल चले जाने से अपराध घटें कैसे !और जिन्होंने घूस दी होगी वो खाली क्यों बैठेंगे ?वो फिर कुछ गलत करेंगे और फिर बचाए जाएँगे …!see more...http://bharatjagrana.blogspot.in/2014/06/ibn7.html
लड़के लड़कियों की आपसी मित्रता में किसी को तन से मरना पड़ता है किसी को मन से !
मित्र की परीक्षा मुसीबत में होती है किन्तु आज की मित्रता मुशीबत तक चलती कहाँ है !उसके पहले पहले टूट जाती है !
इस स्वार्थी युग में निस्वार्थ मित्रता करना ही सबसे बड़ा भ्रम होता है फिर भी लड़के लड़कों की see more...http://bharatjagrana.blogspot.in/2014/06/blog-post_10.html
समाजवादी पार्टी के सत्ता में आते ही अफसर क्यों भूल जाते हैं अपनी जिम्मेदारी ?
केवल सपा के नेताओं एवं उनके नाते रिश्तेदारों के काम करने के लिए ही बनी है क्या सपा सरकार ?आखिर आम जनता किससे कहे अपने काम काज कोई सुनता तो है नहीं !
see more...http://samayvigyan.blogspot.in/2014/03/blog-post.html
भाजपा को मिली प्रचंड विजय में किसका कितना योगदान ?और किसकी कितनी कृपा ?
भाजपा की विजय का श्रेय आखिर दिया किसे जाए?
मोदी जी को , राजनाथ सिंह जी को ,अमित शाह जी को ,या सम्पूर्ण भाजपा को या कल्पित जेपीगाँधी बाबा जी को , या आम जनता को ?
आज आडवाणी जी ने कृपा शब्द का प्रयोग जिस सन्दर्भ में किया भले ही मोदी जी see more...http://snvajpayee.blogspot.in/2014/05/blog-post_19.html
भाजपा का आम कार्यकर्ता किससे कहे अपनी व्यथा ?उत्साह बर्द्धन तो उसका भी जरूरी है !
भाजपा के आम कार्यकर्ता को भी मिलना चाहिए हेल्प लाइन नंबर ताकि वो अपनी बात भी पहुँचा सके अपने शीर्ष नेतृत्व तक और सुनी जाए उसकी भी आवाज !
वैसे भी अब तो चुनाव भी हो गए अपनी पार्टी सत्ता में भी आ गई अब तो आम कार्यकर्ताओं को भी लोग बताने लगे हैं अपने जरूरी काम और घर वाले भी पूछने लगे हैं उनसे हिसाब किताब कि जिसे जो बनना था सो तो बन गया जो रह गया सो अब बन जाएगा किन्तु पार्टी की नज़रों में तुम कहाँ हो.……! see more...http://snvajpayee.blogspot.in/2014/06/blog-post_8.html
भाजपा के आम कार्यकर्ता को भी मिलना चाहिए हेल्प लाइन नंबर ताकि वो अपनी बात भी पहुँचा सके अपने शीर्ष नेतृत्व तक और सुनी जाए उसकी भी आवाज !
वैसे भी अब तो चुनाव भी हो गए अपनी पार्टी सत्ता में भी आ गई अब तो आम कार्यकर्ताओं को भी लोग बताने लगे हैं अपने जरूरी काम और घर वाले भी पूछने लगे हैं उनसे हिसाब किताब कि जिसे जो बनना था सो तो बन गया जो रह गया सो अब बन जाएगा किन्तु पार्टी की नज़रों में तुम कहाँ हो.……! see more...http://snvajpayee.blogspot.in/2014/06/blog-post_8.html
नरेंद्र मोदी जी की 'न' अक्षर वाले नितीश से पटरी नहीं खाई तो नवाज से कैसे खाएगी ?
नरेंद्र मोदी जी और नवाजशरीफ के बीच सकारात्मक परिणाम निकलने की सम्भावनाएँ बहुत कम हैं यदि प्रारम्भ में कुछ बातचीत बनते भी दिखाई दे तो भी see more...http://snvajpayee.blogspot.in/2014/05/blog-post_25.html
नरेंद्र मोदी बोलने लगे काँग्रेसियों की भाषा -नव भारत टाइम्स
किन्तु भाषा पर किसी का एकाधिकार नहीं है 'सबका साथ सबका विकास' बोलती तो काँग्रेस भी यही थी और मोदी जी भी यही बोल रहे हैं और भविष्य में भी जिसे चुनाव लड़ने और जीतने की इच्छा होगी उसे भी बोलनी यही भाषा पड़ेगी इसके अलावा विविधता वाले अपने देश में दूसरी ललकार चलेगी ही नहीं !काँग्रेस और मोदी जी में अंतर केवल इतना है कि काँग्रेस के कहने पर दस वर्ष जनता ने विश्वास करके देख लिया जब वो जनाकांक्षाओं पर खरे नहीं उतरे तो अबकी बार जनता ने भाजपा पर विश्वास किया है और आशा है कि मोदी जी खरे उतरेंगे !आशा ही जीवन है आखिर आशा तो रखनी ही है !इसके अलावा जनता के सामने विकल्प क्या है ?
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