बुधवार, 25 जून 2014

जगद्गुरू शंकराचार्य श्री स्वरूपानंद जी ने धर्म रक्षा सम्बन्धी शास्त्रसम्मत बयान दिया है उसे विवादित बयान कहना ठीक नहीं होगा !

                 

     सभी सनातन धर्मियों से निवेदन है कि आपके धर्म ,वेद ,पुराणों एवं  धर्म शास्त्रों  की पवित्र परंपराओं को धार्मिक तस्कर छिन्न भिन्न करने पर तुले हुए हैं, आज मंदिरों में बाबाओं की मूर्तियाँ पूजी जा रही हैं देवी देवता उपेक्षा के शिकार होते जा रहे हैं बाबाओं की आरतियाँ दिन में पाँच पाँच बार हो रही हैं जबकि देवी देवताओं को एक बार दीप दिखाने के लाले पड़ रहे हैं पैसों का लोभ देकर सुनियोजित षडयंत्र चलाया जा रहा है कृपया इस षड्यंत्र को समझें ! आज जगद्गुरू शंकराचार्य श्री स्वरूपानंद जी ने इस अवस्था में भी अत्यंत साहस पूर्वक इन षड्यंत्रकारियों को ललकारा है ! यदि अबकी बार ये आवाज किसी प्रकार से दबा दी गई तो दुबारा उठाने तक बहुत बिलम्ब हो जाएगा । आज मीडिया भी निष्पक्ष भूमिका में नहीं दिख रहा है वह भी शंकराचार्य  जी के धर्म रक्षा सम्बन्धी शास्त्रसम्मत बयान को विवादित बयान बता रहा है !सनातन धर्मियों को गंगा जमुनी तहजीब सिखाई जा रही है हमें असहिष्णु बताया जा रहा है शास्त्रीय ज्ञान के अभाव के कारण कुछ लालपीले परिवेष वाले बाबा लोगों ने भी उन्हीं  विधर्मियों  के हाथ बेच दी हैं अपनी आत्माएँ और बोलने लगे हैं उन्हीं की भाषा !इससे उन सनातन धर्म प्रदूषकों का मनोबल इतना अधिक बढ़ गया है कि उनके संस्कार और सदाचार भ्रष्ट लोग भी हमारे शंकराचार्य जी से माफी माँगने को कहने लगे हैं ये सनातन धर्मियों के लिए चिंता की  बात है ! आप कल्पना करके देखिए कि कोई पोप,इमाम या किसी पादरी का अपमान करके कितना सुरक्षित रह सकता था कोई ,किन्तु सनातन धर्मियों की शिथिलता का परिणाम ही है कि आज अपने जगद गुरु के विरुद्ध आंदोलन चलाने पुतला फूँकने की प्रक्रिया प्रारम्भ हो चुकी है !ये लोग और अधिक निरंकुश न हो जाएं ,इसलिए बंधुओं !याद रखिए यदि ये ड्रामा समय रहते रोका नहीं गया तो सनातन धर्मियों को भी इन्हीं की भाषा में इनका जवाब देना पड़ सकता हैsee more.....http://bharatjagrana.blogspot.in/2014/06/blog-post_24.html

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