श्री राम मंदिर का निर्माण नेता चाहेंगे तो होगा अन्यथा नहीं होने देंगे कोई क्या कर लेगा ?
श्री
रामभक्तों की पार्टी के मुखिया मोदी जी,रामभक्तों पर गोली चलवाने वाले
नेता मुलायम सिंह जी और श्री रामरथ यात्रा रोने वाले लालू जी बेटा बेटी की
शादी के लिए तो इकट्ठे हो सकते हैं किन्तुश्री राम मंदिर के लिए नहीं
,आखिर प्रभु श्री राम का क्या दोष !दोष तो राजनीति का है जो उनके नाम पर
की गई किन्तु सजा भुगत रहे हैं श्री राम लला !ये देश का दुर्भाग्य ही कहा
जाएगा !
राम भक्तों की सरकार के मुखिया मोदी जी जब राम भक्तों पर गोली चलवाने वाले मुलायम सिंह जी के यहाँ तिलक समारोह में सम्मिलित होने पहुँचे तब श्री रामरथ यात्रा रोकने वाले लालू जी और मुलायम सिंह जी न केवल सशरीर वहीँ उपस्थित थे अपितु प्रधानमंत्री के आगमन से फूले नहीं समा रहे थे मोदी जी को अपने बीच पाकर पूरी तरह से बाग़ बाग़ थे फोटो खिंचाने का आलम तो यह था बच्चों और घरवालों की बात तो छोड़िए साक्षात रामगोपाल जी मोदी जी के साथ फोटो खिंचाने के लिए सोफा के हैंडल में लटके हुए थे !मोदी जी देखते ही पूरा परिवार मानो झूम उठा हो बच्चों से बूढ़ों तक मोदी जी के साथ घुल मिल लेना चाहते थे !उधर मोदी जी भी संपूर्ण रूप से घुले मिले थे ऐसा लग रहा था मानों युगों से बिछुड़े अपने परिवार में पहुँच गए हों या यूँ कह लें कि जैसे चिर प्रतीक्षित मुराद पूरी हो गई हो ! शायद भाजपा के किसी प्रांतीय नेता के निमंत्रण पर न गए होते मोदी जी ,और शायद क्या कार्यकर्ताओं के यहाँ होते नहीं होंगे काम काम काज और क्या उनके मन की इच्छा नहीं होती होगी कि मोदी जी हमारे बेटा बेटी के काम काज में भी आएँ किंतु ऐसा कहाँ उसका नसीब कि वो निमंत्रण देने की भी हिम्मत कर सके ! बंधुओ !हमें याद रखना होगा कि ये वो कार्यकर्ता होता है मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए प्राण प्रण से जुटा रहा होगा दूसरी ओर ये वही लालू और मुलायम सिंह जी हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री पद पर पहुँचने से रोकने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी होगी और यदि दो चार सीटों के अंतर से मोदी प्रधानमंत्री बनने से रोके जा सकते होते तो ये दोनों लोग औकात लगा देते उन्हें रोकने के लिए !फिर भी वो लोग अपने और कार्यकर्त्ता पराया !बंधुओ! कुलमिलाकर आपस में बहुत मधुर और पारिवारिक संबंध दिखाई पड़े !
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