आदरणीय उपायुक्त महोदय (नार्थ एमसीडी )
सादर नमस्कार !
महोदय
मैं A- 7\41 कृष्णानगर ,नियर शनिबाजार,लालक्वार्टर कृष्णा नगर -110051 बिल्डिंग के सेकेंड फ्लोर में रहता हूँ | ये आवासीय बिल्डिंग है | बिल्डिंग के फस्ट फ्लोर वाले ने सिलाई कढ़ाई आदि की मशीनें लगा रखी हैं | जो अक्सर दिन रात चला करती हैं |मशीनों के चलने से बार बार भूकंप जैसे झटके लगते हैं | जिससे मेरे बच्चे डर जाते हैं |इससे हम लोग एवं हमारे बच्चों का सोना जगाना तक बाधित हो जाता है |इससे बच्चों को पढ़ने में बाधा होती है |उनकी परीक्षा का समय चल रहा है | इसीकारण से बच्चों में मानसिक चिड़चिड़ेपन की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है | मेरा बेटा बीमार हो गया है | उसे अस्पताल में एडमिट करना पड़ा है | अब उसे बेडरेस्ट बताया गया है | इन मशीनों के चलने से झटके लगते हैं जिससे उसका रेस्ट नहीं हो पा रहा है |मशीनों के चलने से मेरा बीपी बढ़ जाता है | इस कंपन से मेरे सिर में तेज चक्कर आता है उलटी लगती है |मशीनों के चलने में इसमें अवैध बिजली मीटर का उपयोग किया जा रहा है | जिसका नाम एड्रेस आदि सब कुछ गलत है | इसलिए बिजलीविभाग वालों ने 8 सितंबर 2025 को रेड डाली थी | उस रसीद को यहाँ संलग्न कर रहा हूँ | इससे भी प्रमाणित होता है कि इस आवासीय बिल्डिंग के आवासीय फ्लोर में अवैध रूप से व्यावसायिक गतिविधियाँ चलाई जा रही हैं |
मशीनों के कंपन से मशीनों के झटके बार बार लगने से बिल्डिंग भी कमजोर हो रही है | इसके साथ ही साथ हमारा एवं हमारे बच्चों का स्वास्थ्य बिगड़ता जा रहा है | रात रात भर बच्चे सो नहीं पा रहे हैं | दिन में पढ़ नहीं पा रहे हैं |
इस आवासीय फ्लोर में मशीनों को चलाने में अवैध बिजली मीटर का उपयोग किया जा रहा है |जिसका एड्रेस मेरी बिल्डिंग का नहीं है |बिजली बिल में लिखा पता नाम फ्लोर नंबर आदि सबकुछ गलत है | बिजली विभाग वालों के पास भी उस मीटर के कोई कागज़ नहीं हैं | वह मीटर किसने किस बिल्डिंग के किस फ्लोर के लिए लगवाया था ये किसी को पता ही नहीं है |जिसमें आने वाले ग्राहकों के लिए न तो पार्किंग की जगह है | अग्निशमन के लिए कोई व्यवस्था नहीं है |देर रात तक अपरिचित ग्राहकों का आना जाना लगा रहता है |उनसे सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है |
अतएव आपसे से विनम्र निवेदन है कि
श्री हर्ष मल्होत्रा
माननीय मंत्री,
सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं कारपोरेट मामले
भारत सरकार
नई दिल्ली
विषय: बीएसईएस यमुना पॉवर लिमिटेड द्वारा मेरी बिल्डिंग में लगे मीटर के संदर्भ में नियमानुसार कार्यवाई किए जाने के संदर्भ में -
सेवा में -
A-7/41 के सेकेंडफ्लोर शनिबाजार कृष्णानगर में मैं रहता हूँ | मेरी बिल्डिंग में एक ऐसा बिजली मीटर लगा हुआ है | जिसके बिल पर लिखा मकान नंबर मेरी बिल्डिंग का नहीं है | उस पर लिखा नाम मेरी बिल्डिंग में किसी का न अभी है और न पहले कभी रहा है | उस पर ग्राउंड फ्लोर लिखा है | हमारी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में दुकानें हैं | वहाँ रहने लायक कोई जगह ही नहीं है | यह रिहायसी बिल्डिंग है | इसके फस्ट फ्लोर में किराएदार के द्वारा मशीनें लगाकर इसका व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है | वो यह बिजली मीटर है |
( CA No. 100907780 विजयकुमार नाम से बिजलीकनेक्सन A-7/41/2-A G/F KRISHNA NGR DELHI NEAR SHANI BAZAR DELHI-110051 )
1. A-7/41/2-A नंबर बिल्डिंग वाला ये मीटर A-7/41 नंबर बिल्डिंग में चलाया जा रहा है | यहाँ A-7/41/2-A नंबर की कोई बिल्डिंग नहीं है | यह बिल्डिंग नंबर तथा विजय कुमार नाम किसी रजिस्ट्री में भी दर्ज नहीं है |
2. इस बिल में ग्राउंडफ्लोर दर्ज है जबकि यह फस्ट फ्लोर में चलाया जा रहा है |
2. इस आवासीय बिल्डिंग में लगा यह मीटर घरेलू उपयोग के लिए पंजीकृत है किंतु बिजिलेंस विभाग द्वारा मारे गए छापे में इसका व्यावसायिक उपयोग देखकर इस घरेलू मीटर को व्यावसायिक कर दिया गया है |
3. इस मीटर से मशीनें चला रहा व्यक्ति किराएदार है |
महोदय ,ऐसे बिजली मीटरों पर अभी तक जो बिल बकाया रह जाता रहा है | वो बिल्डिंग के नाम पर डाल दिया जाता रहा है | जो हम तीनों फ्लोर वालों के लिए देय मान लिया जाता है | इस मीटर के बिषय में मेरा निवेदन यह है कि इस मीटर पर आए हुए अधिक बिल को दिए बिना ही यदि किराएदार चला जाता है तो बिजली विभाग ये बिल किससे वसूलेगा ? इसलिए बिजलीविभाग इस मीटर को जिस फ्लोरमालिक की जिम्मेदारी में डालना चाहे उस फ्लोरमालिक के नाम इस मीटर को करे ताकि इसके जमा करने की उसकी जिम्मेदारी हो |
अतएव आपसे विनम्र निवेदन है कि बीएसईएस यमुना पॉवर लिमिटेड को निर्देशित करें कि उक्त संदर्भ में निष्पक्ष जाँच करें और नियमानुसार करवाई करें।
निवेदक :
डॉ. शेष नारायण वाजपेयी
A-7\41,सेकेंडफ्लोर,शनिबाजार,लालक्वार्टर
कृष्णानगर ,दिल्ली -110051
आदरणीय श्रीमान जी !
आपको सादर नमस्कार
बिषय : वायुप्रदूषण बढ़ने के बिषय में पूर्वानुमान उपलब्ध कराने हेतु विनम्र निवेदन !
महोदयावायुप्रदूषण बढ़ने का दुष्प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ता है| इसलिए वायुप्रदूषण मुक्त वातावरण बनाया जाना सरकार एवं समाज दोनों का कर्तव्य है|इसमें सबसे अधिक सहायक वायुप्रदूषण बढ़ने संबंधी पूर्वानुमान हो सकते हैं | पूर्वानुमानों के आधार पर जब पता लगे कि वायुप्रदूषण बढ़ने का समय आ चुका है तो सरकार एवं समाज दोनों और से संयम एवं सतर्कतावरतकर वायुप्रदूषण बढ़ने से रोका जा सकता है |
वायुप्रदूषण बढ़ने का समय कब आएगा !इस बिषय का पूर्वानुमान लगाना यदि मौसमविभाग आदि सरकारी विभागों के द्वारा संभव हो तो उससे मदद ली जा सकती है | सरकार चाहे तो ऐसे पूर्वानुमान मुझसे भी खरीदे जा सकते हैं | मैं ऐसे पूर्वानुमान लगाने के लिए पिछले 35 वर्षों से अनुसंधान करता आ रहा हूँ | जिसके आधार पर मैं भविष्य के दस हजारवर्ष आगे तक का पूर्वानुमान लगा सकता हूँ |
इसका परीक्षण करने के लिए मैं निकट भविष्य के वायुप्रदूषण बढ़ने संबंधी दो पूर्वानुमान भेज रहा हूँ | वे सही निकलें तो यह भरोसा कर लिया जाना चाहिए कि मैं दस हजारवर्ष आगे तक का पूर्वानुमान लगाने में सक्षम हूँ |इसके साथ यही यह भी भरोसा किया जाना चाहिए कि वायुप्रदूषण बढ़ने के वास्तविक कारणों को खोजने में सफल हो गया हूँ | इसके साथ ही विश्वास इस बात का भी किया जाना चाहिए कि वायुप्रदूषण बढ़ने का कारण केवल धुआँ और धूल उड़ाने वाले कारक ही जिम्मेदार नहीं हैं |इसके कारक कुछ दूसरे भी हैं जिनका धुआँ और धूल बढ़ने से दूर दूर तक कोई संबंध नहीं है |
परीक्षणार्थ पूर्वानुमान :
पूर्वानुमान नं -1 :-
18 दिसंबर 2025 को जो वायुप्रदूषण बहुत अधिक बढ़ा हुआ है | ये 19, 20 और 21 दिसंबर तक बढ़ता रहेगा | 22 दिसंबर 2025 से वायुप्रदूषण का स्तर घटना प्रारंभ होगा | जो धीरे धीरे घटता चला जाएगा |
पूर्वानुमान नं -2 :-
30 दिसंबर 2025 से वायुप्रदूषण का स्तर बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा | जो 3 जनवरी 2026 तक बढ़ता चला जाएगा | इसके बाद 4 जनवरी 2026 से वायु प्रदूषण का स्तर घटना प्रारंभ हो जाएगा | जो धीरे धीरे घटता चला जाएगा |
सर्दी बढ़ने संबंधी पूर्वानुमान :
29 दिसंबर 2026 से तापमान अधिक गिरना प्रारंभ हो जाएगा | इसलिए सर्दी काफी अधिक बढ़ने लगेगी |
6 जनवरी 2026 से 9 जनवरी 2026 के बीच सर्दी की मात्रा काफी अधिक बढ़ जाएगी | उसके बाद कुछ तापमान बढ़ जाएगा | इसके बाद 18 और 19 जनवरी को वर्षा होगी !यदि एक प्रतिशत वर्षा न भी हुई तो भी 18 से 24 जनवरी तक तापमान घटता एवं सर्दी का स्तर दिनों दिन बढ़ता चला जाएगा | 25 जनवरी से सर्दी की मात्रा कुछ कम होनी प्रारंभ होगी |
निवेदक :
डॉ. शेष नारायण वाजपेयी
A-7\41,शनिबाजार,लालक्वार्टर
कृष्णानगर ,दिल्ली -110051
98 11 22 69 83
A- 7\41 कृष्णानगर ,नियर शनिबाजार,लालक्वार्टर कृष्णा नगर -110051 के तीनों फ्लोर आवासीय हैं ,फिर भी फस्ट फ्लोर में व्यावसायिक कार्य कर रहे महेंद्रजैन ने अवैध रूप से मशीनें लगा रखी हैं | जिसमें इस आवासीय फ्लोर में अवैध बिजली मीटर का उपयोग किया जा रहा है |जो इस बिल्डिंग के अलावा किसी ऐसे एड्रेस के नाम लगा है जो बिल्डिंग कहीं है ही नहीं | इस नाम का व्यक्ति इस बिल्डिंग में कभी रहा ही नहीं है | इसलिए बिजलीविभाग वालों ने अभी रेड डाली है | उस रसीद को संलग्न कर रहा हूँ | जिससे प्रमाणित होता है कि इस आवासीय बिल्डिंग के आवासीय फ्लोर में अवैध रूप से व्यावसायिक गतिविधियाँ चलाई जा रही हैं |जिसमें ग्राहकों के लिए न तो पार्किंग की जगह है | अग्निशमन के लिए कोई व्यवस्था नहीं है |देर रात तक अपरिचित ग्राहकों का आना जाना लगा रहता है |उनसे सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है |
इसमें किराएदार दिन रात मशीनें चलाता है | मशीनों के कंपन से मेरे सेकेंड फ्लोर में इतना अधिक कंपन होता है कि हमेंशा भूकंप आने जैसे झटके लगते रहते हैं | इसके कारण हम लोगों का सोना जगाना तक बाधित हो जाता है | इस कंपन से मेरे सिर में तेज चक्कर आता है उलटी लगती है |बच्चों को पढ़ने में बाधा होती है | ऐसे झटके बार बार लगने से बिल्डिंग कमजोर होते जा रही है |इसमें अवैध बिजली मीटर का उपयोग हो रहा है |
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का सेकेंड फ्लोर मेरा है|इसमें मैं परिवार के साथ रहता हूँ |इसके तीनों फ्लोर आवासीय हैं | इसके बाद भी मेरे से नीचे वाले
chairman@derc.gov.in
"CA No. 100907780 विजयकुमार नाम से बिजलीकनेक्सन A-7/41/2-A G/F KRISHNA NGR DELHI NEAR SHANI BAZAR DELHI-110051| " इस एड्रेस वाला बिजली बिल संलग्न है |इस बिल पर लिखा हुआ यह एड्रेस पूरी तरह गलत है | A-7/41/2-A बिल्डिंग कहीं है नहीं | विजय कुमार नाम का कोई व्यक्ति यहाँ कभी रहा नहीं है | बिल्डिंग की किसी रजिस्ट्री में विजय कुमार नाम नहीं है |
इस लावारिस मीटर का उपयोग A-7/41 बिल्डिंग के फस्ट फ्लोर में रह रहा किराएदार कर रहा है | इसके द्वारा मशीनें चलाई जा रही हैं | बिजिलेंस वालों ने इस आवासीय बिल को व्यावसायिक करके जो जुर्माना लगाया है | जो अभी तक जमा नहीं किया गया है |बिल बढ़ता जा रहा है मशीनें अभी भी चला करती हैं |
1. किराएदार यदि फ्लोर को खाली कर जाता है तो बिजली विभाग इस बिल की वसूली किससे करेगा ?
2. रजिस्ट्री आदि कागज़ के बिना यह मीटर किन कागजों के आधार पर लगाया गया है ?
3. फ्लोर मालिक के नाम यह मीटर नहीं है इसलिए वह भी इस बिल का भुगतान नहीं करता है तो इस बिल का क्या होगा ?
4. यह बिल यदि बकाया छूट जाता है तो अन्य फ्लोर वालों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा ?
बिल अधिक हो जाने पर इसे जमा किए बिना किराएदार यदि खाली करके चला जाता है |
इसके साथ संलग्न बिजली मीटर पर ये एड्रेस लिखा हुआ है | CA No. 100907780 विजयकुमार नाम से बिजलीकनेक्सन A-7/41/2-A G/F KRISHNA NGR DELHI NEAR SHANI BAZAR DELHI-110051 जिस बिजली मीटर पर दर्ज है |
में किराएदार के द्वारा मशीनें लगाकर व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है |विजिलेंसविभाग ने अवैध उपयोग पाकर इसके विरुद्ध आर्थिक दंड तो लगा दिया किंतु इस जुर्माने की राशि की वसूली BSES किससे करेगा ?"
A-7/41 बिल्डिंग का 2-A पार्ट कहीं नहीं है
जिसकी जानकारी BSES
" बिजली विभाग के द्वारा यह अवैधमीटर अवैधपते पर अवैधनाम से अवैध उपयोग के लिए लगाया गया था |
सेवा में -
बिजली विभाग के द्वारा यह अवैधमीटर अवैधपते पर अवैधनाम से अवैध उपयोग के लिए लगाया गया था |
CA No. 100907780 विजयकुमार नाम से बिजलीकनेक्सन A-7/41/2-A G/F KRISHNA NGR DELHI NEAR SHANI BAZAR DELHI-110051, में किराएदार के द्वारा मशीनें लगाकर व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है |
1. A-7/41/2-A नंबर बिल्डिंग वाला ये मीटर A-7/41 नंबर बिल्डिंग में चलाया जा रहा है | यहाँ A-7/41/2-A नंबर की कोई बिल्डिंग नहीं है | यह बिल्डिंग नंबर तथा विजय कुमार नाम किसी रजिस्ट्री में भी दर्ज नहीं है |
2. इस आवासीय बिल्डिंग में लगा यह मीटर घरेलू उपयोग के लिए पंजीकृत है किंतु बिजिलेंस विभाग द्वारा मारे गए छापे में इसका व्यावसायिक उपयोग देखकर इस घरेलू मीटर को व्यावसायिक कर दिया गया है |
3. इस मीटर से मशीनें चला रहा व्यक्ति किराएदार है |
प्रश्न न. 1 इस मीटर पर आए हुए अधिक बिल को दिए बिना ही यदि किराएदार चला जाता है तो बिजली विभाग ये बिल किससे वसूलेगा ?
आदरणीय श्रीमान जी !
आपको सादर नमस्कार
बिषय : मेरे द्वारा महामारी के बिषय में लगाए गए पूर्वानुमान बिल्कुल सही निकले!इस बिषय में महत्वपूर्ण पत्र !
निवेदक :
डॉ. शेष नारायण वाजपेयी
A-7\41,शनिबाजार,लालक्वार्टर
कृष्णानगर ,दिल्ली -110051
विशेष : इसके समर्थन में महामारी के बिषय में अपने पूर्वानुमानों से संबंधित मेलों के साथ साथ उनसे संबंधित ग्राफ्स भी संलग्न हैं !
आदरणीय श्रीमान जी !
आपको सादर नमस्कार
बिषय : मेरे द्वारा महामारी के बिषय में लगाए गए पूर्वानुमान बिल्कुल सही निकले!इस बिषय में महत्वपूर्ण पत्र !
महोदय
महामारी की प्रत्येक लहर के बिषय में पूर्वानुमान लगाकर मैं आगे से आगे पीएमओ की मेल पर भेजता रहा हूँ | जो सही निकलते रहे हैं |वे मेलें मेरी ईमेल पर अभी भी सुरक्षित हैं | जो मेरी अनुसंधानपद्धति द्वारा लगाए गए पूर्वानुमानों का समर्थन करती हैं | अतिरिक्त प्रमाण के तौर पर मेरी मेलों में दिए गए पूर्वानुमानों का कोरोना ग्राफ से मिलान करने पर मेरे पूर्वानुमान सही घटित होते हैं |मेरी मेलों में जब संक्रमण बढ़ने को लिखा था कोरोना ग्राफ में भी तभी संक्रमण बढ़ने का संकेत है और जब संक्रमण कम होने के लिए लिखा था तभी संक्रमण कम हुआ था | महामारी की सभी लहरों में ऐसा हुआ है | इससे ये प्रमाणित होता है कि कोरोना महामारी के बिषय में सही अनुमान पूर्वानुमान आदि लगाने की यह सही पद्धति है |
इसके द्वारा मैंने यह भी खोज लिया है कि महामारी मनुष्यकृत है या प्राकृतिक है | इसका विस्तार कितना है !प्रसार माध्यम क्या है ! इसमें अंतर्गम्यता कितनी है |इस पर मौसम का प्रभाव कितना पड़ता है !तापमान का प्रभाव पड़ता है या नहीं ! वायु प्रदूषण का प्रभाव पड़ता है या नहीं | चिकित्सा का प्रभाव पड़ता है या नहीं, आदि आदि !!
इसलिए आपसे मेरा विनम्र आग्रह है कि मैंने महामारी बिषयक पहले जो अनुमान पूर्वानुमान पीएमओ की मेल पर भेजे थे !उनका परीक्षण कर लिया जाए | इस बिषय में विस्तृत जानकारी देने साथ चर्चा के लिए मैं तैयार हूँ |
मैं अपने अनुसंधानों के बिषय में विश्वासपूर्वक कह सकता हूँ कि मेरे द्वारा लगाए गए महामारी बिषयक अनुमान पूर्वानुमान आदि सही निकलते रहे हैं |उन्हें यदि समय पर शासन प्रशासन को उपलब्ध करा दिया जाता तो महामारी संबंधी संक्रमण की रोकथाम करने में बहुत मदद मिल सकती थी |महामारी से समाज को सुरक्षित बचाए रखने के लिए पहले से सतर्कता बरती जा सकती थी | इसके साथ ही साथ मेरे पूर्वानुमानों के आधार पर संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उसप्रकार की कार्य योजना बनाई जा सकती थी | इससे स्वास्थ्य प्रणालियों को और अधिक बेहतर बनाने में मदद मिल सकती थी |मेरे द्वारा लगाए गए सही पूर्वानुमान पहले से चिकित्सकों को मिल जाते तो वे पहले से ही आवश्यक औषधीय द्रव्यों एवं औषधियों का भंडारण कर सकते थे | ऐसे सही पूर्वानुमान यदि लोगों को मिल जाते तो लोग आत्मसंयम पूर्वक अपनी सुरक्षा के लिए स्वयं भी सावधानी बरत सकते थे |
विशेष बात यह है कि मेरे द्वारा वैज्ञानिकपद्धति का उपयोग करके लगाए गए पूर्वानुमान प्राकृतिक घटनाओं से संबंधित अध्ययनों पर आधारित होते हैं | इनमें नवीनतम तकनीकों का उपयोग करके भविष्य में महामारी के प्रसार का और अधिक बेहतर पूर्वानुमान लगाया जा सकता है |
मेरा विश्वास है कि मैं भविष्य में भी इस पद्धति का उपयोग करके ऐसी प्राकृतिक घटनाओं के बिषय में अधिक सटीक पूर्वानुमान लगा सकता हूँ| इसलिए मेरे पूर्वानुमानों को आपके द्वारा मान्यता मिलनी आवश्यक है | मुझे इस पद्धति को और अधिक विकसित करने के लिए आपसे मदद चाहिए |जिससे भविष्य के स्वास्थ्य संकटों से निपटने की तैयारी और अधिक बेहतर ढंग से पहले से करके रखी जा सके |
निवेदक :
डॉ. शेष नारायण वाजपेयी
A-7\41,शनिबाजार,लालक्वार्टर
कृष्णानगर ,दिल्ली -110051
विशेष : इसके समर्थन में महामारी के बिषय में अपने पूर्वानुमानों से संबंधित मेलों के साथ साथ उनसे संबंधित ग्राफ्स भी संलग्न हैं !
भाई साहब प्रणाम !
मेरी बिल्डिंग रिहायसी है फिर भी मेरे फ्लोर से नीचेवाले फ्लोर वाले ने जो किराएदार रखा है | उसने उसमें मशीनें भी लगा रखी हैं |मशीनें अक्सर दिन रात चला करती हैं |मशीनों के चलने से जो कंपन होता है |अक्सर झटके लगते हैं | जिससे बिल्डिंग दिनोंदिन कमजोर होती जा रही है | हमारे घर में स्वास्थ्य समस्याएँ बढ़ती जा रही हैं | वैसे भी मशीनों के चलने से हमें एवं हमारे परिवार को बहुत दिक्कत होती है |एक महीने से मेरा बेटा बीमार है | पुलिस में कंप्लेन करने पर भी इसका समाधान नहीं निकाला जा सका है |
मेरा विनम्र निवेदन है कि इस रिहायसी बिल्डिंग में मशीनों का चलना बंद करवाया जाए !
किराएदार ने गली में लगे एक लावारिस बिजली मीटर से बिजली ले रखी है |जो न उसके नाम है | न फ्लोर मालिक के नाम है | उस बिजली बिल पर इस बिल्डिंग का एड्रेस भी नहीं है | उसी से मशीनें भी चलती हैं | मेरे कंप्लेन करने पर बिजिलेंस वालों ने उसपर छपा डालकर पेनाल्टी लगा दी है | जो बढ़ते बढ़ते एक लाख साठ हजार हो चुका है|वो किराएदार बिजली बिल जमा नहीं कर रहा है | फ्लोर का मालिक कह रहा कि वो हमारा मीटर नहीं है | बिजली वाले न वो बिल वसूल रहे हैं और न ही वो मीटर काट रहे हैं |बिजिलेंस वालोंकी रेड पड़े 4 महीने हो चुके हैं | ये सारा बिल बाद में बिल्डिंग पर डाल दिया जाएगा | जिसमें तिहाई हमसे भी वसूला जाएगा | बिजलीविभाग के लोग कहते हैं कि मीटर काटने के लिए हमें विधायक अनिल गोयल ने मना कर रखा है |
जिस किसी भी तरह से संभव हो यह अवैध बिजली मीटर यहाँ से हटा दिया जाए एवं इस रिहायसी बिल्डिंग से मशीनें हटवा दी जाएँ | यह तभी संभव है जब मीडिया कुछ मदद कर दे |संभव हो तो आप हमारी कुछ मदद कर दें |
आदरणीय श्रीमान जी !
आपको सादर नमस्कार
बिषय : मेरे द्वारा महामारी के बिषय में लगाए गए पूर्वानुमान बिल्कुल सही निकले!इस बिषय में महत्वपूर्ण पत्र !
निवेदक :
डॉ. शेष नारायण वाजपेयी
A-7\41,शनिबाजार,लालक्वार्टर
कृष्णानगर ,दिल्ली -110051
विशेष : इसके समर्थन में महामारी के बिषय में अपने पूर्वानुमानों से संबंधित मेलों के साथ साथ उनसे संबंधित ग्राफ्स भी संलग्न हैं !
आदरणीय श्रीमान जी !
आपको सादर नमस्कार
बिषय : मेरे द्वारा महामारी के बिषय में लगाए गए पूर्वानुमान बिल्कुल सही निकले!इस बिषय में महत्वपूर्ण पत्र !
महोदय
महामारी की प्रत्येक लहर के बिषय में पूर्वानुमान लगाकर मैं आगे से आगे पीएमओ की मेल पर भेजता रहा हूँ | जो सही निकलते रहे हैं |वे मेलें मेरी ईमेल पर अभी भी सुरक्षित हैं | जो मेरी अनुसंधानपद्धति द्वारा लगाए गए पूर्वानुमानों का समर्थन करती हैं | अतिरिक्त प्रमाण के तौर पर मेरी मेलों में दिए गए पूर्वानुमानों का कोरोना ग्राफ से मिलान करने पर मेरे पूर्वानुमान सही घटित होते हैं |मेरी मेलों में जब संक्रमण बढ़ने को लिखा था कोरोना ग्राफ में भी तभी संक्रमण बढ़ने का संकेत है और जब संक्रमण कम होने के लिए लिखा था तभी संक्रमण कम हुआ था | महामारी की सभी लहरों में ऐसा हुआ है | इससे ये प्रमाणित होता है कि कोरोना महामारी के बिषय में सही अनुमान पूर्वानुमान आदि लगाने की यह सही पद्धति है |
इसके द्वारा मैंने यह भी खोज लिया है कि महामारी मनुष्यकृत है या प्राकृतिक है | इसका विस्तार कितना है !प्रसार माध्यम क्या है ! इसमें अंतर्गम्यता कितनी है |इस पर मौसम का प्रभाव कितना पड़ता है !तापमान का प्रभाव पड़ता है या नहीं ! वायु प्रदूषण का प्रभाव पड़ता है या नहीं | चिकित्सा का प्रभाव पड़ता है या नहीं, आदि आदि !!
इसलिए आपसे मेरा विनम्र आग्रह है कि मैंने महामारी बिषयक पहले जो अनुमान पूर्वानुमान पीएमओ की मेल पर भेजे थे !उनका परीक्षण कर लिया जाए | इस बिषय में विस्तृत जानकारी देने साथ चर्चा के लिए मैं तैयार हूँ |
मैं अपने अनुसंधानों के बिषय में विश्वासपूर्वक कह सकता हूँ कि मेरे द्वारा लगाए गए महामारी बिषयक अनुमान पूर्वानुमान आदि सही निकलते रहे हैं |उन्हें यदि समय पर शासन प्रशासन को उपलब्ध करा दिया जाता तो महामारी संबंधी संक्रमण की रोकथाम करने में बहुत मदद मिल सकती थी |महामारी से समाज को सुरक्षित बचाए रखने के लिए पहले से सतर्कता बरती जा सकती थी | इसके साथ ही साथ मेरे पूर्वानुमानों के आधार पर संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उसप्रकार की कार्य योजना बनाई जा सकती थी | इससे स्वास्थ्य प्रणालियों को और अधिक बेहतर बनाने में मदद मिल सकती थी |मेरे द्वारा लगाए गए सही पूर्वानुमान पहले से चिकित्सकों को मिल जाते तो वे पहले से ही आवश्यक औषधीय द्रव्यों एवं औषधियों का भंडारण कर सकते थे | ऐसे सही पूर्वानुमान यदि लोगों को मिल जाते तो लोग आत्मसंयम पूर्वक अपनी सुरक्षा के लिए स्वयं भी सावधानी बरत सकते थे |
विशेष बात यह है कि मेरे द्वारा वैज्ञानिकपद्धति का उपयोग करके लगाए गए पूर्वानुमान प्राकृतिक घटनाओं से संबंधित अध्ययनों पर आधारित होते हैं | इनमें नवीनतम तकनीकों का उपयोग करके भविष्य में महामारी के प्रसार का और अधिक बेहतर पूर्वानुमान लगाया जा सकता है |
मेरा विश्वास है कि मैं भविष्य में भी इस पद्धति का उपयोग करके ऐसी प्राकृतिक घटनाओं के बिषय में अधिक सटीक पूर्वानुमान लगा सकता हूँ| इसलिए मेरे पूर्वानुमानों को आपके द्वारा मान्यता मिलनी आवश्यक है | मुझे इस पद्धति को और अधिक विकसित करने के लिए आपसे मदद चाहिए |जिससे भविष्य के स्वास्थ्य संकटों से निपटने की तैयारी और अधिक बेहतर ढंग से पहले से करके रखी जा सके |
विशेष : इसके समर्थन में महामारी के बिषय में अपने पूर्वानुमानों से संबंधित मेलों के साथ साथ उनसे संबंधित ग्राफ्स भी संलग्न हैं !
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दिल्ली नगर निगम,शाहदरा उत्तरी क्षेत्र कार्यालय, दिल्ली !
- क्या A-7/41, कृष्णानगर, नियर शनिबाजार, लाल क्वार्टर, कृष्णा नगर-110051 स्थित संपत्ति के प्रथम तल पर सिलाई-कढ़ाई आदि से संबंधित वाणिज्यिक/औद्योगिक गतिविधियाँ चलाने की कोई अनुमति विभाग द्वारा प्रदान की गई है? यदि हाँ, तो कृपया उस अनुमति की प्रमाणित प्रति उपलब्ध कराएँ।
- आवासीय क्षेत्र में वाणिज्यिक गतिविधियों और ध्वनि प्रदूषण एवं मशीनों के चलने से होने वाले कंपन के संबंध में विभाग के क्या नियम हैं? कृपया नियमों की प्रमाणित प्रति उपलब्ध कराएँ।
- क्या विभाग को उक्त पते पर अवैध वाणिज्यिक गतिविधि या ध्वनिप्रदूषण ,कंपन के संबंध में कोई शिकायत मिली है? यदि हाँ, तो उन शिकायतों की तिथि और विवरण दें और उन पर अब तक की गई कार्रवाई की प्रमाणित रिपोर्ट प्रदान करें।
- 8 सितंबर 2025 को बिजली विभाग द्वारा की गई रेड (छापेमारी) के आधार पर, क्या विभाग ने संपत्ति के मालिक के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू की है? यदि हाँ, तो कार्रवाई की वर्तमान स्थिति की प्रमाणित प्रति दें।
- उक्त अवैध गतिविधियों को बंद कराने के लिए विभाग द्वारा क्या कदम उठाए जा रहे हैं और इसके लिए समय सीमा क्या निर्धारित की गई है?
पता: K -71,दुग्गल बिल्डिंग,फ्लोर नं 3, छाछी बिल्डिंग चौक, कृष्णानगर-110051
मोबाइल नंबर: 9811226983
दिनांक: 26-दिसंबर 2025
महोदय,
आपके द्वारा प्रदान की गई जानकारी के आधार पर, यह स्पष्ट है कि आपको और आपके परिवार को आपके पड़ोसी की अवैध व्यावसायिक गतिविधियों के कारण गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे स्वास्थ्य और दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है।
इस स्थिति से निपटने के लिए आप निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं:
स्थानीय पुलिस में शिकायत: आप अपने स्थानीय पुलिस स्टेशन (कृष्णा नगर) में लिखित शिकायत दर्ज करा सकते हैं। यह शिकायत ध्वनि प्रदूषण, उपद्रव (nuisance) पैदा करने और स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न करने से संबंधित होनी चाहिए। पुलिस भारतीय दंड संहिता (IPC) की संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई कर सकती है।
नगर निगम/MCD में शिकायत: आप पूर्वी दिल्ली नगर निगम (East Delhi Municipal Corporation - EDMC, यदि लागू हो) या संबंधित नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग और भवन विभाग में शिकायत करें। आवासीय क्षेत्र में व्यावसायिक गतिविधि और अवैध निर्माण/उपयोग नियमों का उल्लंघन है।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) में शिकायत: मशीनों से होने वाले कंपन और ध्वनि प्रदूषण के संबंध में आप DPCC में भी शिकायत कर सकते हैं। वे ध्वनि प्रदूषण के मानकों की जांच कर सकते हैं।
बिजली विभाग में अनुवर्ती कार्रवाई: चूंकि बिजली विभाग पहले ही रेड डाल चुका है और अनियमितताएं मिली हैं, इसलिए आप उस रसीद के साथ एक और पत्र बिजली विभाग को दें और उनसे अनुरोध करें कि वे अवैध व्यावसायिक कनेक्शन को पूरी तरह से काट दें या उचित कानूनी कार्रवाई करें।
सिविल कोर्ट में मुकदमा: यदि प्रशासनिक और पुलिस कार्रवाई अपर्याप्त रहती है, तो आप स्थायी निषेधाज्ञा (permanent injunction) के लिए सिविल कोर्ट में मुकदमा दायर कर सकते हैं ताकि उन्हें उस स्थान पर मशीनें चलाने से रोका जा सके।
साक्ष्य इकट्ठा करें: आपके पास पहले से ही बिजली विभाग की रसीद है। इसके अलावा, कंपन, ध्वनि स्तर और आपके बेटे की मेडिकल रिपोर्ट (बेडरेस्ट की सलाह वाली) जैसे अन्य साक्ष्य इकट्ठा करें। ये सभी दस्तावेज़ आपकी शिकायत को मजबूत करेंगे।
आप अपनी शिकायतें ऑनलाइन पोर्टल या व्यक्तिगत रूप से जाकर, दोनों तरीकों से दर्ज कर सकते हैं। सभी शिकायतों की एक प्रति (acknowledgement copy) अपने पास अवश्य रखें।
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श्री हर्ष मल्होत्रा
माननीय मंत्री,
सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं कारपोरेट मामले
भारत सरकार
नई दिल्ली
विषय: बीएसईएस यमुना पॉवर लिमिटेड द्वारा मेरी बिल्डिंग में लगे मीटर के संदर्भ में नियमानुसार कार्यवाई किए जाने के संदर्भ में -
सेवा में -
A-7/41 के सेकेंडफ्लोर शनिबाजार कृष्णानगर में मैं रहता हूँ | मेरी बिल्डिंग में एक ऐसा बिजली मीटर लगा हुआ है | जिसके बिल पर लिखा मकान नंबर मेरी बिल्डिंग का नहीं है | उस पर लिखा नाम मेरी बिल्डिंग में किसी का न अभी है और न पहले कभी रहा है | उस पर ग्राउंड फ्लोर लिखा है | हमारी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में दुकानें हैं | वहाँ रहने लायक कोई जगह ही नहीं है | यह रिहायसी बिल्डिंग है | इसके फस्ट फ्लोर में किराएदार के द्वारा मशीनें लगाकर इसका व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है | वो यह बिजली मीटर है |
( CA No. 100907780 विजयकुमार नाम से बिजलीकनेक्सन A-7/41/2-A G/F KRISHNA NGR DELHI NEAR SHANI BAZAR DELHI-110051 )
1. A-7/41/2-A नंबर बिल्डिंग वाला ये मीटर A-7/41 नंबर बिल्डिंग में चलाया जा रहा है | यहाँ A-7/41/2-A नंबर की कोई बिल्डिंग नहीं है | यह बिल्डिंग नंबर तथा विजय कुमार नाम किसी रजिस्ट्री में भी दर्ज नहीं है |
2. इस बिल में ग्राउंडफ्लोर दर्ज है जबकि यह फस्ट फ्लोर में चलाया जा रहा है |
2. इस आवासीय बिल्डिंग में लगा यह मीटर घरेलू उपयोग के लिए पंजीकृत है किंतु बिजिलेंस विभाग द्वारा मारे गए छापे में इसका व्यावसायिक उपयोग देखकर इस घरेलू मीटर को व्यावसायिक कर दिया गया है |
3. इस मीटर से मशीनें चला रहा व्यक्ति किराएदार है |
महोदय ,ऐसे बिजली मीटरों पर अभी तक जो बिल बकाया रह जाता रहा है | वो बिल्डिंग के नाम पर डाल दिया जाता रहा है | जो हम तीनों फ्लोर वालों के लिए देय मान लिया जाता है | इस मीटर के बिषय में मेरा निवेदन यह है कि इस मीटर पर आए हुए अधिक बिल को दिए बिना ही यदि किराएदार चला जाता है तो बिजली विभाग ये बिल किससे वसूलेगा ? इसलिए बिजलीविभाग इस मीटर को जिस फ्लोरमालिक की जिम्मेदारी में डालना चाहे उस फ्लोरमालिक के नाम इस मीटर को करे ताकि इसके जमा करने की उसकी जिम्मेदारी हो |
अतएव आपसे विनम्र निवेदन है कि बीएसईएस यमुना पॉवर लिमिटेड को निर्देशित करें कि उक्त संदर्भ में निष्पक्ष जाँच करें और नियमानुसार करवाई करें।
निवेदक :
डॉ. शेष नारायण वाजपेयी
A-7\41,सेकेंडफ्लोर,शनिबाजार,लालक्वार्टर
कृष्णानगर ,दिल्ली -110051
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