बुधवार, 2 मार्च 2016

भूकंपों पर रिसर्च करेगा भारत का प्राचीन 'भविष्यविज्ञान ' !अपना योगदान आप भी दें !
       प्रकृति में होने वाले हर परिवर्तन को 'यदि ऐसा हुआ है तो वैसा होगा' की दृष्टि से रिसर्च अत्यंत आवश्यक है प्राचीन विज्ञान का मानना है कि भूकंप सुनामी तूफान महामारी महावृष्टि सूखा या जिस किसी भी प्रकार से होने वाले जनधन का बड़ा बिनाश आदि बड़े सुख दुःख आने से पहले प्रकृति संकेतों के द्वारा उनकी सूचना अवश्य देती है धरती से आकाश तक कोई न कोई ऐसी घटना जरूर घटती है जिसका प्राचीन विज्ञान के द्वारा विश्लेषण किए जाने पर उससे सम्बंधित घटने वाली घटना का पूर्वानुमान लगाया जाता है !कुल मिलाकर धरती see more...http://bharatjagrana.blogspot.in/2016/01/blog-post_8.html

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