रविवार, 14 अगस्त 2016

बाबारामदेव की कथनी और करनी में इतना बड़ा अंतर क्यों ?

    विदेशी कंपनियों का विरोध करने वाले बाबा रामदेव को दवा निर्माण के लिए विदेशी मशीनों का उपयोग करना चाहिए क्या ?
       स्वदेशी का यदि इतना ही स्वाभिमान होता तो स्वदेशी शास्त्रीय पद्धति से  दवाओं का निर्माण क्यों नहीं करना चाहिए ! ऋषि मुनि मशीनों से औषधियों का निर्माण किया करते थे क्या ?
       योग सनातन धर्मी हिंदू संस्कृति की पहचान है योगबल के द्वारा योगी लोग आकाश में उड़ सकते थे अंतर्ध्यान हो सकते थे छोटे से छोटे और बड़े से बड़े हो सकते थे दूसरों के शरीरों में प्रवेश कर सकते थे अपने शरीरों को बज्र बना सकते थे रोगियों को , 
पर लोग जिसके द्वारा लोग
   
     शारीरिकव्यायाम तो हर धर्म और सभी सम्प्रदायों के लोग करते हैं कोई इसे 'कसरत' कहता है कोई एक्सरसाइज तो कोई व्यायाम ! उन कसरतों को योग कहने से हिंदू संस्कृति के योग को और कुछ हुआ हो न हुआ हो किंतु योग का सबसे बड़ा नुक्सान हुआ है

कर योग की गरिमा घटाई क्यों गई ! 
     'योग' तो केवल भारतीय है
    


ज्योतिष को पाखंड और ज्योतिषियों को पाखंडी कहने वाले बाबारामदेव

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