शनिवार, 29 अक्तूबर 2016

ज्योतिष को गलत बताने वाले लोग ज्योतिष के विरोध में भौंक तो सकते हैं किंतु बोल नहीं सकते !

    ज्योतिष पढ़ा लिखा कोई भी व्यक्ति ज्योतिष को गलत नहीं कह सकता है और जिसने ज्योतिष पढ़ी ही न हो वो ज्योतिष को सही और गलत कुछ भी नहीं कह  सकता है !
     ज्योतिष को गलत कहकर अपनी पहचान बनाने का प्रयास करने वाले मूर्खों को चाहिए कि वे पहले ज्योतिष को पढ़ें इसके बाद में बकवास करें ! ऐसे धूर्त लोग ज्योतिष के शास्त्रीय विद्वानों से ज्योतिष सही है या गलत इस पर चर्चा करना चाहें तो ऐसे नंगों का तो कुछ नहीं जाएगा ये तो खाली किस्म की प्रजाति होती है किंतु ज्योतिष विद्वानों की तो अपनी प्रतिष्ठा होती है वो ऐसे लोगों को मुख कैसे लगा लें !
   ये लोग तो आज ज्योतिष को गलत कहेंगे कल चकित्सा को बाद में विज्ञान को भी गलत कह देंगे !ऐसे निर्लज्ज लोगों के द्वारा ज्योतिष शास्त्र पर चर्चा करने का मतलब मूर्खों को मुख लगाना होता है इसलिए ऐसे लोगों की ज्योतिषीय बातों में किसी भी विद्वान् को रूचि नहीं लेनी चाहिए !क्योंकि ज्योतिष की निंदा करने वालों को अपनी योग्यता और मूर्खता दोनों पता होती हैं कि यदि वे किसी लायक ही होते और ज्योतिष पर चर्चा करने की इतनी ही शौक होती तो किसी सरकारी विश्व विद्यालय से ज्योतिष सब्जेक्ट में कोई स्लेबस पढ़ा होता और कोई परीक्षा पास की होती किंतु जिन मूर्खों के बश का ज्योतिष पढ़ना लिखना आदि कुछ था नहीं इसलिए पढ़ाई लिखाई आदि कुछ कर नहीं पाए ऐसे बेवकूफों से ज्योतिष की चर्चा कैसे की जाए ! ये विद्वानों की मज़बूरी हैं इसलिए वो ऐसे बेवड़ों (नशेड़ियों )को मुख नहीं लगाना चाहते हैं जबकि मूर्ख लोग सोचते हैं कि ये  हमसे डर रहे हैं किंतु अपनी औकात नहीं देखते कि उनके पास ज्योतिष की ऐसी योग्यता कितनी है कि उनसे कोई डरेगा फिर भी ज्योतिष गलत  है ये कह कर ढोल पीट पीट कर अपनी पहचान बनाना चाहते हैं ।इस विषय में मुझे एक कहानी याद आती है -
       किसी गाँव में हाथी जाए और कुत्ते उसे देखकर भौंकते रहें किंतु हाथी उन्हें तवज्जो न दे क्योंकि उसे उनकी जाति पता है कि ये केवल भौंकने  वाले जीव हैं इन्हें भौंक लेने दो क्योंकि ये केवल भौंक ही सकते हैं इनके बश का और कुछ है भी नहीं ! हाथी अपनी मस्ती में चला जाता है कुत्ते सोचते हैं हमसे डरकर भाग गया !किंतु कुत्तों के ऐसा सोचने के कारण या कुत्ते ऐसा न सोचें इसके लिए हाथी को क्या उन्हीं के ग्रुप में सम्मिलित होकर भौंकना शुरू कर देना चाहिए ?
          हमारे साथ भी कुछ वैसा ही वो लोग करना चाह रहे हैं जिनके बश का जिंदगी में कुछ है ही नहीं वो कहते हैं हम ज्योतिष  चर्चा करना चाहते हैं अरे ! हम पूछते  हैं कि ज्योतिष में आपका क्वालिफिकेशन क्या है तो दुम दबाकर भाग खड़े होते हैं !ऐसे लोगों को अपनी मूर्खता पर शर्म आनी चाहिए कि जिस विषय को उन्होंने पढ़ा ही नहीं उसे   गलत सिद्ध करना चाह रहे हैं वो लोग !आखिर उस पर उनसे चर्चा कैसे की जाए ! कोई  साईकिल से चलने वाला व्यक्ति प्लेन से रेस लगाने की बात करे ये मूर्खता नहीं तो क्या है । 

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