शनिवार, 25 मार्च 2017

'भागवत' से 'भोगवत' की ओर बढ़ती धर्म कर्मचारियों की भारी भीड़ !


      नाचने गाने वाले बाबाओं कथा वाचकों की भागवत कथाएँ कम ऐय्यासी  ज्यादा हो रही है किंतु इसी ऐय्यासी को ही देखने सुनने करने के लिये भीड़ खिंची चली जाती है ।
     बाबा या कथा वाचक लोग जिसके गंदे वीडियो एक बार बनवाकर रख लेते हैं वो उस बाबा या कथा वाचक को हमेंशा धन देता रहता है और जहाँ जहाँ उनका प्रोग्राम होता है वहाँ वहाँ भीड़ बढ़ाने केवल इस डर से जाता है कि बाबा जी नाराज होकर  कहीं हमारा वाला वीडियो न दिखा दें ! कथावाचक इन्हीं वीडियो के बलपर हरफन मौला बने घूमते रहते हैं लाखों करोड़ों रूपए तो टीवी चैनलों के मालिकों को अपना नाच गाना दिखाने का देते हैं ये उनके खून पसीनेकी कमाई होती तो कोई ऐसे बहाता क्या और बहाता तो लाता कहाँ से किंतु बलिहारी है उन वीडियोज की जिनके बल पर कथावाचक नामके जिगोलो बाबा एवं ज्योतिष के नाम पर बकवास करने वाले लोग न कुछ पढ़ते हैं न कुछ केवल उन्हीं वीडियोज से जो धन आता है वो सारा टीवी चैनलों पर फूंक देते हैं चेलों को बताते फिरते हैं कि हम इतने बड़े विद्वान् हैं किंतु चेले वीडियो के चक्कर में चिपटे रहते हैं ऐसे चल रहा है देश में धर्म !इसी कारन तो धर्म कर्म के संस्कार देश और समाज में दिखते नहीं हैं और दिनोँदिन बढ़ते जा रहे हैं बलात्कार अपराध आदि !see more... http://exposekhabar.com/hawas-khor-lalitanand-ki-khul-gai-pol/?utm_source=facebook&utm_medium=social&utm_campaign=supportravish


कोई टिप्पणी नहीं: