मंगलवार, 28 जुलाई 2020

अगस्त -2020

      

वैदिक मौसम पूर्वानुमान - अगस्त :2020
                                                                          
     अगस्त के संपूर्ण महीने में वर्षा की मात्रा विशेष अधिक रहेगी !वर्षा की मात्रा इतनी अधिक होगी कि पिछले कुछ सौ वर्षों में संभव है कि इतनी अधिक बारिश न हुई हो |विश्व के अधिकाँश भागों में भीषण बाढ़ का  दृश्य इतना अधिक भयावह हो सकता है कि जिसकी कल्पना करने मात्र से मन सिहर उठता है |बचाव के लिए सरकारों के द्वारा किए जाने वाले  अधिकतम प्रयास भी निरर्थक सिद्ध होंगे !बादलों की जासूसी
करके मौसम का अंदाजा लगाने वाले सरकारी या गैर सरकारी लोग अपने जासूसी विज्ञान के द्वारा इस संभावित आपदा को समझ पाने में असफल रहेंगे !उनके द्वारा पूर्वानुमान के नाम पर वर्षा के बिषय में लगाए गए सारे तीर तुक्के निरर्थक सिद्ध होंगे !मौसम वैज्ञानिकों को अपने वैज्ञानिकअज्ञान को छिपाने के लिए एक बार फिर जलवायु परिवर्तन को ही इस अधिकतम बारिश का कारण बताना पड़ेगा | इस भयंकर बारिश को अप्रत्याशित बताना पड़ेगा एवं बर्षा और बाढ़ के रौद्र रूप को देख देखकर उन्हें बार बार आश्चर्य होते देखा जाएगा | मौसम वैज्ञानिकों के हाथ में इससे अधिक कुछ है भी नहीं | प्राकृतिक घटनाओं के स्वभाव को समझ पाना उनके बश की बात भी नहीं है | 
      सरकारों ने जिन्हें मौसम वैज्ञानिकपदों से सुशोभित कर रखा है | उन्हें स्वयं मौसम के विषय में कुछ पता नहीं होता है वे तो समुद्री क्षेत्रों में उठे आँधी तूफानों या बादलों को उपग्रहों रडारों से देखकर उनके जाने की दिशा पर नजर रखते हैं और उनकी गति के आधार पर अंदाजा लगा लिया करते हैं कि ये आँधी तूफ़ान या बादल लगभग किस देश या प्रदेश में कब पहुँच सकते हैं उसी के अनुशार वे मौसम संबंधी भविष्यवाणियों के नाम पर कुछ कह दिया करते हैं |
       वस्तुतः मौसम विज्ञान के नाम से अभी तक कोई ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया खोजी ही नहीं जा सकी है जिसके आधार पर वर्षा बाढ़ आँधी तूफ़ान जैसी घटनाओं का पूर्वानुमान लगाया जा सके |यह मौसमीजासूसीविज्ञान कुछ प्राकृतिक घटनाओं का पूर्वानुमान लगाने में यदि एक सीमा तक सफल होने का दावा करने भी लगे तो भी प्राकृतिक आपदाओं का पूर्वानुमान लगाने की उनमें  क्षमता नहीं होती है |इस लिए आपदा प्रबंधन में किसी भी प्रकार से उनकी कोई भूमिका ही नहीं होती है | इसीलिए न तो वे इनके बिषय में कोई पूर्वानुमान बता सकते हैं और न ही ये घटित क्यों हो रही हैं इनका कारण ही बता सकते हैं | कारण खोजने के लिए वे जो कल्पनाएँ भी करते हैं उनका सच्चाई से कोई संबंध भी नहीं होता है | कोरोना जैसी प्राकृतिक महामारी इसका एक ज्वलंत उदाहरण है | नियम है कि कोई भी महामारी फैलने से कुछ वर्ष पहले से मौसम बिगड़ना प्रारंभ होता है उसे समझ लिया जाए तो महामारियों का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है किंतु मौसम को समझ पाना ही अभी तक संभव नहीं हो पाया है ऐसे में इस अधूरे आधार विहीन विज्ञान से महामारियों के विषय में पूर्वानुमान लगाने की आशा कैसे की जा सकती है | 
        मौसम संबंधी जासूसीविज्ञानके द्वारा किसी क्षेत्र में घटित होने वाली संभावित भीषण बाढ़  जैसी घटनाओं का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता है इसीलिए अधिकाँश प्राकृतिक आपदाओं का आजतक पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सका है |वे जब घटित होने लगती हैं तभी पता लग पाती हैं उसके बाद सरकार अपने आपदा प्रबंधन को सक्रिय करती है मदद पहुँचते पहुँचते इतनी अधिक देर हो चुकी होती है कि तब तक काफी जनधन की हानि हो भी जाती है |   


के द्वारा अधिकतम तीन से पाँच दिन पहले का ही अंदाजा लगाया जा सकता है वो कुछ सही बैठ  जाता है किंतु जहाँ जब बाढ़ आनी शुरू होती है उसका पता इसके बाद ही लग पाता है !सरकारें उन्हीं मौसमी तीर तुक्कों पर भरोसा करके अपने आपदा प्रबंधनों को सतर्क किया
     




पत्र


     भारत समेत विश्व के अधिकाँश देशों में अगस्त का संपूर्ण महीना अत्यंत अधिक वर्षा कारक होगा | इस महीने में वर्षा की मात्रा इतनी अधिक होगी कि पिछले सौ वर्षों में संभव है कि इतनी अधिक बारिश न हुई हो |विश्व के अधिकाँश भागों में भीषण बाढ़ का  दृश्य इतना अधिक भयावह हो सकता है  |इससे बचाव के लिए सरकारों के द्वारा किए जाने वाले  अधिकतम प्रयास भी निरर्थक सिद्ध होंगे !
    विश्व के अनेकों देशों में मौसम का पूर्वानुमान लगाने के लिए अनुसंधान करने के नाम पर उपग्रहों रडारों से आँधी तूफानों और बादलों की जासूसी करने वाले सरकारी या गैर सरकारी लोग कोरोना महामारी की तरह ही इस बिषय में अभी तक अनभिज्ञ हैं इतनी बड़ी संभावित घटना के बिषय में उन्हें कुछ पता होता तो वे अपने अपने देशों की सरकारों को बताते सरकारों को भी आपदा प्रबंधन के लिए समय मिल जाता | जिससे संभावित जनधन की हानि को प्रयास पूर्वक कम किया जा सकता था | 
    महोदय ! मौसम का स्वभाव समझे बिना केवल जासूसी विज्ञान के द्वारा प्रकृति की सोच को नहीं समझा जा सकता है !कोरोना की तरह ही ऐसे लोगों के वैज्ञानिकअज्ञान की कीमत एक बार फिर समाज को चुकानी पड़ सकती है इसका कारण भी वे जलवायु परिवर्तन को ही बताकर अपना बचाव कर सकते हैं जबकि जलवायु परिवर्तन जैसी कोई बात ही नहीं होती है ये केवल एक जुमला मात्र है जिसका उपयोग अपनी जरूरतों के अनुशार मौसम पूर्वानुमान गलत होने पर कर लिया जाता है | 
    वस्तुतः ऐसे लोगों को प्राकृतिक घटनाओं के बिषय में कुछ भी नहीं पता होता है | प्राकृतिक घटनाओं के बिषय में ये केवल काल्पनिक कहानियाँ गढ़ गढ़ कर सुनाया करते हैं जिनका सच्चाई से कोई संबंध ही नहीं होता है | वही कहानियाँ शिक्षा के पाठ्यक्रमों में सम्मिलित कर ली जाती हैं जिससे वैज्ञानिक अनुसंधानों का भविष्य भी बिगड़ता जा रहा है | 
     इसी कारण भूकंप से लेकर किसी भी ऐसी बड़ी प्राकृतिक घटना का पूर्वानुमान आजतक नहीं लगाया जा सका है और न ही ऐसी घटनाओं के घटित होने के पीछे के सही सही कारण ही खोजे जा सकें हैं | विश्व में प्रकृति से संबंधित अनुसंधानों के नाम पर हर वर्ष अरबों खरबों रुपए खर्च किए जाते हैं बदले में एक कहानी तैयार करके सुना दी जाती है | यही तो कोरोना के बिषय में भी हो रहा है आज एक कहानी सुनाई जाती है कल दूसरी बदलकर सुना दी जाती है | कुछ लोग ऐसा कहते हैं तो कुछ लोगों से वैसा कहला दिया जाता है दोनों पक्ष ही वैज्ञानिक होते हैं | इसलिए ऐसा वैसा दोनों अपना होता है जो सही निकलता है उसे ही अपनी वैज्ञानिक उपलब्धि की तरह प्रस्तुत कर दिया जाता है | जनता सुना करती है सरकारें मूकदर्शक बानी हुई हैं |
     महामारियाँ हों या प्राकृतिक आपदाएँ अपने आप से आती हैं अपने आप चली जाती हैं उनका स्वभाव समझने एवं उनका पूर्वानुमान लगाने में वैज्ञानिक जगत अभी तक अक्षम है उसके बश का ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे ऐसी घटनाओं में विज्ञान की कोई भूमिका सिद्ध हो पाती हो | अधिकाँश बातें तर्क विहीन आधार विहीन होती हैं जिन्हें वैज्ञानिक अनुसंधान बताकर प्रस्तुत किया जाता है | समाज जूझता रहता हैं सरकारें मूक दृष्टा बनी रहती हैं |आखिर समाज को कब तक इस सच्चाई से दूर रखा जाएगा !जो समाज सरकारों को टैक्स रूप में अपने खून पसीने की कमाई का कुछ अंश देती है | वह जिन वैज्ञानिक अनुसंधानों पर खर्च किया जाता है क्या समाज को उनसे कोई अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए | 
          



किंतु इस अधिकतम बारिश का कारण बताना पड़ेगा | इस भयंकर बारिश को अप्रत्याशित बताना पड़ेगा एवं बर्षा और बाढ़ के रौद्र रूप को देख देखकर उन्हें बार बार आश्चर्य होते देखा जाएगा | मौसम वैज्ञानिकों के हाथ में इससे अधिक कुछ है भी नहीं | प्राकृतिक घटनाओं के स्वभाव को समझ पाना उनके बश की बात भी नहीं है |

                                    विश्व का मौसम पूर्वानुमान -अगस्त :2020
     भारत समेत विश्व के अधिकाँश देशों में अगस्त का संपूर्ण महीना अत्यंत अधिक वर्षा कारक होगा | इस महीने में वर्षा की मात्रा इतनी अधिक होगी कि पिछले सौ वर्षों में संभव है कि इतनी अधिक बारिश न हुई हो |विश्व के अधिकाँश भागों में भीषण बाढ़ का  दृश्य इतना अधिक भयावह हो सकता है  |इससे बचाव के लिए सरकारों के द्वारा किए जाने वाले  अधिकतम प्रयास भी निरर्थक सिद्ध होंगे !
1 सितंबर - फिलीपींस में तूफ़ान एवं अतिवर्षा तथा अधिक एवं तेज आँधी तूफान की संभावना है |
 4 सितंबर - फिजी में भीषण वर्षा एवं चक्रवात जैसी घटनाओं के घटित होने की संभावना है |
12 सितंबर को अफ्रीकी प्रायद्वीप के पूर्वी भाग को चक्रवाती तूफान के कारण प्राकृतिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है |
 15 सितंबर - अमेरिका के दक्षिणी राज्यों में तूफान, भारी बारिश और बाढ़ से बड़ी समस्या पैदा हो सकती है । इसका सबसे ज्यादा असर टेक्सास, ओकाहोमा, शिकागो और डलास आदि राज्यों में हो सकता है |   
16 सितंबर - संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में भारी बारिश हो सकती है ।   
 17 सितंबर -फिजी में चक्रवाती तूफान होने की संभावना है |
19
सितंबर को -बलूचिस्तान में भारी बारिश हो सकती है | मास्टुंग, किला अब्दुल्ला, केच, ज़ियारत, हरनई और पिशिन जिले विशेष अधिक प्रभावित हो सकते हैं | पाकिस्तान में  मूसलाधार बारिश की संभावना है | 
18 से 25  सितंबर के बीच   शिकागो. अमेरिका के दक्षिणी राज्य तूफान और भारी वर्षा से अधिक प्रभावित हो सकते हैं | 
 24 सितंबर से 26  अगस्त के बीच ऑस्ट्रेलिया में बड़े तूफान एवं अधिक बारिश जैसी घटनाओं की संभावना है | पूर्वी ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन और क्वींसलैंड में भारी तबाही हो सकती है
 28 -30 
सितंबर के बीच  स्पेन में भीषण बारिश और तूफान से संकट खड़ा हो सकता है | इससे देशभर में भारी बारिश एवं स्पेन के पूर्वोत्तर इलाके में बाढ़ की स्थिति बन सकती है |

 
 सितंबर 




  अगस्त -2020
   
1.सितंबर   25 दिसंबर - 
      
2.सितंबर 26. दिसंबर -  कलकत्ता में हल्की बारिश , असम थोड़े बादल, पटना साफ ,राँची अधिक बादल , लखनऊ में साफ ,Mp साफ ,राजस्थान साफ  , गुजरात हल्की धुंध 10 ,महाराष्ट्र साफ ,कर्नाटक थोड़े बादल ,केरल थोड़े बादल 20 ,आँध्रप्रदेश थोड़े बादल20, तमिलनाडु साफ 40,रायपुर थोड़े बादल 40,त्रिपुरा थोड़े बादल 10 ,दिल्ली साफ  ,हरियाणा साफ , पंजाब में साफ   ,उत्तराखंड साफ  ,हिमाचल साफ ,जम्मू कश्मीर  साफ ,लेह साफ  ,अरुणाचल हल्के बादल 10 ,नागालैंड थोड़े बादल  ,मेघालय साफ  |   

3. सितंबर 28. दिसंबर-दिल्ली का तापमान 2 डिग्री,कलकत्ता में हल्कीधुंध , असमकोहरा,  पटनासाफ ,राँचीसाफ , लखनऊ में साफ ,Mp साफ ,राजस्थान साफ  , गुजरात हल्की धुंध 10 ,महाराष्ट्र साफ ,कर्नाटक थोड़े बादल ,केरल थोड़े बादल 20 ,आँध्रप्रदेश थोड़े बादल20, तमिलनाडु थोड़े बादल 40,  रायपुर साफ , त्रिपुराकोहरा ,दिल्लीसाफ  ,हरियाणा साफ, पंजाब में साफ   ,उत्तराखंड साफ  ,जम्मू कश्मीर  साफ , लेह साफ  , अरुणाचल साफ  ,नागालैंड साफ  ,मेघालयसाफ |

4. सितंबर 29  दिसंबर-दिल्ली का तापमान 2 डिग्री,कलकत्ता में हल्कीधुंध , असमकोहरा,  पटनासाफ ,राँचीबादल40  , लखनऊ में साफ ,Mp थोड़े बादल ,राजस्थान साफ  , गुजरात हल्की धुंध 10 ,महाराष्ट्र बादल40 ,कर्नाटक थोड़े बादल ,केरल धुंध 20 ,आँध्रप्रदेश साफ  , तमिलनाडु थोड़े बादल 40,  रायपुरअधिक बादल , त्रिपुरासाफ  ,दिल्लीसाफ  ,हरियाणा साफ, पंजाब में साफ   ,उत्तराखंडबादल 10 ,जम्मू कश्मीर  साफ ,लेह थोड़े बादल ,अरुणाचल साफ  ,नागालैंड साफ  ,मेघालयसाफ | 

5 . सितंबर 30 दिसंबर-यूपी में जमा देने वाली ठंड,दिल्ली में 119 साल का रेकॉर्ड टूटा, ठंड के मिजाज से मौसम वैज्ञानिक भी हैरान | दिल्ली का तापमान 2 डिग्री,कलकत्ता में हल्कीधुंध , असम थोड़े बादल  पटनासाफ ,मंगलवार रात सोनभद्र में बूंदाबांदीहुई , राँचीबादल40  , लखनऊ में कुछ बादल ,Mp थोड़े बादल ,राजस्थान कुछ बादल, गुजरात हल्की धुंध 10 ,महाराष्ट्र धुआँ ,कर्नाटक थोड़े बादल ,केरल धुंध 20 ,आँध्रप्रदेश कुछ बादल, तमिलनाडु अधिक  बादल 40,  रायपुर अधिक बादल , त्रिपुरा थोड़े बादल,दिल्ली बादल 40 प्रतिशत ,हरियाणा साफ, पंजाब में बादल 20 ,उत्तराखंड बादल 40 ,हिमाचल में बादल 40,जम्मू कश्मीर  बादल 10 ,लेह अधिक बादल ,अरुणाचल साफ  ,नागालैंड साफ  ,मेघालय बादल 20 | 
 6. सितंबर 1.जनवरी- यूपी, बिहार समेत उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड से थोड़ी राहत | उत्तराखंडः साल 2020 की पहली बर्फबारी की ये सुंदर तस्वीरें आपका मन मोह लेंगी| दिल्ली का तापमान 2 डिग्री,कलकत्ता में कोहरा , असम कोहरा, अरुणाचल अधिक बादल ,नागालैंड बादल 40 ,मेघालय बादल 40 |  पटना अधिक बादल ,राँची बादल 60   , लखनऊ में कोहरा ,Mp कहीं कहीं बादल ,राजस्थान साफ, गुजरात हल्की धुंध 10 ,महाराष्ट्र हल्की धुंध बुधवार देर रात से नागपुर समेत विदर्भ के अकोला, वर्धा और यवतमाल में तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई है।,कर्नाटक थोड़े बादल 30 ,केरल हल्की धुंध 20 ,आँध्रप्रदेश अधिक बादल, तमिलनाडु हल्की बरसात,रायपुर समेत सारे छत्तीसगढ़ में अधिक बादल और भारी बरसात हुई   , त्रिपुरा थोड़े बादल,दिल्ली बादल 20 प्रतिशत कोहरा भी ,हरियाणा कोहरा , पंजाब में बादल 20 ,उत्तराखंड बादल 40 ,हिमाचल में अधिक बादल 40,जम्मू कश्मीर  बादल 10 ,लेह अधिक बादल 
   
7.सितंबर 2.जनवरी-  उत्तराखंड में वर्षा राष्ट्रीय राजधानी में पड़ रही कड़ाके की ठंड ने भले ही 1997 के बाद से 22 साल पुराना अपना रिकॉर्ड तोड़ा |  दिल्ली का तापमान 2 डिग्री,कलकत्ता में कोहरा , त्रिपुरा थोड़े बादल,असम कोहरा, अरुणाचल थोड़े बादल ,नागालैंड बादल 40 ,मेघालय अधिक बादल |  पटना कोहरा ,राँची बादल हल्की बारिश , लखनऊ में कोहरा ,Mp कहीं कहीं बादल कोहरा,रायपुर समेत सारे छत्तीसगढ़ में अधिक बादल और भारी बरसात हुई   , राजस्थान धुआँ , गुजरात कोहरा  ,महाराष्ट्र हल्की धुंध ,कर्नाटक थोड़े बादल 30 ,केरल हल्की धुंध 20 ,आँध्रप्रदेश अधिक बादल, तमिलनाडु थोड़े बादल, दिल्ली बादल 30 प्रतिशत कोहरा भी ,हरियाणा कोहरा , पंजाब में बादल 20 ,उत्तराखंड थोड़े बादल 40 ,हिमाचल में थोड़े बादल  40,जम्मू कश्मीर  बादल 10 ,लेह थोड़े बादल |  
     यूपी: भीषण ठंड के बीच कई जिलों में भारी बारिश के साथ गिरे ओले, कानपुर में बिजली गिरने से दो की मौतकानपुर में गुरुवार सुबह धूप ने ठंड कम की तो शाम को बारिश और ओले गिरने से गलन बढ़ गई। कानपुर में दक्षिण क्षेत्र, नारामऊ, चौबेपुर, बिठूर आदि जगह ओले गिरे। चित्रकूट, इटावा, उन्नाव, फतेहपुर में भी बारिश हुई। दिन में 23 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा पारा बारिश होते ही उतरने लगा। वहीं देर शाम बारिश के दौरान बिजली गिरने से कानपुर में दो लोगों की मौत !
  
8.सितंबर 3.जनवरी-  कोलकाता, रांची, जमशेदपुर, मिर्ज़ापुर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में बारिश होने की संभावना है |पूर्वोत्तर राज्यों में भी तेज बारिश का अनुमान है।अरुणाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में भी हल्की बर्फबारी हो सकती है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की बारिश और बर्फबारी की उम्मीद है उत्तरी पंजाब और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बादलों की गर्जना हो सकती है। 
    दिल्ली का तापमान 14 डिग्री,कलकत्ता में हल्की बारिश , त्रिपुरा हल्की बारिश ,असम कोहरा, अरुणाचल  में अधिक बादल ,नागालैंड अधिक बादल 40 ,मेघालय अधिक बादल |  पटना कोहरा ,राँची बादल , लखनऊ में कोहरा , कानपुर में बारिस कोहरा आदि ,Mp कहीं कहीं बादल कोहरा,रायपुर समेत सारे छत्तीसगढ़ में अधिक बादल और भारी बरसात हुई   , राजस्थान धुआँ , गुजरात कोहरा  ,महाराष्ट्र हल्के बादल ,कर्नाटक थोड़े बादल 30 ,केरल हल्की धुंध ,आँध्रप्रदेश अधिक बादल, तमिलनाडु थोड़े बादल 20 , दिल्ली धुंध   ,हरियाणा कोहरा , पंजाब में साफ ,उत्तराखंड थोड़े बादल 40 ,हिमाचल साफ ,जम्मू कश्मीर अधिक  बादल  ,लेह काफी अधिक बादल |   
     मंसूरी में वर्षा और अधिक बादल

9.सितंबर 4.जनवरी-  
    दिल्ली का तापमान 14 डिग्री,कलकत्ता कोहरा , त्रिपुरा कोहरा ,असम कोहरा, अरुणाचल  में बादल 40 ,नागालैंड बादल 40 ,मेघालय में बादल |  पटना कोहरा ,राँची बादल , लखनऊ में कोहरा ,Mp साफ ,रायपुर बादल 20 , राजस्थान धुआँ , गुजरात धुआँ ,महाराष्ट्र धुआँ ,कर्नाटक थोड़े बादल 30 ,केरल हल्की बारिस और तूफ़ान ,,आँध्रप्रदेश अधिक बादल, तमिलनाडु थोड़े बादल 20 , दिल्ली धुंध  और बादल ,हरियाणा कोहरा , पंजाब में थोड़े बादल 40,उत्तराखंड साफ  ,हिमाचल थोड़े बादल 40,जम्मू कश्मीर में बादल  ,लेह काफी अधिक बादल | मसूरी में अधिक बादल है ! 
    विशेष - बिहार के कई इलाकों में बारिश  हुई है उत्तराखंड में शनिवार को अधिक बारिश और बर्फबारी हुई है दून  में दोपहर बाद बारिश के साथ ओले पड़े |

10.सितंबर 5.जनवरी-  
   कलकत्ता कोहरा , त्रिपुरा कोहरा ,असम बादल और वर्षा , अरुणाचल  में अधिक बादल 40 ,नागालैंड बादल 40 ,मेघालय में बादल |  पटना कोहरा ,राँची धूप , लखनऊ में कोहरा ,Mp साफ ,रायपुर साफ  , राजस्थान धुआँ , गुजरात धुआँ ,महाराष्ट्र धुआँ ,कर्नाटक बादल 30 ,केरल कोहरा  ,,आँध्रप्रदेश अधिक बादल, तमिलनाडु थोड़े बादल 20 , दिल्ली धुंध  और बादल ,हरियाणा कोहरा , पंजाब में अधिक बादल ,उत्तराखंड बादल ,हिमाचल अधिक  बादल 40,जम्मू कश्मीर में अधिक बादल  ,लेह काफी अधिक बादल |5 जनवरी को इस देश में उष्णकटिबंधीय चक्रवाती तूफान अवा मेड आया था। अवा मेड ने 24 घंटे के लिए अफ्रीकी प्रायद्वीप के इस पूर्वी भाग को अपने चपेट में ले लिया था। 
  
11.सितंबर 6.जनवरी-  
   कलकत्ता कोहरा , त्रिपुरा साफ ,असमकोहरा , अरुणाचल  में बादल ,नागालैंड अधिक बादल 40 ,मेघालय में धूप |  पटना बादल ,राँची धूप , लखनऊ में कोहरा ,Mp साफ ,रायपुर साफ  , राजस्थान अधिक बादल एवं वर्षा हुई , गुजरात धुआँ ,महाराष्ट्र धुआँ ,कर्नाटक बादल 40 ,केरल कोहरा  ,,आँध्रप्रदेश अधिक बादल, तमिलनाडु अधिक बादल 50 , दिल्ली अधिक बादल हलकी वर्षा ,हरियाणा कोहरा , पंजाब में अधिक बादल 60  ,उत्तराखंड बादल वर्षा  ,हिमाचल अधिक  बादल 40 वर्षा भी ,जम्मू कश्मीर में अधिक  बादल 40 वर्षा भी ,लेह काफी अधिक बादल वर्षा भी |  

12.सितंबर   7.जनवरी-  
   कलकत्ता कोहरा , त्रिपुरा साफ ,असमकोहरा , अरुणाचल  में साफ ,नागालैंड साफ ,मेघालय में धूप |  पटना कोहरा ,राँची बादल 10 , लखनऊ में कोहरा ,Mp साफ ,रायपुर बादल , राजस्थान अधिक बादल , गुजरात धुआँ ,महाराष्ट्र बादल ,कर्नाटक बादल 40 ,केरल बदल ,,आँध्रप्रदेश अधिक बादल, आँध्रप्रदेश अधिक बादल 50 , दिल्ली अधिक बादल हलकी वर्षा ,हरियाणा कोहरा , पंजाब में अधिक बादल 60  ,उत्तराखंड बादल वर्षा  ,हिमाचल अधिक  बादल 40 वर्षा भी ,जम्मू कश्मीर में अधिक  बादल 40 वर्षा भी ,लेह काफी अधिक बादल वर्षा भी | 
            पूरे उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश होती रही 

इन तारीखों में पूरे up mp बिहार छत्तीसगढ़ आदि में बादलछाए हुए हैं
13. सितंबर   8.जनवरी- भोपाल (सिरोंज )आंधी के साथ बरसे बदरा, फसलों को नुकसान आंधी के साथ बरसे बदरा, फसलों को नुकसान मौसमः तेज हवाओं ने सड़कों के किनारे पेड़ किए धराशायी ! आज सुबह 5 बजे लगभग एक घंटे तक नगर व आसपास के अंचल में तेज आंधी के साथ भारी बारिश हुई।
   कलकत्ता कोहरा , त्रिपुरा साफ ,असम बादल , अरुणाचल  में बादल ,नागालैंड बादल ,मेघालय में अधिक बादल पटना तूफान और बारिश ,राँची बादल . 10 , लखनऊ में बादल ,Mp बदल ,रायपुर बादल  , राजस्थान अधिक बादल , गुजरात कोहरा ,महाराष्ट्र बादल ,कर्नाटक बादल 40 ,केरल बदल ,,आँध्रप्रदेश साफकुछ बादल , दिल्ली अधिक बादल अधिक वर्षा ,हरियाणा कोहरा , पंजाब में अधिक बादल ,उत्तराखंड बादल वर्षा  ,हिमाचल अधिक  बादल और वर्षा भी ,जम्मू कश्मीर में अधिक  बादल 40 वर्षा भी ,लेह काफी अधिक बादल वर्षा भी |  
            पूरे उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश होती रही

14. सितंबर   9  .जनवरी-  
   कलकत्ता कोहरा , त्रिपुरा असम कोहरा , अरुणाचल  में बादल ,नागालैंड बादल ,मेघालय में अधिक बादल पटना बादल ,राँची अधिक बादल  , लखनऊ में बादल ,Mp बादल ,रायपुर बादल  , राजस्थान अधिक बादल , गुजरात कोहरा ,महाराष्ट्र बादल ,कर्नाटक बादल 40 ,केरल बादल ,,आँध्रप्रदेश कुछ बादल , दिल्ली  बादल और धूप ,हरियाणा साफ , पंजाब में साफ  ,उत्तराखंड साफ  ,हिमाचल साफ  ,जम्मू कश्मीर में साफ  ,लेह साफ    

15. सितंबर 10 .जनवरी-  
   कलकत्ता कोहरा , त्रिपुरा साफ  ,असम कोहरा , अरुणाचल  में साफ ,नागालैंड बादल ,मेघालय में अधिक बादल पटना बादल ,राँची साफ  , लखनऊ में साफ ,Mp साफ  ,रायपुर साफ , राजस्थान अधिक बादल , गुजरात कोहरा ,महाराष्ट्र धुंध बादल ,कर्नाटक बादल 40 ,केरल बादल ,,आँध्रप्रदेश कुछ बादल ,तमिलनाडु में वर्षा हो रही है   , दिल्ली  बादल और धूप ,हरियाणा कोहरा , पंजाब में बादल ,उत्तराखंड साफ  ,हिमाचल बादल ,जम्मू कश्मीर में बादल ,लेह बादल  

16. सितंबर 11 जनवरी -
 17.सितंबर     12 जनवरी
 
18.सितंबर    13 -लोहड़ी के मौके पर सोमवार को सुबह दस बजे के आसपास तेज बारिश शुरू हो गई। वाहन चालकों को दिन के समय भी लाइट जलाकर चलना पड़ा।इसीदिन सहारनपुर में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया। कड़ाके की ठंड के बीच सोमवार देर शाम ओलावृष्टि से सड़कें सफेद हो गई।मौसम का मिजाज बदला, हनुमानगढ़, जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर में बारिश-ओलावृष्टि, जयपुर में छाए बादल !जयपुर (Jaipur) समेत आधा दर्जन से अधिक पश्चिमी जिलाें में बारिश (Rain) और कई स्थानों पर ओलावृष्टि| कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में बर्फीला तूफान सोमवार दोपहर करीब 1 बजे आया जिसमे  एक सैन्य चौकी बर्फीले तूफान की चपेट में आ गई. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में अब तक कम से कम 2 सैनिक शहीद हो गए, जबकि एक जवान लापता बताया जा रहा है.बर्फीले तूफान से कश्मीर में 8 लोगों की मौत, कुपवाड़ा में 5 जवान फंसे !जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बर्फबारी जानलेवा साबित हो रही है. कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर में हिमस्खलन के कारण 3 जवान शहीद हो गए हैं, वहीं एक जवान अभी भी लापता है. माछिलपाकिस्तान में भारी बर्फबारी, बारिश से 75 लोगों की मौत| 

19 से 25 सितंबर .  11 -17 जनवरी तक हिमाचल, जम्मूकश्मीर पंजाब ,राजस्थान ,उत्तर प्रदेश,मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़ आदि में वर्षा और बादलों की मात्रा अधिक रही है इसमें भी 15 से 17 तक दिल्ली आदि में भी वर्षा और बादल की मात्रा अधिक देखी जाती रही है | 18 -21 बादल खूब रहे किंतु वर्षा नहीं हुई,22,23 को बादल विहीन अच्छी धूप रही24 से 26 बादल और धूप दोनों हैं हवा का वेग अधिक होने से ठण्ड विशेष अधिक है | 27को दिन भर अधिक बादल रहे 28,29 को वर्षा हुई !30,31 को धूप है |   
26.सितंबर-
27.सितंबर-
28.सितंबर - 
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 वैश्विक पूर्वानुमान -

25 दिसंबर - क्रिसमस के दिन फिलीपींस में आए एक भयंकर तूफान ने तबाही मचाई है। क्रिसमस के दिन फिलीपींस के दूरदराज के गांवों और पर्यटन क्षेत्रों में चल रहे तूफान Phanfone ने अबतक 16 लोगों की जान ले ली है।टाइफून Phanfone के कारण 195 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं ने घरों की छतें उखाड़ फेंकीं।
 
 28 . दिसंबर -    इसी दिन फिजी में भीषण तूफान आया जिसमें भारी जान धन की हानि हुई है |

11 जनवरी - संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में शनिवार को भारी बारिश हुई। इसके चलते दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट में पूरे दिन हवाई सेवा बाधित रही। बारिश के चलते एयरपोर्ट के सभी रनवे पर जलभराव हो गया।
    वॉशिंगटन. अमेरिका के दक्षिणी राज्यों में बर्फीले तूफान, भारी बारिश और बाढ़ से 11 लोगों की मौत हो गई। न्यूज एजेंसी के मुताबिक तूफान का सबसे ज्यादा असर टेक्सास, ओकाहोमा, शिकागो और डलास राज्यों में है। यहां भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। शिकागो डिपार्टमेंट ऑफ एविएशन के मुताबिक, शिकागो के दो इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 1200 से ज्यादा फ्लाइट रद्द कर दी गईं। वहीं, ओकाहोमा और अरकंसास में बाढ़ की वजह से कई हाईवे बंद कर दिए |
 17.    12 जनवरी के लिए चेतावनी -अमेरिका के अरकंसास, टेनेसी, मिसिसिपी, मिसौरी, इलिनोइस और इंडियाना प्रांत में भारी बारिश के बाद बाढ़ की चेतावनी जारी की। शिकागो में भी बाढ़ की चेतावनी दी गई। वहीं, उत्तरी-पश्चिमी इलिनोइस के आसपास के इलाकों में बर्फीले तूफान की चेतावनी जारी की गई। इस इलाके में 218 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान की आशंका भी जताई थी। उत्तरी इलिनोइस और शिकागो में रविवार को विंटर वेदर एडवाइजरी जारी की गई। इसमें रविवार तीन बजे तक बर्फीले तूफान की चेतावनी दी गई।12 जनवरी - रविवार को पंजाब के कई हिस्सों में बादल छाए रहे।   बलूचिस्तान में भारी बर्फबारी और बारिश से 14 की मौत, 7 जिलों में Emergency लागू !मास्टुंग, किला अब्दुल्ला, केच, ज़ियारत, हरनई और पिशिन जिलों में आपातकाल घोषित कर दिया।मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि क्वेटा में भारी बर्फबारी ने पहले ही 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया था।पाकिस्तान में भारी बर्फबारी और मूसलाधार बारिश के कारण हुए हिमस्खलन तथा भूस्खलन की घटनाओं में महिलाओं और बच्चों समेत करीब 75 लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल हो गए।


  17 से 18 जनवरी के बीच   शिकागो. अमेरिका के दक्षिणी राज्य बर्फीले तूफान और भारी बारिश की चपेट में है।  शिकागो में बर्फीले तूफान और खराब मौसम के कारण शुक्रवार को सभी एयरपोर्ट से  1000 उड़ानों को रद्द कर दिया गया। तूफान और खराब मौसम के कारण 9 करोड़ लोग प्रभावित हैं।तूफान और भारी बर्फबारी |आंधी तूफान और बारिश से ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में 'राहत', काफी हद तक बुझी आग | 17 को फिजी में चक्रवाती तूफान Tino की दस्तक, खोले गए राहत शिविर | 

 17 जनवरी से 19 जनवरी के बीच -
ऑस्ट्रेलिया: आग के बाद 100 साल का सबसे भीषण तूफान-बारिश, 2 दिन अलर्टPali News - ब्रिस्बेन | आग से जूझ रहा ऑस्ट्रेलिया पिछले दो दिन 17 से मसूलधार बारिश और बाढ़ झेल रहा है। आग से जूझ रहा ऑस्ट्रेलिया पिछले दो दिन से मसूलधार बारिश और बाढ़ झेल रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक यह 100 साल का सबसे भीषण तूफान और बारिश है। पूर्वी ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन और क्वींसलैंड में भारी तबाही हुई है। ब्रिस्बेन में 50 से ज्यादा घर डूब गए हैं। अगले 48 घंटों के लिए अलर्ट जारी किया गया है।

21 -23 जनवरी के बीच -ग्लोरिया तूफान से तबाही / स्पेन में बारिश-बर्फबारी से 6 की मौत, पूर्वी तटीय इलाकों पर 50 फीट ऊंची लहरें उठीं|| स्पेन में ग्लोरिया तूफान की वजह से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं, इससे देशभर में भारी बारिश-बर्फबारी जारी तूफान के चलते पूर्वोत्तर इलाके में भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति

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