गुरुवार, 28 नवंबर 2013

 इसके लिए भाजपा एवं उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को हार्दिक बधाई !

महोदय ,इसी विषय  को लेकर  हमारा लेख  हमारे ब्लॉग

Swasth Samaj  में

22 November 2013 को

    लिखा गया था जो  हमारी फेसबुक में भी उसी दिन डाला गया है। जिसे अभी भी विस्तार पूर्वक ब्लॉग एवं फेसबुक पर पढ़ा जा सकता है ! उसी विषय में आज राजनाथ सिंह जी का श्री अटल और अडवाणी जी को महत्त्व देने सम्बन्धी बयान पढ़कर अतीव प्रसन्नता हुई इसके लिए आपके माध्यम से भाजपा एवं उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को हार्दिक बधाई !!!

"Friday, 22 November 2013

भाजपा का मुखिया कौन? कोई क्यों दे भाजपा को वोट ?

आखिर क्यों और कैसे बन जातीहै  काँग्रेस की सरकार बार बार! और क्यों देखती रह जाती है भाजपा ?

http://snvajpayee.blogspot.in/2013/11/blog-post_6409.html"

लेख का सारांश -

जहाँ तक काँग्रेस का हाईकमान तो विश्व विदित है । इस प्रकार से जनता हर पार्टी की हाईकमान एवं उसकी स्वाभाविक स्थिरता और विचारधारा पर भरोसा करके  उसका साथ देती है कि ये हारे चाहें जीते किन्तु ये समय कुसमय में हमारा साथ देगा!

    जैसे - मुलायम सिंह जी सपा में कभी भी कोई भी निर्णय ले सकते हैं वे स्वतंत्र हाईकमान हैं ,इसी प्रकार बसपा में मायावती,नीतीशकुमार जी जद यू में,लालू प्रसाद जी जनतादल में,तृणमूल काँग्रेस में ममता बनर्जी जी ,अकाली दल में प्रकाश सिंह जी बादल ,इसी प्रकार उद्धव ठाकरे जी,राज ठाकरे जी ,ओम प्रकाश चोटाला जी ,शरद पवार जी,करुणा निधि जी , जय ललिता  जी, नवीन पटनायक जी ,चन्द्र बाबू नायडू जी आदि और भी छोटे बड़े सभी दलों के हाईकमान अपनी अपनी पार्टी में सदैव सम्माननीय  एवं प्रभावी बने रहते हैं चुनावों में उनकी हार जीत कुछ भी हो तो होती रहे किन्तु इनके सम्मान एवं अधिकारों में कटौती नहीं होती है ये स्वतन्त्र रूप से निर्णय लेने में सक्षम बने रहते हैं उन्हें ही देखकर उनके स्वभाव को समझने वाली जनता यह समझकर वोट देती है कि ये हारें या जीतें किन्तु यदि हम इनका साथ देंगे तो ये हमारे साथ भी खड़े होंगे!इसी प्रकार से पार्टी कार्यकर्ता भी अपने हाईकमान को पहचानने लगते हैं कि ये जैसा कहेंगे इस पार्टी में रहने के लिए  हमें वैसा ही करना होगा किन्तु जिन पार्टियों में हाईकमान गुप्त है वहाँ कार्यकर्ता भी चुप रहता है और समर्थक तो चुप ही रहते  हैं। 

       भाजपा में ऐसा नहीं है यहाँ कब कौन किसका कब तक हाईकमान रहेगा फिर कब कौन किस कारण से कहाँ से हटाकर कहाँ फिट कर दिया जाएगा ये सब काम कौन क्यों कहाँ से किसकी प्रेरणा से कर रहा है या किसी अज्ञात शक्ति की प्रेरणा से होता रहता है आम जनता इसे जानने की हमेंशा इच्छुक रहती है किन्तु किसी को कुछ बताने कि जरूरत ही नहीं समझी  जाती है आखिर क्यों साथ दे मतदाता ?और अधिक पढ़ें -

भाजपा का मुखिया कौन? कोई क्यों दे भाजपा को वोट ?

http://snvajpayee.blogspot.in/2013/11/blog-post_6409.html"


 

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