राजनीति में सरकार बनाने लिए राजनैतिक दल अक्सर पहले हम पहले हम वाले फार्मूले पर काम करते हैं किन्तु दिल्ली के राजनैतिक महापुरुषों में अब शिष्टाचार की होड़ सी लगी है सब आपस में एक दूसरे से कह रहे हैं कि पहले आप पहले आप ! कुल मिलाकर कोई सरकार नहीं बना रहा है ।
वर्त्तमान परिस्थितियों को देखकर तो यही लग रहा है कि राष्ट्रपति शासन के रूप में अब दिल्ली की गद्दी पर केंद्र की खड़ाऊँ ही पुजेंगी !अब दिल्ली सरकार का अर्थ होगा खड़ाऊँ पूजन सरकार !धन्यवाद !!!
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