भाग्य से ज्यादा और समय से पहले किसी को न सफलता मिलती है और न ही सुख !
विवाह, विद्या ,मकान, दुकान ,व्यापार, परिवार, पद, प्रतिष्ठा,संतान आदि का सुख हर कोई अच्छा से अच्छा चाहता है किंतु मिलता उसे उतना ही है जितना उसके भाग्य में होता है और तभी मिलता है जब जो सुख मिलने का समय आता है अन्यथा कितना भी प्रयास करे सफलता नहीं मिलती है ! ऋतुएँ भी समय से ही फल देती हैं इसलिए अपने भाग्य और समय की सही जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को रखनी चाहिए |एक बार अवश्य देखिए -http://www.drsnvajpayee.com/
शुक्रवार, 20 जून 2014
बलात्कारों रोकने के लिए सरकारों को लेने होंगे कुछ कड़े फैसले-
महिला आयोग गठन का उद्देश्य केवल बलात्कारों की निंदा करना ही नहीं होना चाहिए अपितु उपाय सुझाए जाने चाहिए कि आखिर ये बंद कैसे हों !
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