रविवार, 3 अगस्त 2014

साईं गिरोह में सम्मिलित होकर लोग न जाने क्यों करने लगते हैं साँय (साईं) साँय (साईं) ! और हमें देने लगते हैं गाली ! और हमें देने लगते हैं गाली !

     हमें जब कोई गाली वाली लिखता है तो मैं समझ जाता हूँ कि ये साईं गिरोह का ही कोई सदस्य होगा !और जब प्रोफाइल देखता हूँ तो वही निकलता है पता नहीं क्यों  ऐसा हो रहा  है मेरे साथ !

     जिन लोगों की प्रायः शैक्षणिक सेहत ठीक नहीं होती है जो लोग अपना या किसी का नाम तक ठीक से नहीं लिख पढ़ पाते हैं लिखते भी हैं तो चाहें नाम की स्पेलिंग ही गलत क्यों न लिखें किन्तु गलती करते जरूर हैं ऐसे लोग भी किसी पढ़े लिखे व्यक्ति के ज्ञान विज्ञान युक्त लेख में जो टिप्पणी करते  हैं उनसे पता चला जाता है कि ये साईं वाले ही होंगे  क्योंकि वैसे माना कि शिक्षा किसी की शिक्षा कुछ कम ज्यादा तो हो सकती है किन्तु कम से कम नाम पढ़ना लिखना तो आना ही चाहिए और गाली वाली तो नहीं ही लिखनी चाहिए, खैर इसमें मेरा क्या दोष !  ऐसे लोग अपनी टिप्पणियों में ऊट पटांग कुछ भी लिखा करते हैं कई बार तो गालियाँ तक लिख देते हैं क्योंकि इनकी नैतिक शिक्षा और धार्मिक शिक्षा बहुत कमजोर होती है !इसलिए इनकी लिखी हुई बातों या टिप्पणियों से पता चल ही जाता है कि ये वही साईं वाले ही होंगे क्योंकि शास्त्रीय विषयों की जानकारी इनको बिलकुल नहीं होती है इसलिए ये लोग शास्त्रों का विरोध करते हैं ऐसे शास्त्रीय अनपढ़ लोग केवल साँय(साईं)  साँय (साईं) किया करते हैं  ये लोग पूरे होश में कभी कहाँ रह पाते होंगे यही जानकर कुछ चालाक लोग उन्हें  साईं गिरोह में सम्मिलित कर लेते हैं अन्यथा ऐसे ही कोई अपने भगवान थोड़े बदल लेता है कोई माता पिता नहीं बदल सकता तो भगवान कैसे बदल लेगा वहाँ उन्हें अपने जैसे साँय (साईं)  साँय (साईं) करने वाले बहुत लोग मिल जाते हैं और साईंयों के झुंड में कोई बिलकुल नया नया बना साईं भी साईं की तरह सुशोभित होने लगता है और धीरे धीरे वह भी सनातन धर्म विरोधी षड्यंत्र में सम्मिलित हो जाता है !हमारे साथ तो कई बार ऐसा हुआ है कि जब फेस बुक में कोई गाली लिखता है या उसकी भाषा अशुद्ध या अभद्र  होती है उससे पता लग जाता है कि ये वही होगा जब उसका प्रोफाइल खोल कर देखते हैं तो उसने जो फोटो फाटो लगा रखे  होते हैं  उससे पता लग ही जाता है कि ये महानुभाव साईं वाले ही हैं !


कोई टिप्पणी नहीं: