सोमवार, 18 सितंबर 2023

किसी के नाम का पहला अक्षर बदल देता है स्वभाव व्यवहार और संबंध !

      प्रत्येक व्यक्ति को जीवन जीने के लिए कुछ लोगों के साथ जुड़ कर चलना होता है |इसमें माता पिता भाई बहन आदि संबंध स्थाई होते हैं जो हमें बने बनाए जन्म से मिलते हैं |इसमें केवल यह ध्यान रखना होता है कि कोई संबंध बिगड़े न इसके लिए हमेंशा सावधानी बरतनी पड़ती है | इसके लिए घर के प्रत्येक व्यक्ति बदलते समय को देखते रहना चाहिए ,क्योंकि उनमें से किसी एक का समय बिगड़ते ही उसका व्यवहार बिगड़ने लगता है| उस समय परिवार परिवार के प्रत्येक सदस्य का कर्तव्य होता है कि उसकी बुरी बातों एवं अप्रिय व्यवहारों पर विशेष ध्यान न दे और उसके साथ स्नेह पूर्वक व्यवहार करता हुआ अपने परिवार में सुख शांति बनाए रखे |उसका समय ठीक होने पर स्वयं ही सब कुछ ठीक हो जाता है | ऐसा बर्ताव परिवार के सभी सदस्यों  का सभी के साथ होना चाहिए | जब एक ही परिवार के दो या दो से अधिक सदस्यों का समय एक साथ ही बिगड़ता है,  तब दूसरे लोग घर में शांति रखने का कितना भी प्रयत्न करें वे दोनों आपस में ही झगड़ जाते हैं | जिनका समय बुरा चल रहा होता है |ऐसे समय बाकी सदस्यों की जिम्मेदारी अधिक बढ़ जाती है जिससे वे सहनशीलता पूर्वक उन दोनों के बुरे समय को पार करा देते हैं और पारिवारिक प्रेम भाव को बचा लेते हैं | ऐसी परिस्थिति का आगे से आगे पता लगाए रहने के लिए परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को एक बार हमारे यहाँ से अपनी कुंडली अवश्य दिखा लेनी चाहिए |

     हमारे यहाँ से कहने का मतलब यह है कि आजकल पढ़े लिखे ज्योतिषियों  की इतनी अधिक कमी है कि लाखों ज्योतिषियों में कोई एक ज्योतिषी ही पढ़ा लिखा होता है | जैसे मैंने काशी हिंदू विश्व विद्यालय से ज्योतिष विषय में ही पीएचडी की है |इसलिए हमारे यहाँ की जैसी उच्चकोटि की ज्योतिष सेवाएँ अन्य जगहों पर मिलनी संभव नहीं हैं |इसका कारण संस्कृत और ज्योतिष की उपेक्षा के कारण कोई भी व्यक्ति अपने बच्चे को संस्कृत या ज्योतिष नहीं पढ़ना चाहता है ऐसे में उसे पढ़े लिखे ज्योतिषी कैसे मिलें | अनपढ़ ज्योतिषियों से लोग कुंडलियाँ दिखाकर अपना नुक्सान तो करते ही हैं | इसके साथ ही उन्हें ज्योतिष पर भी अविश्वास होने लगता है | जबकि वे जिस ज्योतिषी से मिले थे वो ज्योतिषी ही पढ़ा लिखा नहीं था | जो लोग आवश्यकता पड़ने पर अच्छे डॉक्टर इंजीनियर खोज लेते हैं |उनकी फीस दे लेते हैं वही अच्छे ज्योतिषी नहीं खोज पाते हैं | उनकी फीस देने में भी कंजूसी करते हैं | अपनी इस लापरवाही की कीमत वो जिंदगी भर चुकाया करते हैं | 

     उपाय करने की भी यही स्थिति होती है |

 

 जिससे ये पता लग सके कि इस वर्ष हमारे घर के किस सदस्य का समय कैसा चलेगा | उसके समय का प्रभाव उसकी शिक्षा,  व्यवसाय, पदोन्नति, स्वास्थ्य आदि के लिए कैसा रहेगा | उसका स्वभाव इस वर्ष कैसा रहेगा | उसी के हिसाब से पारिवारिक वातावरण को व्यवस्थित करके अपने परिवार को सुखशांति  पूर्वक एक साथ संगठित करके रखा जा सकता है | आगे बढ़ाया जा सकता है | 

   कुछ संबंध ऐसे होते हैं जो माता पिता भाई बहनों की तरह जन्म से नहीं मिलते हैं अपितु यहाँ आकर बनाने पड़ते हैं | जैसे - पति पत्नी के संबंध ,नाते रिस्तेदारी के संबंध ,मित्रता के संबंध, व्यापारिक संबंध  ये यहाँ आकर बनाने पड़ते हैं |उनमें हर किसी की जन्म पत्रियाँ मिलना संभव नहीं होता है फिर भी जिनकी पत्रियाँ मिलना संभव हो उनका समय देखकर समय के अनुसार संबंध बनाने और चलाने चाहिए | 

 

  

    संबंध दो प्रकार से चलते हैं एक तो स्थाई होते हैं

 

प्रत्येक व्यक्ति का स्वभाव व्यवहार आदि दो प्रकार से बनता है एक तो उसकी जन्मपत्री में चलते अच्छे या बुरे समय के कारण बार बार बदलता रहता है |यह केवल जन्मपत्री देखकर ही पता लग पाता है 

    दूसरा प्रत्येक व्यक्ति के पुकारने के नाम के पहले अक्षर के आधार पर स्वभाव व्यवहार आदि बनता है |   एक तो उसके अपने अच्छे और बुरे समय के कारण उसके नाम के पहले अपने नाम के   कोई एक ही व्यक्ति अलग अलग लोगों के साथ अलग अलग प्रकार से

 

के अक्षरों के द्वारा लगाया जा सकता है सभी संबंधों का पूर्वानुमान!किसी को किसी से मित्रता,साझेदारी,नाते रिश्तेदारी या विवाह करना है या परिवार के कलह को समाप्त करना है भाई भाई के बिगड़ते संबंधों को सुधारना है तो अपने और उसके नाम के पहले अक्षर के आधार पर इस बात का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है कि यह मित्रता चलेगी या नहीं और यदि नहीं भी चलने लायक हो लेकिन फिर भी संबंध कुछ इस प्रकार के ही हों कि उनके चलाने की मजबूरी हो तो उसके लिए उन दोनों में से किसको किसविषय में कितना झुक कर चलना होगा ! और सही गलत का बिचार किए बिना ही उसकी किस किस प्रकार की आदतों को सहना होगा और कौर कौन सी बात माननी ही होगी अन्यथा संबंध या तो बनेगा नहीं और यदि बना भी तो टूट जाएगा

अक्षर भी प्रकाश पुंज होते हैं -अक्षरों से भी सूर्य की तरह ही अदृश्य प्रकाश किरणें निकल रही होती हैं जो सामने पड़ने वाले प्रत्येक व्यक्ति आदि को प्रभावित किया करती हैं !अक्षर किरणों का प्रभाव इतनी दूर तक जाता है कि कई बार किसी बहुत दूर बैठे बिलकुल अपरिचत व्यक्ति के विषय में चर्चा सुनकर उससे मिलने का मन करता है इसी प्रकार से कुछ व्यक्तियों के विषय में सुनकर अनायास ही हम उनकी निंदा आलोचना करने लगते हैं !ऐसी दोनों ही परिस्थितियों में उनके नामों के पहले अक्षर की किरणें उस व्यक्ति से मिलने न मिलने का निर्णय ले रही होती  हैं !जिसे अज्ञान के कारण हम साधारण घटना समझते  हैं |
      कई बार देखा जाता है कि बाजार मेला स्टेशन या ट्रेन पर हम तमाम अपरिचितों के बीच बैठे होते हैं !उस भीड़ के तमाम लोगों में से कुछ लोग हमें अच्छे लगने लगते हैं कुछ लोगों को हम अच्छे लगने लगते हैं और दोनों लोग आपस में इतने अधिक एक दूसरे से घुल मिल जाते हैं कि एक दूसरे के मित्र बन जाते हैं !बाकी और दूसरे आस पास बैठे लोगों से हमारी बात भी नहीं हो पाती है कुछ लोगों से तो अकारण घृणा भी होने लगती है !ये सब नाम के पहले अक्षर की एक दूसरे पर पड़ने वाली किरणों का ही प्रभाव होता है !
      इसी प्रकार से अपने नाम के पहले अक्षर के अनुशार कुछ लोगों का कुछ शहरों ,संगठनों,संस्थानों या कुछ राजनैतिक दलों के साथ नाम दोष हो जाता है !ऐसे लोग अनायास ही उनसे घृणा करने लगते हैं इसी दोष के कारण कई बार दिल्ली का आदमी कलकत्ते में और कलकत्ते का आदमी दिल्ली में जूस बेच रहा होता है दोनों का अपने अपने शहरों के साथ नाम दोष है क्योंकि जूस तो दोनों शहरों में बिकता है !राजनैतिक दल बदल में भी यही होता है !
      कुछ लोग कुछ नाम वाले लोगों के साथ जितनी देर रहते हैं उन्हें उतने समय तक तनाव ही होता रहता है कई बार ऐसे लोग उनके अपने ही घर में  रहते हैं | तो इसका असर घरेलू वातावरण पर पड़ता है |
वर्णविज्ञान के विपरीत यदि किसी स्वार्थबश मित्रता या विवाह हो जाए तो ऐसे लोगों के साथ लगातार तनाव में रहते रहते उन्हें शुगर वीपी आदि सब कुछ हो जाता है !ऐसे तनाव ग्रस्त स्त्रीपुरुष विवाह के अलावा अन्य पुरुष या स्त्रियों के संपर्क में आ जाते हैं क्योंकि उन्हें वहाँ वो सुख मिल रहा होता है जो जिसके साथ विवाह हुआ उससे उन्हें नहीं मिल पाया होता है !ऐसे लोग अपनी समस्याएँ जिससे बताने जाते हैं उन्हीं मनोचिकित्सकों पंडितों पुजारियों बाबाओं कथाबाचकों आदि को अपना बना लेते हैं !उन मजनुओं को लगने लगता है कि वो अधिक सुंदर  हैं इसलिए वे बाबा वे कथाबाचक सजने सँवरने लग जाते हैं ऐसे जिगोलो धर्म के नाम पर अपने चेले चेलियों के घर बर्बाद करते घूम रहे होते हैं !जिसके साथ नाम दोष होता है वो किसी स्वार्थ में जुड़ तो जाते हैं किंतु नाम दोष के कारण बाद में ऐसे बाबाओं से घृणा करने लगते और उन्हें जेलों में डलवा देते हैं !ये सम नामाक्षरों के कारण घटित होता है !
    कुछ लोगों पर कुछ राजनैतिक दल कुछ सरकारें कुछ संगठन आदि भारी होते हैं उनमें सम्मिलित होकर उनका अच्छा खासा व्यक्तित्व समाप्त हो जाता है !इसी प्रकार से कुछ लोग अपने नाम के अनुशार कुछ दलों कुछ सरकारों संगठनों कुछ संस्थानों पर भारी होते हैं वो उनसे जुड़कर उन्हें बर्बाद कर देते हैं !
     कुछ राजनैतिक दल किसी ऐसे नाम के व्यक्ति को अपना नेता मान लेते हैं जो उस पार्टी की छवि को ख़राब कर रहा होता है और अपना समय जीवन आदि भी बर्बाद कर रहा होता है जिसमें उसकी कोई गलती भी नहीं होती है किंतु ऐसे नाम दोषी लोग देश के पुराने से पुराने दलों की साख समाप्त कर देते देखे जाते हैं !
     कुछ सरकारों में प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री जैसे पदों पर बैठे लोगों के साथ उस कार्यालय के कुछ बड़े अफसरों का नाम दोष होता है इसलिए वो अफसर ऐसा कोई ऐसा अच्छा काम करेंगे ही नहीं जिसका यश उस मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री को मिल जाए !वे तो हमेंशा अपने पीएम   सीएम की भद्द पिटाने में ही लगे रहते हैं |
      कुछ आफिसों में अफसरों के जूनियर कर्मचारी इसी भावना से भावित होते हैं उन पर यदि ठीक से निगरानी नहीं की गई तो वे अच्छे खासे कर्मठ ईमानदार अपने अफसर को भी अपने कर्मों से घूसखोर भ्रष्ट आदि सिद्ध कर दते हैं !
     कुछ अफसरों या उद्योगपतियों के अपने कार्यालयों या घरों में चाय पानी भोजन आदि बनाने परोसने का काम  कुछ नौकर देख रहे होते हैं उनके साथ यदि मालिक या मालिक के परिवार के सदस्यों के साथ नाम दोष हुआ तो वो उनको जूठा या गंदा खिला पिलाकर अपना वर्ण दोष जनित बैर निकालते देखे जाते हैं !
     किसी कोर्ट में फैसला सुनाते समय जज लोगों के नाम का पहला अक्षर और उन वादी प्रतिवादियों के नाम का पहला अक्षर उस फैसले को प्रभावित कर देता है !
     किस नाम का वकील किस नाम के व्यक्ति का केस लड़ रहा है उन दोनों के नाम का पहला अक्षर ये सिद्ध कर देता है कि यह वकील उसके लिए कैसा रहेगा !कई बार वकील जिसका होता है उसके विरोधी के नाम का पहला अक्षर यदि उसके मित्रवर्ग में आता है तो वकील अपने क्लाइंट के साथ धोखा करके क्लाइंट के विरोधी का साथ देने लगता है !ऐसा ही चिकित्सक एवं रोगी के बीच भी होते देखा जाता है !कई बार छोटे छोटे रोगियों की चिकित्सा करने में बड़े बड़े चिकित्सक भी असफल होते देखे जाते हैं उन रोगियों पर  चिकित्सा का असर न होने के कारण अपयश का भाजन बनते देखे जाते हैं!वर्ण दोष के कारण  उनकी योग्यता उन रोगियों के लिए शून्य सिद्ध होती है !
    राजनीति के लिए जो लोग जिस दल में जाते हैं  उस दल के नाम का पहला अक्षर एवं उस दल के प्रमुख नेता के नाम का पहला अक्षर उन दोनों के नामों के पहले अक्षर के साथ जिस प्रकार का अपना संबंध होता है वैसा ही लाभ या हानि होती है !
      कोई नेता जिस नाम की पार्टी से जिस नाम की लोकसभा या विधान सभा की सीट से चुनाव लड़ रहा होता है दूसरी पार्टी के जिन प्रत्याशियों के सामने चुनाव लड़ना होता है उनके नाम के पहले अक्षर उसे उस सीट के लिए योग्य या अयोग्य उम्मीदवार सिद्ध करते हैं !
       नाम के पहले अक्षर के कारण ही तो बहुत लोग संगठन संस्थान पार्टियाँ सरकारें परिवार वैवाहिक जीवन आदि बर्बाद हो गए !राजनैतिक पार्टियों में होने वाले गठबंधन बिगड़ गए !कुछ नेताओं को कुछ राजनैतिक पहले नहीं इस कारण उनका जीवन बर्बाद हो गया !चुनावों में किस नाम के संसदीय दल में किस नाम के प्रत्याशी के सामने किस नाम के प्रत्यासी को चुनाव लड़ाया जाए तो जीत मिलेगी ये नाम के अनुशार होता है किस नाम के नेता के नेतृत्व में किस नेता को चुनाव लड़ाया जाए तो पार्टी जीतेगी ये नाम के अक्षर के अनुशार होता है !किस नाम का नेता किस पार्टी पर भारी है ये उन दोनों के नाम के पहले अक्षर के आधार पर होता है !
जिस किसी परिवार संस्थान संगठन पार्टी सरकार आदि में अ अक्षर वाली ये स्थिति है वहाँ यही हो रहा है जब अ अक्षर के नाम वाले व्यक्ति के सामने किसी दूसरे अक्षर वाला व्यक्ति आ जाए तो किस अक्षर वाले के आ जाने से क्या परिस्थिति बनती है ये हर अक्षर के साथ अलग अलग है !इसके बाद किसी दूसरे अक्षर के सामने कोई  दूसरा अक्षर आवे तो परिणाम उस तरह का होता है !
  हमारीपुस्तक'वर्णविज्ञान'!
      विशेष बात-किस अक्षर से नाम वाला कौन स्त्री या पुरुष किस नाम वाले स्त्री या पुरुष के सामने पड़ेगा तो उसके प्रति उसका चिंतन व्यवहार आदि किस प्रकार से बदलने लगता है इसका अध्ययन ही हमारी वर्ण विज्ञान में है !
किस नाम वाला व्यक्ति किस नाम के देश या शहर में रहेगा तो उसे कैसा अनुभव होगा ?
किस नाम का व्यक्ति किस नाम के व्यक्ति से मिलेगा तो उन दोनों की एक दूसरे के प्रति सोच कैसी बनेगी ?
किस नाम की पार्टी में किस नाम वाला व्यक्ति नेता बनने जाएगा तो वो कितना सफल होगा !
किस लोकसभा या विधानसभा सीट पर कौन सी पार्टी किस नाम के व्यक्ति को अपना प्रत्याशी बनाएगी तो कैसा रहेगा !
किस राजनैतिक दल के साथ कौन सा राजनैतिक दल गठबंधन करेगा तो परिणाम क्या होंगे !
किस नाम का नेता किस नाम की पार्टी का नेतृत्व करे तो परिणाम कैसे होंगे ?
किस नाम का व्यक्ति किस नाम के देश के किस नाम के प्रतिनिधियों से बात करे तो परिणाम कैसे निकालेंगे ?
किस नाम की लड़की से किस नाम के लड़के का विवाह या मित्रता हो तो परिणाम कैसे निकलेंगे ?
किस नाम के मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री के कार्यालय में किस नाम का अफसर किस प्रकार के परिणाम देगा ?
किस मंत्रिमंडल में किस नाम का व्यक्ति किस नाम के व्यक्तियों से कैसा वर्ताव करेगा ?
किस नाम के अफसर के साथ किस नाम का जूनियर कर्मचारी काम करे तो कैसा रहेगा ?
आदि और भी बहुत सारे विषयों पर वर्ण विज्ञान देता है अपनी स्पष्ट और प्रभावी राय !


अ अक्षर वाले व्यक्ति के सामने अ अक्षर वाले व्यक्ति के जाने से क्या होता है आप स्वयं देखिए -   

                                                                विशेषनिवेदन

      यदि आपके परिवार में, व्यापार में,विभाग में, नाते रिस्तेदारी में , वैवाहिक जीवन में ,राजनैतिक दल में, सरकार  में, संगठन में  यदि आपसी संबंध बिगड़ रहे हैं  संभव है कि उन दोनों के नाम के पहले अक्षरों का आपस में तालमेल न बैठ रहा हो !इसलिए अक्षरविज्ञान से संबंधित  सभी प्रकार की परामर्श सेवाएँ प्राप्त करने हेतु हमारे संस्थान में संपर्क किया जा सकता है !

   

 

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