शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024

सँवारो अपने को -

 

 

 बेईमानी के पैसों का करोगे क्या दवाएँ में खरीदो तो जहर बनकर लगती हैं |ईमानदारी की नामक रोटी खाओ स्वस्थ रहो !

बुढ़ापे में बाल काले करना ठीक है देखने में अच्छा लगता है सफेद बाल भी तो बुरे नहीं जीवन भर के अनुभवों से पके होते हैं !वैसे भी बहुमत खो देने के बाद कोई सरकार किसी के समर्थन से कितने दिन चला लोगे !

ब्यूटीपार्लर से प्राप्त सौंदर्य तुम्हें सुंदर नहीं बना सकता !तुम्हारी बासना का विज्ञापन अवश्य कर सकता है !जब वैकेंसी ही खाली नहीं है तो बाजार में विज्ञापन क्यों ?

जवानी इसलिए नहीं आई कि किसी के चरित्र पर हमला करो !कुछ सदाचारी तो बने रहने दो प्राकृतिक आपदाओं के समय वही तो धरती को धारण करते हैं |

सुंदर स्त्री - पुरुष आकर्षित कर सकते हैं | गुरुत्वाकर्षण से पृथ्वी और चंद्रमा मिल भले ही सकते हों किंतु मर्यादा का पालन करते हैं !मर्यादाएँ बनाए रखो बहुत कुछ बचा रहेगा !

शिक्षा सदाचारी हो,ईमानदार हो,परिश्रमी हो छात्रों का शुभचिंतक हो तभी वह आदरणीय है |हर किसी पर भरोसा मत करना रावण भी बहुत पढ़ा लिखा था !

 शिक्षा का उद्देश्य खुद सुधरो दूसरों को सुधारो !खुद सुखी रहो औरों को सुखी रखो !घूसखोर अधिकारी अपनी अगली पीढ़ी बर्बाद करने की तयारी कर रहे हैं |

 लंपट पुरुष,चंचल स्त्री,श्रृंगार प्रिय विद्यार्थी,प्रपंचों में फँसा साधू,घूसखोर अधिकारी और लोभी चिकित्सक जिसके पास रहते हैं उसे ही दुःख देते हैं !    

पिता ईमानदार हो तो गरीबत भी सकती

 तुम बहुत बड़े बन सकते हो सफलता तुम्हारी ओर देख रही है तुम उसकी ओर बढ़ो तो सही !
 सफल लोगों से घृणा करके अपना समय बर्बाद मत करो ! 
 पत्नी को प्रसन्न रखने से परिवार बसता है किंतु केवल पत्नी को ही प्रसन्न रखने में लगे रहने से परिवार टूटता भी है|
सभी की त्याग तपस्या से बनता है परिवार |  
पत्नी को प्रसन्न रखो तो परिवार बसता है किंतु केवल पत्नी को ही प्रसन्न रखने से परिवार टूटता है|


 तुम्हारा बचपन खा जाए ऐसी जवानी किस काम की !
तुम चरित्रवान जीवन जी सकते हो ये कठिन नहीं है अभ्यास तो करो !जिंदगी के झंझावातों थके हरे व्यक्ति को जब सब छोड़ देते हैं तब   
तुम्हारे माता पिता भाई बहन भी तो हैं      

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