शनिवार, 9 जुलाई 2016

प्रधानमंत्री जी ! भू विज्ञान मंत्रालय ,आपदा प्रबंधन विभाग !

 प्रधानमंत्री जी ! भू विज्ञान मंत्रालय ,आपदा प्रबंधन विभाग !


      जब ज्योतिष भी अन्य सब्जेक्ट ही तरह ही एक सब्जेक्ट है जिसे अन्य विषयों की तरह ही बनारस  हिंदू यूनिवर्सिटी जैसे बड़े विश्व विद्यालयों में पढ़ाया जाता है अन्य विषयों की तरह ही इसका भी अलग से डिपार्टमेंट है अन्य विषयों की तरह ही ज्योतिष में भी M. A. , Ph.D.  जैसी बड़ी डिग्रियाँ होती हैं । उतना ही परिश्रम करना होता है जितने समय में अन्य विषयों को पढ़ने में डिग्रियाँ मिलती हैं उतना समय ही ज्योतिष में  लगता है ।जब भारत सरकार की ही सारी व्यवस्था है फिर ज्योतिष सब्जेक्ट के साथ सरकारी विभागों में पक्षपात क्यों किया जाता है ?
      भविष्य में घटित होने वाली घटनाओं का पूर्वानुमान लगाना ही ज्योतिष का काम है इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए ज्योतिष के पठन पाठन हेतु भारत सरकार करोड़ों अरबों रूपए खर्च करती है । स्कॉलर ज्योतिष पढ़लिख कर तैयार होते हैं यहाँ तक कि ज्योतिष सब्जेक्ट में Ph.D.तक कर लेते हैं और वो भी ज्योतिषादि प्राचीन ज्ञानविज्ञान के द्वारा यदि एक साइंटिस्ट की तरह ही मौसमविज्ञान, वर्षाविज्ञान, भूकंपविज्ञान आदि से संबंधित भविष्य में घटित होने वाली प्राकृतिक घटनाओं ,आपदाओं आदि विषयक  पूर्वानुमानों का पता लगाने के लिए  रिसर्च करना चाहते हैं तो सरकार उनकी मदद करेगी क्या ?यदि हाँ तो कैसे और यदि नहीं तो क्यों ?
     इसी प्रकार से मौसमविज्ञान, वर्षाविज्ञान, भूकंपविज्ञान से संबंधित ज्योतिषादि प्राचीन ज्ञानविज्ञान के द्वारा रिसर्च पूर्वक लगाए गए भविष्य संबंधी पूर्वानुमान यदि सही साबित  हो चुके हों जिनके प्रमाण भी हों उस रिसर्च को आगे बढ़ाने हेतु सरकार से आर्थिक मदद माँगने के लिए ज्योतिषविद्वान अपने रिसर्चवर्क की प्रामाणिकता किसके सामने प्रस्तुत करे ?
       भूकंप संबंधी पूर्वानुमान लगा पाना जो विश्व के वैज्ञानिकों के लिए अभी तक चुनौती बना हुआ है उस दिशा में भारत के प्राचीन विज्ञान की रिसर्च प्रक्रिया से यदि कुछ कदम आगे बढ़ाने में सफलता हासिल होती दिखी है तो यह नया अनुसंधान कैसे और किसके सामने किस प्रकार से प्रस्तुत किया जाए जिससे भूकम्पों के विषय में  हमारी रिसर्च विधा को मेरे नाम से पहचान मिले एवं इस रिसर्च को आगे बढ़ाने में सरकार हमारी मदद करे ! 

                      
                                                     निवेदक भवदीय -
                                                       
                                            आचार्यडॉ.शेषनारायण वाजपेयी
                               संस्थापक : राजेश्वरीप्राच्यविद्याशोधसंस्थान(रजि.)
एम. ए.(व्याकरणाचार्य) ,एम. ए.(ज्योतिषाचार्य)-संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी
   एम. ए.हिंदी -कानपुर विश्वविद्यालय \ PGD पत्रकारिता -उदय प्रताप कालेज वाराणसी
        पीएच.डी हिंदी (ज्योतिष)-बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU )वाराणसी
                K -71 ,छाछी बिल्डिंग, कृष्णा नगर, दिल्ली -110051
                    Tele: +91-11-22002689, +91-11-22096548
                                              Mobile : +919811226973,

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