कुछ भिखारी लोग अंधविश्वास भगाने के नाम पर जनता से पैसे माँगते घूम रहे हैं ऐसे सिरफिरे लोग ज्योतिष को गलत बताते घूम रहे हैं समाज को इनसे सावधान रहना चाहिए !
ऐसे मूर्खों पाखंडियों धूर्तों ने लोगों से पैसे माँगने के लिए ये सस्ता धंधा बना लिया है ज्योतिष की निंदा करने के लिए चंदा माँगो !ऐसे ठग लोगों से कहते घूमते हैं कि हमने ज्योतिष पर किताबें लिखी हैं जबकि उनकी असलियत ये है कि ज्योतिष की किताबें संस्कृत भाषा में हैं जिन्हें पढ़ने से उनके पुरखे डरते रहे हैं अभी भी चार लाइन संस्कृत बोलने की हिम्मत नहीं है फिर भी ये चंदाचोर ज्योतिष पर चर्चा करने का नाटक करते हैं ।
ऐसे धूर्त लोग किसी सरकारी विश्वविद्यालय के ज्योतिष डिपार्टमेंट में पढ़ने की तो छोड़ो कभी झाँकने जाने की हिम्मत तो कभी नहीं जुटा पाए फिर भी ये डरपोक फ्रॉड लोग जनता को बरगलाकर चंदा माँगने के लिए समाज को बताते घूमते हैं कि मैंने ज्योतिष पर किताबें लिखी हैं !ऐसे बहुरूपियों की बातों पर कोई पढ़ा लिखा व्यक्ति भरोसा कर लेगा क्या ? ये बात कोई मान लेगा क्या कि किसी सब्जेक्ट को बिना पढ़े भी उसके विषय में किताबें लिख सकते हैं ये अकल के कुंदलोग !इतने ही समझदार थे तो ज्योतिष पढ़ी कहाँ कौन सी डिग्री हासिल की है दिखाते न !हम तो चुनौती देते हैं दिखाइए न इसके बाद होगा खुला शास्त्रार्थ !ऐसे ऐरों गैरों से बकवास करने का समय विद्वानों के पास कहाँ होता है । केवल चंदा माँगने के लिए ऐसे लोग समाज से झूठ बोला करते हैं !
ऐसे फ्रॉड लोगों को बेनकाब करना बहुत जरूरी है इसलिए हम ऐसे सभी चंदाचोर पाखंडियों को चुनौती देते हैं कि अपनी ज्योतिषीय शिक्षा के डिग्री प्रमाण पत्र दिखाइए अन्यथा किसी ज्योतिष विद्वान् से ऐसी आशा ही मत कीजिए कि वो ऐसे बेहूदे लोगों से ज्योतिष पर चर्चा करेगा !
लोगों को पता है कि ऐसे लोग भोली भाली जनता को लूटने के लिए उसे ऊटपटाँग की बातें सिखाते हैं कहते हैं कि ज्योतिष गलत है किंतु ज्योतिष विद्वान् ठगी का धंधा करने वाले ऐसे भ्रष्ट लोगों को मुख नहीं लगाते उसी में ये समझने लगते हैं कि हम इतने अधिक अकलमंद हैं जबकि लोग उन्हें घास नहीं डाल रहे होते हैं ।
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