वैदिक मौसम पूर्वानुमान: जून - 2020
1 जून - गुलमर्ग, पहलगाम, शिमला चेन्नई, बंगलुरु एवं बारिश एवं असम अरुणाचल आदि पूर्वोत्तर भारत में सामान्य बारिश हो सकती
है |
2 से 7 जूनतक देश के अधिकांश भागों में तापमान बढ़ा रहेगा गर्म हवाओं के चलने से गर्मी की मात्रा का अधिक अनुभव होगा !इन दिनों में आँधी तूफानों की घटनाएँ अधिक घटित होंगी | इस समय में समुद्री सतह के विशेष अधिक गर्म हो जाने से चक्रवातों का निर्माण हो सकता है जिनसे कुछ देशों प्रदेशों में अत्यंत तीव्र तूफानों के साथ अधिक वर्षा हो सकती है |
2 जून को गर्मी विशेष अधिक होगी एवं आग लगने की घटनाएँ भी विशेष अधिक घटित होंगी |इन दोनों दिनों में वर्षा की संभावना अत्यंत कम है |
3 ,4 और 5 जून को सामान्य तौर पर भूरे रंग के बादलों की अधिकता रहेगी तथा वर्षा का वातावरण कमजोर रहेगा |
3 जून को केरल तमिलनाडु आंध्र प्रदेश गुजरात के तटीय जिलों में तथा पूर्वीअसम अरुणाचल प्रदेश आदि में बादलों का आवागमन प्रारंभ होगा और इनमें से कुछ क्षेत्रों में हलकी बारिश भी हो सकती है |
4,5 जून को पूर्वोत्तर भारत एवं दक्षिण भारत में वर्षा की संभावना है |
6 जून को आग लगने की घटनाएँ भी विशेष अधिक घटित होंगी लू जैसी गर्म हवाएँ पश्चिमी भागों में देखी जा सकेंगी |
6 और 7 जून को पूर्वोत्तर प्रदेशों में सामान्य वर्षा हो सकती है !
8 और 9 जून को आकाश में बरसने योग्य बादलों की उपस्थिति अधिक देखी जा सकेगी ! तमिलनाडु ,हिमाचल उत्तराखंड दिल्ली एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य बारिश हो सकती है दक्षिणी कोंकण गोवा मध्य महाराष्ट्र में सामान्य बारिश होगी !
10,11,12 जून को देश के अधिकाँश भागों में सामान्य से मध्यम बारिश होने की संभावना है विशेष कर दक्षिण भारतीय प्रदेशों में वर्षा की मात्रा कुछ अधिक हो सकती है |दक्षिणी कर्नाटक और दक्षिणी आंध्रप्रदेश कोच्चि तमिलनाडु केरल तथा लक्षदीप में अधिक बारिश हो सकती है महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ कर्णाटक मेघालय अरुणाचल उड़ीसा जम्मूकश्मीर आदि में हलकी बारिश होगी ! इसके अतिरिक्त जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल आदि में बारिश हो सकती है पंजाब हरियाणा उत्तरी राजस्थान तथा दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बादलों की अधिकता के साथ साथ मध्यम वर्षा की संभावना है अन्य समय की अपेक्षा इस समय तापमान कम रहेगा |
13,14 जून को कर्नाटक गोवा महाराष्ट्र और गुजरात में सामान्य वर्षा के आसार हैं | दिल्ली एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में बादलों की अधिकता एवं वर्षा की संभावना है | कुछ क्षेत्रों में बादल एवं सामान्य वर्षा हो सकती है किंतु इस समय में तापमान में बढ़ोत्तरी होते देखी जा सकेगी |
15 जून को तापमान में विशेष वृद्धि होगी जिससे गर्मी का अनुभव अधिक होगा एवं आग से संबंधित दुर्घटनाएँ अधिक देखने को मिलेंगी |
16 जून से तापमान दिनों दिन बढ़ता चला जाएगा गरम गरम हवाएँ अत्यंत तेजी से बहनी प्रारंभ होगी जिससे चारों ओर गर्मी का वातावरण बनता चला जाएगा उससे प्रकृति और जीवन सभी प्रभावित होंगे |आँधी तूफानों की घटनाएँ घटित होंगी | तमिलनाडु,केरल,तटीय कर्नाटक मध्यप्रदेश महाराष्ट्र जम्मू कश्मीर अरुणाचल असम में कहीं कहीं कम मात्रा में बारिश होते देखी जा सकती है |
17 जून -उड़ीसा में हलकी बारिश ,तमिलनाडु केरल कर्नाटक में बारिश जारी रहेगी !मध्यप्रदेश के दक्षिण पश्चिम में सामान्य बारिश हो सकती है |
18 से 27 जून तक देश के अधिकाँश भागों में काफी अच्छी वर्षा होगी !
इसमें भी 18 और 19 जून को पूर्वोत्तर भारत एवं दक्षिण भारत में वर्षा की विशेष संभावना है|विशेषकर तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में लक्ष्यदीप कर्नाटक आंध्र आदि में हलकी बारिश हो सकती है|
20 और 21 जून को पंजाब हरियाणा जम्मूकश्मीर हिमाचल उत्तराखंड में उत्तरी राजस्थान बारिशदिल्ली में बादल झारखंड,उत्तरी छत्तीस गढ़ ,मध्यप्रदेश ,पूर्वी विदर्भ और उड़ीसा में बारिश !केरल कर्नाटक ,असम अरुणाचल में हल्की वर्षा हो सकती है | जिन क्षेत्रों में वर्षा नहीं होगी वहाँ तापमान बढ़ने के साथ साथ आग लगने की घटनाएँ अधिक घटित होंगी | इस समय गरम हवाओं के स्पर्श से तालाबों झीलों नदियों समुद्रों का जल तेजी से गरम होगा जिससे चक्रवात पैदा होने की संभावना है वे जिन देशों की ओर रुख करेंगे वहाँ अत्यंत तीव्र हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है |
22 और 23 जून को वातावरण में बदलाव आना प्रारंभ होगा जिससे तापमान कम होगा और हवा में नमी की मात्रा बढ़ने लगेगी |आकाश में बड़े बड़े काले बादलों की उपस्थिति बढ़ने लगेगी और वर्षा होना प्रारंभ हो जाएगा |इन दिनों में जम्मूकश्मीर लद्दाख हिमाचल उत्तराखंड पंजाब, हरियाणा,दिल्ली और उत्तर प्रदेश बिहार मध्यप्रदेश राजस्थान और झारखंड के ज्यादातर हिस्सों में अधिक बारिश होगी | गुजरात में सामान्य बारिश एवं सिक्किम अरुणाचल छत्तीसगढ़ उड़ीसा तमिलनाडु से केरल में बारिश होगी |
24 से 26 जून के बीच देश के अधिकाँश भागों में आकाश काले काले घनघोर बादलों से भर जाएगा |इस समय में बादलों का गंभीर गर्जन एवं कुछ स्थानों पर अधिक बारिश भी हो सकती है | इस समय में उत्तर भारत में अच्छी बारिश !झारखण्ड दक्षिणी बिहार ,पूर्वी उत्तर प्रदेश अरुणाचल असम नागालैंड,उड़ीसा उत्तरी महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ तमिलनाडु कर्णाटक केरल में सामान्य बारिश होगी |
27, 28 जून को अधिक बादल एवं सामान्य वर्षा होगी !कश्मीर, हिमाचल ,सिक्किम अरुणाचल तमिलनाडु केरल दक्षिणी कर्नाटक उड़ीसा आदि में हल्की बारिश की संभावना है |
29 ,30 जून को अधिकांश भागों में आकाश बादलों से मुक्त होगा कुछ भागों में सामान्य बादल दिखाई पड़ सकते हैं | श्रीनगर, जम्मू कश्मीर शिमला, बद्रीनाथ ,तमिलनाडु तटीय आंध्रप्रदेश में हलकी बारिश होगी |अन्य समय की अपेक्षा इन दिनों में तापमान बढ़ने लगेगा जिससे वातावरण की नमी कम होती चली जाएगी |इस समय में वायु की गति बढ़ते देखी जा सकती है |
वर्षा -जून के संपूर्ण महीने में भारत समेत विश्व के अनेकों देशों में स्थान बदल बदल कर अधिक वर्षा एवं बज्रपात की घटनाएँ देखने को मिल सकती हैं !यह क्रम महीने के अधिकाँश दिनों में चलता रहेगा | 8 से 14 जून एवं 20 से 26 में ही कुछ देशों प्रदेशों में वर्षा की मात्रा इतनी अधिक हो सकती है कि बाढ़ जैसी घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है |
आँधीतूफ़ान - 1 से 7 जून तक गरम हवाओं की गति अत्यंत तीव्र होगी !2 से 6 जून तक कुछ देशों में हिंसक आँधी तूफ़ान या चक्रवात जैसी घटनाएँ घटित होने की संभावना है | 8 से 15 तारीख तक वायु की गति मध्यम रहेगी |16 से 20 जून तक कुछ देशों में हिंसक आँधी तूफानों की घटनाएँ घटित हो सकती हैं |इन दिनों में फिलीपींस और अफ्रीका के आसपास समुद्री क्षेत्र में चक्रवात तैयार होने की संभावना है | 21 से 27 तक सामान्य आँधी तूफानों की घटनाएँ घटित होने की संभावना है | 28 से 30 तक वायु वेग सामान्य रहेगा |
तापमान एवं आग लगने की घटनाएँ - जून के महीने में कुछ क्षेत्रों में गर्मी विशेष अधिक होगी !उसमें भी 8 से 21 जून तक गर्मी का प्रभाव विशेष अधिक रहेगा !इस हुमस वाली गर्मी के कारण गर्मी से सम्बंधित एवं त्वचा संबंधी रोग पनपेंगे !2,6,15,20,21,29 तारीखों में आग लगने की घटनाएँ अधिक घटित होंगी !
तनाव - 2से 6 जून तक तनाव का समय है !इसमें अधिकाँश लोगों की मानसिक बेचैनी बढ़ेगी जिससे कुछ घरों,समुदायों संप्रदायों एवं देशों की मानसिकता तनाव पूर्ण एवं कलह प्रिय होगी !जिन्हें पहले से कोई तनाव चला आ रहा है उनकी इस समय अधिक बेचैनी बढ़ेगी , अन्य लोगों या परिवारों को ऐसे समय का विशेष अनुभव नहीं होगा | ऐसे समय में संयम एवं सहनशीलता पूर्वक पारिवारिक विवादों को बढ़ने से रोका जा सकता है |
उत्पात - 3 से 7 जून एवं 15 से 21 जून के बीच प्रकृति में बेचैनी रहेगी जिसका प्रभाव पृथ्वी की गहराई से लेकर आकाश की ऊँचाई तक होते देखा जाता है | इस समय के प्रभाव से पृथ्वी के अंदर भूकंप जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जाती हैं एवं आकाश में विमान दुर्घटना बड़े तूफान बज्रपात एवं ओले गिरने जैसी दुखद घटनाएँ घटित हो सकती हैं | इसके अतिरिक्त आंदोलन,वाहन दुर्घटना, बसों का खाई में गिरना,समाज में उन्माद या दंगा फैलाना,बम विस्फोट आदि आतंकी उपद्रव एवं देशों की सीमाओं पर तनाव बढ़ने जैसी घटनाओं के रूप में भी इसका प्रभाव पृथ्वी पर देखा जाता है |ऐसे समय में लोगों के चिंतन में उन्माद की मात्राअन्य समय की अपेक्षा अधिक बढ़ते देखी जाती है |भूकंप,बज्रपात, आंदोलन, उन्माद , संघर्ष, आतंकवादी घटनाएँ, विमानदुर्घटनाएँ, वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,देश की सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी आदि से संबंधित घटनाओं के घटित होने की संभावनाएँ बनते देखी जाती हैं |
2 जून को गर्मी विशेष अधिक होगी एवं आग लगने की घटनाएँ भी विशेष अधिक घटित होंगी |इन दोनों दिनों में वर्षा की संभावना अत्यंत कम है |
3 ,4 और 5 जून को सामान्य तौर पर भूरे रंग के बादलों की अधिकता रहेगी तथा वर्षा का वातावरण कमजोर रहेगा |
3 जून को केरल तमिलनाडु आंध्र प्रदेश गुजरात के तटीय जिलों में तथा पूर्वीअसम अरुणाचल प्रदेश आदि में बादलों का आवागमन प्रारंभ होगा और इनमें से कुछ क्षेत्रों में हलकी बारिश भी हो सकती है |
4,5 जून को पूर्वोत्तर भारत एवं दक्षिण भारत में वर्षा की संभावना है |
6 जून को आग लगने की घटनाएँ भी विशेष अधिक घटित होंगी लू जैसी गर्म हवाएँ पश्चिमी भागों में देखी जा सकेंगी |
6 और 7 जून को पूर्वोत्तर प्रदेशों में सामान्य वर्षा हो सकती है !
8 और 9 जून को आकाश में बरसने योग्य बादलों की उपस्थिति अधिक देखी जा सकेगी ! तमिलनाडु ,हिमाचल उत्तराखंड दिल्ली एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य बारिश हो सकती है दक्षिणी कोंकण गोवा मध्य महाराष्ट्र में सामान्य बारिश होगी !
10,11,12 जून को देश के अधिकाँश भागों में सामान्य से मध्यम बारिश होने की संभावना है विशेष कर दक्षिण भारतीय प्रदेशों में वर्षा की मात्रा कुछ अधिक हो सकती है |दक्षिणी कर्नाटक और दक्षिणी आंध्रप्रदेश कोच्चि तमिलनाडु केरल तथा लक्षदीप में अधिक बारिश हो सकती है महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ कर्णाटक मेघालय अरुणाचल उड़ीसा जम्मूकश्मीर आदि में हलकी बारिश होगी ! इसके अतिरिक्त जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल आदि में बारिश हो सकती है पंजाब हरियाणा उत्तरी राजस्थान तथा दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बादलों की अधिकता के साथ साथ मध्यम वर्षा की संभावना है अन्य समय की अपेक्षा इस समय तापमान कम रहेगा |
13,14 जून को कर्नाटक गोवा महाराष्ट्र और गुजरात में सामान्य वर्षा के आसार हैं | दिल्ली एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में बादलों की अधिकता एवं वर्षा की संभावना है | कुछ क्षेत्रों में बादल एवं सामान्य वर्षा हो सकती है किंतु इस समय में तापमान में बढ़ोत्तरी होते देखी जा सकेगी |
15 जून को तापमान में विशेष वृद्धि होगी जिससे गर्मी का अनुभव अधिक होगा एवं आग से संबंधित दुर्घटनाएँ अधिक देखने को मिलेंगी |
16 जून से तापमान दिनों दिन बढ़ता चला जाएगा गरम गरम हवाएँ अत्यंत तेजी से बहनी प्रारंभ होगी जिससे चारों ओर गर्मी का वातावरण बनता चला जाएगा उससे प्रकृति और जीवन सभी प्रभावित होंगे |आँधी तूफानों की घटनाएँ घटित होंगी | तमिलनाडु,केरल,तटीय कर्नाटक मध्यप्रदेश महाराष्ट्र जम्मू कश्मीर अरुणाचल असम में कहीं कहीं कम मात्रा में बारिश होते देखी जा सकती है |
17 जून -उड़ीसा में हलकी बारिश ,तमिलनाडु केरल कर्नाटक में बारिश जारी रहेगी !मध्यप्रदेश के दक्षिण पश्चिम में सामान्य बारिश हो सकती है |
18 से 27 जून तक देश के अधिकाँश भागों में काफी अच्छी वर्षा होगी !
इसमें भी 18 और 19 जून को पूर्वोत्तर भारत एवं दक्षिण भारत में वर्षा की विशेष संभावना है|विशेषकर तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में लक्ष्यदीप कर्नाटक आंध्र आदि में हलकी बारिश हो सकती है|
20 और 21 जून को पंजाब हरियाणा जम्मूकश्मीर हिमाचल उत्तराखंड में उत्तरी राजस्थान बारिशदिल्ली में बादल झारखंड,उत्तरी छत्तीस गढ़ ,मध्यप्रदेश ,पूर्वी विदर्भ और उड़ीसा में बारिश !केरल कर्नाटक ,असम अरुणाचल में हल्की वर्षा हो सकती है | जिन क्षेत्रों में वर्षा नहीं होगी वहाँ तापमान बढ़ने के साथ साथ आग लगने की घटनाएँ अधिक घटित होंगी | इस समय गरम हवाओं के स्पर्श से तालाबों झीलों नदियों समुद्रों का जल तेजी से गरम होगा जिससे चक्रवात पैदा होने की संभावना है वे जिन देशों की ओर रुख करेंगे वहाँ अत्यंत तीव्र हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है |
22 और 23 जून को वातावरण में बदलाव आना प्रारंभ होगा जिससे तापमान कम होगा और हवा में नमी की मात्रा बढ़ने लगेगी |आकाश में बड़े बड़े काले बादलों की उपस्थिति बढ़ने लगेगी और वर्षा होना प्रारंभ हो जाएगा |इन दिनों में जम्मूकश्मीर लद्दाख हिमाचल उत्तराखंड पंजाब, हरियाणा,दिल्ली और उत्तर प्रदेश बिहार मध्यप्रदेश राजस्थान और झारखंड के ज्यादातर हिस्सों में अधिक बारिश होगी | गुजरात में सामान्य बारिश एवं सिक्किम अरुणाचल छत्तीसगढ़ उड़ीसा तमिलनाडु से केरल में बारिश होगी |
24 से 26 जून के बीच देश के अधिकाँश भागों में आकाश काले काले घनघोर बादलों से भर जाएगा |इस समय में बादलों का गंभीर गर्जन एवं कुछ स्थानों पर अधिक बारिश भी हो सकती है | इस समय में उत्तर भारत में अच्छी बारिश !झारखण्ड दक्षिणी बिहार ,पूर्वी उत्तर प्रदेश अरुणाचल असम नागालैंड,उड़ीसा उत्तरी महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ तमिलनाडु कर्णाटक केरल में सामान्य बारिश होगी |
27, 28 जून को अधिक बादल एवं सामान्य वर्षा होगी !कश्मीर, हिमाचल ,सिक्किम अरुणाचल तमिलनाडु केरल दक्षिणी कर्नाटक उड़ीसा आदि में हल्की बारिश की संभावना है |
29 ,30 जून को अधिकांश भागों में आकाश बादलों से मुक्त होगा कुछ भागों में सामान्य बादल दिखाई पड़ सकते हैं | श्रीनगर, जम्मू कश्मीर शिमला, बद्रीनाथ ,तमिलनाडु तटीय आंध्रप्रदेश में हलकी बारिश होगी |अन्य समय की अपेक्षा इन दिनों में तापमान बढ़ने लगेगा जिससे वातावरण की नमी कम होती चली जाएगी |इस समय में वायु की गति बढ़ते देखी जा सकती है |
वैदिक वैश्विक मौसमपूर्वानुमान: जून - 2020
वर्षा -जून के संपूर्ण महीने में भारत समेत विश्व के अनेकों देशों में स्थान बदल बदल कर अधिक वर्षा एवं बज्रपात की घटनाएँ देखने को मिल सकती हैं !यह क्रम महीने के अधिकाँश दिनों में चलता रहेगा | 8 से 14 जून एवं 20 से 26 में ही कुछ देशों प्रदेशों में वर्षा की मात्रा इतनी अधिक हो सकती है कि बाढ़ जैसी घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है |
आँधीतूफ़ान - 1 से 7 जून तक गरम हवाओं की गति अत्यंत तीव्र होगी !2 से 6 जून तक कुछ देशों में हिंसक आँधी तूफ़ान या चक्रवात जैसी घटनाएँ घटित होने की संभावना है | 8 से 15 तारीख तक वायु की गति मध्यम रहेगी |16 से 20 जून तक कुछ देशों में हिंसक आँधी तूफानों की घटनाएँ घटित हो सकती हैं |इन दिनों में फिलीपींस और अफ्रीका के आसपास समुद्री क्षेत्र में चक्रवात तैयार होने की संभावना है | 21 से 27 तक सामान्य आँधी तूफानों की घटनाएँ घटित होने की संभावना है | 28 से 30 तक वायु वेग सामान्य रहेगा |
तापमान एवं आग लगने की घटनाएँ - जून के महीने में कुछ क्षेत्रों में गर्मी विशेष अधिक होगी !उसमें भी 8 से 21 जून तक गर्मी का प्रभाव विशेष अधिक रहेगा !इस हुमस वाली गर्मी के कारण गर्मी से सम्बंधित एवं त्वचा संबंधी रोग पनपेंगे !2,6,15,20,21,29 तारीखों में आग लगने की घटनाएँ अधिक घटित होंगी !
तनाव - 2से 6 जून तक तनाव का समय है !इसमें अधिकाँश लोगों की मानसिक बेचैनी बढ़ेगी जिससे कुछ घरों,समुदायों संप्रदायों एवं देशों की मानसिकता तनाव पूर्ण एवं कलह प्रिय होगी !जिन्हें पहले से कोई तनाव चला आ रहा है उनकी इस समय अधिक बेचैनी बढ़ेगी , अन्य लोगों या परिवारों को ऐसे समय का विशेष अनुभव नहीं होगा | ऐसे समय में संयम एवं सहनशीलता पूर्वक पारिवारिक विवादों को बढ़ने से रोका जा सकता है |
उत्पात - 3 से 7 जून एवं 15 से 21 जून के बीच प्रकृति में बेचैनी रहेगी जिसका प्रभाव पृथ्वी की गहराई से लेकर आकाश की ऊँचाई तक होते देखा जाता है | इस समय के प्रभाव से पृथ्वी के अंदर भूकंप जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जाती हैं एवं आकाश में विमान दुर्घटना बड़े तूफान बज्रपात एवं ओले गिरने जैसी दुखद घटनाएँ घटित हो सकती हैं | इसके अतिरिक्त आंदोलन,वाहन दुर्घटना, बसों का खाई में गिरना,समाज में उन्माद या दंगा फैलाना,बम विस्फोट आदि आतंकी उपद्रव एवं देशों की सीमाओं पर तनाव बढ़ने जैसी घटनाओं के रूप में भी इसका प्रभाव पृथ्वी पर देखा जाता है |ऐसे समय में लोगों के चिंतन में उन्माद की मात्राअन्य समय की अपेक्षा अधिक बढ़ते देखी जाती है |भूकंप,बज्रपात, आंदोलन, उन्माद , संघर्ष, आतंकवादी घटनाएँ, विमानदुर्घटनाएँ, वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,देश की सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी आदि से संबंधित घटनाओं के घटित होने की संभावनाएँ बनते देखी जाती हैं |
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