भूकंपों की भाषा !
भूकंपों की भाषा समझो
भूकंपों से बात करो !
भूकंपों की दहशत छोड़ो,
प्रकृति पर विश्वास करो ॥
ये सृष्टि पंचतत्वों से बनी है सारे चराचर जगत में हमेंशा इनका
संचार होता रहता है संसार के सारे प्राणियों में इनका संचार है इसीलिए तो
हम सभी न केवल पैदा हो पाए हैं अपितु पल बढ़ भी पा रहे हैं और जीवित भी हैं
। धरती पर जहाँ हम सब हैं वो धरती ही हमारा आधार है धरती ही सारे भूकंप
बहुत कुछ कहते हैं !जिसे हम केवल एक घटना या दुर्घटना मानते हैं वो केवल
इतना ही नहीं है बश !
भूकंप : 16 सितंबर से 11-5-2021तक किसान आंदोलन !https://jyotishvigyananusandhan.blogspot.com/2021/01/16-10-1-2021.html
भूकंप -7:https://sahjchintan.blogspot.com/2020/01/blog-post_26.html
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सीमा पर तनाव !see more...https://jyotishvigyananusandhan.blogspot.com/2020/11/blog-post_4.html
भूकंपविज्ञान और भूकंपपूर्वानुमान :see more....https://samayvigyan.blogspot.com/2019/08/bhukamp-reaserch.html
भूकंप से प्राप्त होने वाली सूचनाएँ -https://sahjchintan.blogspot.com/2019/09/blog-post_4.html
grih mantralay हिमाचल प्रदेश क। ...... https://sahjchintan.blogspot.com/2019/08/20-5.html
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आतंकवाद और भूकंप !:https://bharatjagrana.blogspot.com/2019/05/blog-post_27.html
भूकंपों का प्रभाव और घटनाएँ -21-4-2022 भूकंप लद्दाख के कारगिल मेंमहसूस किए गए 4.2 तीव्रता के भूकंप के झट ..https://www.enavabharat.com/india/earthquake-of-4-2-felt-in-ladakhs-kargil-540935//
भूकंप काल -https://bharatjagrana.blogspot.com/2019/05/blog-post.html
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भूमिका -https://bharatjagrana.blogspot.com/2017/04/blog-post_24.html
चीन में हो रही भयंकर वर्षा का कारण है 13-4-2016 को आया भूकंप ! जानिए कैसे -https://bharatjagrana.blogspot.com/2016/05/13-4-2016_30.html
25-4-2015 को आए भूकंप की पूर्व सूचना 21-4-2015 को तूफान ने दी थी ये भी नेपाल से ही उठा था...https://bharatjagrana.blogspot.com/2016/05/25-4-2015-21-4-2015.html
26 -10-2015 को आए भूकंप पर 'समयविज्ञान' की पद्धति से रिसर्च !see more...https://bharatjagrana.blogspot.com/2016/05/blog-post_16.html
10-4-2016 के भूकंप पर 'समयवैज्ञानिक' दृष्टि से रिसर्च !..... https://bharatjagrana.blogspot.com/2016/05/10-4-2016.html
13 -4-2016 का भूकंप कहाँ कहाँ आया और भूकंप के कारण कैसे कैसे दिखाई पड़े उसके परिणाम !see ....https://bharatjagrana.blogspot.com/2016/05/13-4-2016.html
प्रकृति में आज और अभी घटने वाली घटनाएँ भविष्य में होने वाली घटनाओं की सूचना दे रही होती हैं !जानिए कैसे -https://bharatjagrana.blogspot.com/2016/05/blog-post_14.html
अग्निकांड !........https://bharatjagrana.blogspot.com/2016/05/blog-post.html
भूकंप जैसी प्राकृतिक घटनाओं का रहस्य छिपा हो सकता है भारत के प्राचीन विज्ञान में ! जानिए कैसे ?... https://bharatjagrana.blogspot.com/2016/04/blog-post_10.html
भूकंपों का अध्ययन भारत के प्राचीन ज्ञान विज्ञान के आधार पर ! जानिए कैसे ?see .....https://bharatjagrana.blogspot.com/2015/06/blog-post_23.html
Earthquake in astrology - Dr.S.N. vajpayee.....https://bharatjagrana.blogspot.com/2015/06/earthquake-in-astrology-drsn-vajpayee.html
meghalay :https://bharatjagrana.blogspot.com/2016/05/blog-post_28.html
1 नवम्बर 1755 (लिस्बन, पुर्तगाल) – यह पहला भूकंप है जिसका वैज्ञानिक अध्ययन किया गया था। इस भूकंप में 70000 लोग मारे गए थे। इस भूकंप की वजह से जो सुनामी आई थी और आग लगी थी, उससे लिस्बन शहर लगभग पूरी... Read more at: http://hindi.webdunia.com/international-hindi-news/earthquake-115042900025_1.html
उस युग में आधुनिक विज्ञान के पूर्वजों का भी ही कहीं अता पता नहीं था
जिसने बिना किसी यंत्र की सहायता के भी केवल गणित के द्वारा ही
सैकड़ों वर्ष पहले की ग्रहण जैसी घटनाओं का पूर्वानुमान लगाकर लाखों वर्ष
पहले अपनी क्षमता को प्रस्तुत कर चुका था !
भूकंप आने के अनेकों कारण होते हैं जिन
पर वैदिक विज्ञान की दृष्टि से अनुसंधान किया जाना आवश्यक है जो अत्यंत
कठिन काम है वो भी तब जब कि आधुनिक विज्ञान के इस युग में आधुनिक विज्ञान
जिसे प्रमाणत करता है उसे ही विज्ञान मानने की परंपरा प्रचलित हो चली है
!जिन विषयों को आधुनिक विज्ञान के क्षेत्र में विषय ही नहीं माना जाता है
तो उन्हें विज्ञान मानने का कोई औचित्य ही नहीं बचता है !
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भूकंप कुछ प्राकृतिक कारणों से आते हैं कुछ सामाजिक कारणों से आते हैं
किसी क्षेत्र विशेष में अधिक जीव हत्याएँ होने से कुछ भूकंप आते हैं !
किसी क्षेत्र में अत्यंत उन्माद फैलने के कारण भूकंप आते हैं !सामूहिक
संघर्ष या किसी बड़े आंदोलन के खड़े होने पर भूकंप आते हैं !कुछ भूकंप किसी
क्षेत्र में आतंकवाद से संबंधित विस्फोटक सामग्री का संग्रह किए जाने पर
,जन संहार से संबंधित साजिश रचे जाने पर ,किसी क्षेत्र में आतंकवादियों का
अड्डा बनने कर उस क्षेत्र में उस प्रकार के भूकंप आते हैं !
१९९९ का चमोली भूकम्प २९ मार्च, १९९९ को भारत के उत्तर प्रदेश (अब उत्तराखण्ड) राज्य के चमोली जिले में आया था। यह भूकम्प हिमालय की तलहटियों में ९० वर्षों का सबसे शक्तिशाली भूकम्प था। इस भूकम्प में लगभग १०३ लोग मारे गए।
https://www.blogger.com/blog/post/preview/8556945407228442936/1514634397152106382
भूकंपmail : https://snvajpayee.blogspot.com/2020/01/mail.html
https://snvajpayee.blogspot.com/2017/01/chaal.html
https://snvajpayee.blogspot.com/2020/03/1.html
गणित पद्धति के द्वारा किए जाने वाले ऐसे पूर्वानुमान लगातार सही सिद्ध होते जा रहे थे ऐसा विचार करके अपनी बात ऊपर तक पहुँचाने के लिए मैंने सरकार के कई विभागों मंत्रियों मीडिया के लोगों से संपर्क किया जहाँ सफलता नहीं मिली अंत में मौसम विभाग के डायरेक्टर साहब से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि आप प्रत्येक महीने के मौसम पूर्वानुमान हमारे जीमेल पर डालते जाओ आगे हम देखेंगे क्या कुछ किया जा सकता है !ऐसा समझकर मैं प्रत्येक महीना बीतने के अंतिम दिनों में अगले महीने के गणितविज्ञान के द्वारा प्राप्त पूर्वानुमान मौसम विभाग के डायरेक्टर साहब के जीमेल पर डाल दिया करता था!इसके बाद स्काइमेट में संपर्क किया तो उन्होंने भी कहा कि अपने पूर्वानुमान हमारे जीमेल पर डाल दिया करो तो मैंने उनके जीमेल पर भी डालना शुरू कर दिया !सही होने का मिलान मैं अखवारों एवं मीडिया की वेवसाइटों में छपी मौसम संबंधी खबरों से किया करता था !जिसमें गणितागत मौसम संबंधी पूर्वानुमान 80 प्रतिशत से भी अधिक सही सिद्ध हुए हैं !
सितम्बर के महीने में हिमाचल में लगातार भारी बारिस कई दिनों से हो रही थी जिससे हिमाचल भीषण बाढ़ का सामना कर रहा था !इसी बीच घनघोर घटाएँ घिरी हुई थीं पानी बरस रहा था मौसम विभाग हमेंशा की तरह दो दो दिन करके अपने पूर्वानुमान आगे बढ़ाए जा रहा था तभी 24-9-2018 दोपहर 2. 22 बजे अचानक हिमाचल में भूकंप आया !जिस भूकंप का निर्माण सूर्यकिरणों से हुआ था इसलिए इसमें गर्मी होनी स्वाभाविक थी इसका सीधा आदेश हिमाचल में वर्षा बंद करना था इस भूकम्पीय आदेश को शक्ति पूर्वक लागू होना ही था इसलिए मैंने उसी समय स्काईमेट को फ़ोनकरके इसकी तुरंत सूचना दी एवं मौसम विभाग में भी संपर्क किया किंतु वहाँ मेरा फ़ोन नहीं उठा तो मैंने अपने पास प्रमाण रखने के लिए उन दोनों के जीमेल पर तुरंत यह संदेशा डाल दिया -
9 सितंबर 2018 को दिल्ली हरियाणा मेरठ आदि में जो भूकंप आया उसका केंद्र 'झज्झर' था !यह भूकंप इस क्षेत्र में गला स्वाँस खाँसी संबंधी रोगों के बढ़ने की सूचना देने आया था !इसलिए भूकम्पीय क्षेत्र में ही गलाघोंटू बीमारी हुई थी जिसका दुष्प्रभाव 30 दिनों तक रहा था !इसे भी मैंने प्रकाशित किया था जिसके हमारे पास प्रमाण हैं !उस प्रकाशित पूर्वानुमान का एक अंश -
"इस भूकंप का निर्माण सूर्य की किरणों के द्वारा हुआ है इसलिए 'सूर्यज' भूकंप होने के कारण भूकंपीय क्षेत्र के वातावरण में सीमा से अधिक गरमी बढ़नी स्वाभाविक है ! यहाँ सूखीखाँसी, साँस लेने की समस्या एवँ आँखों में जलन आदि जानलेवा होती जाएगी !गर्मी की अधिकता से होने वाले और रोग भी अधिक बढ़ेंगे !"
इस प्रकार से हमने सैकड़ों भूकम्पों के आधार पर प्राप्त पूर्वानुमानों को लिखा है जो बहुत सटीक सिद्ध हुए हैं !भारत पाक जैसे संबंधों पर भूकम्पों ने अत्यंत सटीक सूचनाएँ दी हैं जिन्हें बाद में घटित होते देखा गया !ऐसी सभी बातों के हमारे पास मजबूत प्रमाण हैं !
नेपाल में 25 अप्रैल 2015 सुबह 11:56पर जो भूकंप आया था उस भूकंप का कारण था उससे तीन दिन पहले 22-4 -2018 आया भयंकर तूफान जिसमें नेपाल के साथ साथ भारत के भी बिहार आदि प्रांतों में भारी जनधन की हानि हुई थी !इस तूफ़ान का केंद्र भी नेपाल का वही स्थान था जो बाद में 25 अप्रैल 2015 को भूकंप का भी केंद्र बना था !
इसी प्रकार से 22-12-2018 में इंडोनेशिया में आई बिना भूकंप की सुनामी भी हवाओं की उसी ग्रंथि भेदन का परिणाम था !बंगाल की खाड़ी में उठा जो चक्रवाती तूफान 'पेथाई' 17 दिसंबर 2018 को आज आंध्र प्रदेश के तट से टकरा गया था इसके बाद गणित विज्ञान की दृष्टि से वही तूफान दक्षिण पूर्व की ओर बढ़ते हुए आकाश में घनी भूत हो गया पुनः विस्तारित होकर तीव्रता पूर्वक हवाओं ने तीव्रता पूर्वक समुद्री जल में प्रहार किया जिससे वे उच्च लहरें उठीं जो जकार्ता सुमात्रा के मध्य से निकल सकती थीं किंतु इसी प्रवाह में इंडोनेशिया का पश्चिमी क्षेत्र विशेष अधिक प्रभावत हुआ था चक्रवाती तूफान की हवाओं का वेग तो शांत हो गया किंतु अत्यंत तीव्र बारिस होने लगी !
भूकंपों के द्वारा राजनैतिक घटनाओं का पूर्वानुमान -
भारत और पाकिस्तान के बीच अच्छे और बुरे संबंधों की भूकंप हमेंशा से सटीक सूचना देते रहे हैं जिस मैंने उसी समय प्रकाशित भी किया है !
- 26 -10-2015 को भारत पाकिस्तान दोनों में भूकंप आया !इस भूकंप का अनुसन्धान हमने गणित विज्ञान से किया तो पता लगा कि ये भूकंप भारत और पाकिस्तान के बीच आपसी संबंधों में सुधार करवाना चाहता है !तो मैंने ये सन्देश उसी दिन प्रकाशित कर दिया -"
"इस क्षेत्र के लोगों में आपसी शांति का कारक होगा देशों एवं लोगों के बीच आपसी सौमनस्य का निर्माण करेगा और इस सात्विक सोच का असर वर्तमान भारत पाक संबंधों में भी सकारात्मक दिखेगा आपसी संबंध सामान्य बनाने के प्रयास फलीभूत होंगे ! इस भूकंप का फल आगामी 6 महीनों तक रहेगा !इसमें भारत पाक संबंधों को सामान्य बनाने के सफल प्रयास होंगे"
- 25-12 -2015 को मोदी जी पाकिस्तान गए उस पर विपक्ष ने पाकिस्तान के विश्वासघात का हवाला देते हुए तमाम हो हल्ला किया तो उसी रात को भारत पाकिस्तान के बीच संयुक्त भूकंप आया !जिसका गणित विज्ञान से अनुसन्धान करने पर पता लगा कि ये भूकंप भी भारत पकिस्तान के संबंधों में सुधार के संकेत देने आया था !मैंने भूकम्प के द्वारा दी गई इस सूचना को भी प्रकाशित किया था !-
- 2 जनवरी 2016 पाकिस्तान से आतंकवादी आए और पठान कोट में हमला किया इससे शक होना स्वाभाविक था कि पाकिस्तान ने धोखा किया है !इस शंका को समाप्त करने के लिए उसी दिन तुरंत भूकंप आया !मैंने उस भूकंप के सन्देश का अध्ययन किया और उसे प्रकाशित किया था !
- "- दो जनवरी को आने वाला भूकंप मात्र इस बात का संकेत था कि पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने भारत को जो भयंकर चोट दी है सैनिकों के बहुमूल्य जीवन खोने पड़े हैं इस असह्य आपदा से घबड़ाकर भारत शांति के प्रयासों से अपने कदम कहीं पीछे न खींच ले !इसलिए उस दिन आए भूकंप के प्रभाव से पाकिस्तान को इतनी सद्बुद्धि आएगी कि वो भारत की भावनाओं के अनुरूप ब्यवहार करेगा !" आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इस समय भारत और पाकिस्तान को आपस में मिलाने में ये भूकंप भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं !पहली बार 26 अक्टूबर 2015 को गीता भारत आई तो उसी दिन भूकंप आया दूसरी बार 25 दिसंबर 2015 को मोदी जी पाकिस्तान गए तो उसी रात में भूकम्प आया !तीसरी बार 2 जनवरी 2016 पाकिस्तान से आतंकवादी आए तो भूकंप आया !
10-4-2016 को भूकंप आया था उस भूकंप से प्राप्त सन्देश का अनुसंधान करने से मुझे पता लगा कि पाकिस्तान की भावना अब भारत के प्रति विश्वसनीय नहीं है उससे भारत को कैसा भी और कितना भी बड़ा धोखा मिल सकता है !उसे मैंने तुरंत प्रकाशित किया -"भारत और पकिस्तान के मध्य आपसी सम्बन्ध दिनोंदिन अत्यंत तनाव पूर्ण होते चले जाएँगे निकट भविष्य में भारत पाक के बीच आपसी सम्बन्धों में कटुता इतनी अधिक बढ़ती चली जाएगी कि अभी से सतर्कता बरती जानी बहुत आवश्यक है ।इसलिए उचित होगा कि भारत पड़ोसी देश पर कम से कम अक्टूबर 2016 तक विश्वास करना बिलकुल बंद कर दे पड़ोसी के द्वारा कभी भी कैसा भी कोई भी विश्वास घात संभव है !" इस भूकंप आने के एक दिन बाद ही एक भारतीय को पाकिस्तान में फाँसी दी गई !इसके साथ ही अगले 6 महीनों तक पाकिस्तान भारत के विरुद्ध तमाम विश्वास घात करता रहा हमारे सैनिकों पर क्रूर हमले किए गए आदि और भी दिनोंदिन संबंध तनावपूर्ण होते चले गए !
- 10-4-2016 को आए भूकंप का अनुसन्धान करने से मुझे पता लगा कि इस समय ज्वलन शील गैस पृथ्वी पर विचरण कर रही है जिससे कभी भी कहीं भी आग लग सकती है एवं कुएँ नदी तालाब आदि सूखते चले जाएँगे मैंने भूकंप से प्राप्त इस सन्देश को भी तुरंत प्रकाशित किया -
" इस भूकंप के कारण पड़ेगा भीषण सूखा, बढ़ेंगे अग्निकांड और बिगड़ेंगे पाकिस्तान के साथ संबंध !3-4-2016 से 10-4-2016 तक हवा में मिली हुई थी आग जो भूकंप की अग्रिम सूचना दे रही थी । अग्नि सम्बन्धी समस्याएँ और अधिक भी बढ़ सकती हैं इस समय वायुमण्डल में व्याप्त है अग्नि !इसलिए अग्नि से सामान्य वायु भी इस समय ज्वलन शील गैस जैसे गुणों से युक्त होकर विचरण कर रही है । इसके अलावा इस समय दिशाओं में जलन, तारे टूटना ,उल्कापात होने जैसी घटनाएँ भी देखने सुनने को मिल सकती हैं ।इस भूकंप के कारण ही नदियाँ कुएँ तालाब आदि अबकी बार बहुत जल्दी ही सूखते चले जाएँगे !"
इसी भूकंप के बाद से आग लगने की शुरुआत हुई थी इतिहास में पहली बार आग लगने की ऐसी भीषण एवं इतनी अधिक दुर्घटनाएँ देखने को मिली थीं !लातूर में ट्रेन से पानी की सप्लाई की गई थी !आग लगने की घटनाओं से तंग आकर बिहार सरकार ने दिन में चूल्हा न जलाने एवं हवन करने की अपील की थी !
13 -04-2016 को भूकंप आया उसका अनुसंधान करने से पता लगा कि भारत और चीन के संबंध मधुर होंगे तथा चीन और पूर्वी भारत में भीषण बारिश होगी तो इसे मैंने तुरंत प्रकाशित किया था -
"भूकंप (13 -04-2016) के प्रभाव से भारत और चीन के आपसी संबंध होंगे मधुर !
13 -04-2016 को 19. 28 बजे देश के पूर्वोत्तर में आया था भूकंप ! इस भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में अति शीघ्र अधिक वर्षा बाढ़ से हो सकती भारी क्षति !जबकि समाज में व्याप्त असंतोष एवं आपसी बैर विरोध की भावना घटेगी और भाईचारे का वातावरण बनेगा ! 10-4-2016 को आए भूकंप से जो जो हानियाँ होती दिख रहीं थीं13-04-2016को आए भूकंप से वो सबकुछ सामान्य होते दिख रहा है इस भूकंप के द्वारा प्रकृति ने अपने को संतुलित किया है इस भूकंप का ये सबसे बड़ा लाभ है!भारत वर्ष के दक्षिणी पश्चिमी क्षेत्रों में जहाँ (10-4-2016) के भूकंप प्रभाव से भीषण सूखा पड़ेगा , अग्निकांड बढ़ेंगे और पाकिस्तान के साथ संबंध बिगड़ेंगे!गरमी संबंधी बीमारियाँ बढेंगी, वहीँ दूसरी ओर देश के पूर्वोत्तर क्षेत्रों में13-04-2016 को आए भूकंप के प्रभाव से अधिक वर्षा की संभावना है और भारत के पूर्वोत्तर के पड़ोसी देशों के साथ संबंध मधुर होंगे और उन्हीं क्षेत्रों में अधिक वर्षा की भी सम्भावना बनती है । "इस भूकंप के तुरंत बाद चीन की पहली यात्रा पर मनोहर परिकर गए थे जहाँ आपसी वातावरण काफी सौहार्द्र पूर्ण रहा था !इस भूकंप के तुरंत बाद ही असम अरुणाचल सहित पूर्वी 6 प्रदेशों में ,चीन में 2 महीने तक भीषण बारिश होती रही थी !जिससे जनधन की काफी हानि हुई थी !कोसी नदी के अनियंत्रित प्रवाह से बिहार के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। पटना से उत्तरपूर्व में 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पूरा त्रिवेणीगंज भी बाढ़ के पानी में डूब चुका था।
- भूकंप 13 -3-2017 को 15.52 बजे बनासकांठा जिले में 4.4 की तीव्रता वाला 'वातज'भूकंप जिसमें उस क्षेत्र में दंगे भड़कने की सूचना थी जिसे मैंने प्रकाशित भी किया था !-" पागलपन की परेशानियाँ बढ़ेंगी इस क्षेत्र के अच्छे खासे शिक्षित और समझदार लोग भी न केवल पागलों जैसी दलीलें देते दिखेंगे अपितु उपद्रवी गतिविधियों में सम्मिलित होने में भी गर्व महसूस करेंगे ।ऐसे भूकंप से प्रभावित क्षेत्र के लोगों को दिमागी चक्कर आने की बीमारियाँ बढ़ती हैं अचानक ऐसा गुस्सा आता है कि मरने मारने को उतारू हो जाते हैं इस भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों के लोग !सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है कि इस क्षेत्र में कोई तनाव न तैयार होने पाए !"इसी भूकंप के बाद गुजरात के पाटन में दंगा, दो की मौत: 5000 लोगों की भीड़ ने बोला हमला, 20 घर फूंके, कई मुस्लिम परिवारों ने छोड़ा गांव!
2016-08-31 सुबह तड़के PAK और चीन में संयुक्त भूकंप आया था जिसका सन्देश था कि भारत को चोट पहुँचाने के उद्देश्य से चीन और पाक संयुक्त प्रयास करेंगे जिसे मैंने प्रकाशित भी किया था और बाद में वैसा ही हुआ भी था !
- इसी प्रकार से प्रधानमंत्री की एक चुनावी सभा होनी थी वहीँ पर प्रातः भूकंप आ गया था !जो आतंकवादी हमलों का संकेत दे रहा था इसे भी मैंने प्रकाशित किया था !उसी दिन वहां दो बन विस्फोट हुए थे !
- 11 -12 -2016 को पूर्वोत्तर के 7 राज्यों में संयुक्त भूकंप आया था वो वहाँ उन्माद एवं हिंसा भड़कने का सन्देश दे रहा था जिसे मैंने प्रकाशित भी किया था !इस भूकंप के बाद मणिपुर आदि में पहले से चली आ रही हिंसक घटनाएँ बहुत अधिक बढ़ गई थीं !
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